Jaipur में 6 साल की बच्ची की किडनैपिंग: 10 घंटे में पुलिस ने बचाई जान, तीन आरोपी गिरफ्तार
राजस्थान की राजधानी Jaipur के विधायकपुरी थाना इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसमें एक 6 साल की बच्ची को किडनैप कर लिया गया। यह घटना 19 जनवरी को दिन में करीब एक बजे की है, जब बच्ची घर के बाहर खेल रही थी और अचानक गायब हो गई।
पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई शुरू की और बच्ची की सकुशल वापसी के लिए 100 से अधिक पुलिसकर्मियों की टीमों को तैनात किया। महज 10 घंटे के भीतर पुलिस ने बच्ची को एक खानाबदोश परिवार के पास से बरामद किया और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।
घटना का विवरण: बच्ची का लापता होना
Jaipur: जानकारी के मुताबिक, 6 साल की बच्ची अपने दादा-दादी के साथ नागौर से Jaipur आई थी। वह मारवाड़ कच्ची बस्ती में अपने रिश्तेदार के घर एक पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल हो रही थी। दोपहर के वक्त, जब बच्ची घर के बाहर खेल रही थी, वह अचानक घर से थोड़ा दूर निकल गई और फिर वापस नहीं लौटी। बच्ची के लापता होने पर घरवालों में अफरातफरी मच गई और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस की तेज कार्रवाई और सीसीटीवी जांच
Jaipur: पुलिस को मामले की गंभीरता का आभास होते ही, उन्होंने बच्ची की तलाश में त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस ने करीब 150 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले और बच्ची की तलाश में जुट गए। एक महत्वपूर्ण सुराग उस समय मिला, जब खासा कोठी सर्किल के पास एक ऑटोरिक्शा ड्राइवर के साथ बच्ची दिखाई दी। इस ड्राइवर की पहचान अख्तर हुसैन के रूप में हुई।
आरोपियों की गिरफ्तारी: किडनैपिंग के मंसूबों का खुलासा
Jaipur: पुलिस ने अख्तर हुसैन को तुरंत गिरफ्तार किया और उसकी गिरफ्तारी के बाद उसके दो साथियों को भी पकड़ा। इन दोनों का नाम पूजा और महेंद्र सबललिया था। पूछताछ के दौरान यह पता चला कि तीनों आरोपी बच्ची को किडनैप करने के बाद उसे ले जाकर एक खानाबदोश परिवार के पास छोड़ गए थे।
किडनैपिंग की वारदात के 10 घंटे में बच्ची की सकुशल वापसी
Jaipur: पुलिस ने अपनी सख्त और तेज कार्रवाई के बाद 10 घंटे के भीतर बच्ची को बरामद कर लिया। बच्ची को सरदार पटेल रोड पर एक खानाबदोश परिवार के पास पाया गया। बच्ची सकुशल और सुरक्षित थी, जिससे परिजनों ने राहत की सांस ली। पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर रही है और किडनैपिंग के कारणों और अन्य साजिशों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
पुलिस की प्रशंसा: तेज कार्रवाई और कार्यक्षमता
Jaipur पुलिस की इस मामले में बेहद तेज और कुशल कार्रवाई की सराहना की जा रही है। पुलिस ने 10 घंटे के भीतर ही बच्ची को सकुशल बरामद किया, जिससे यह साबित होता है कि जब पुलिस त्वरित रूप से कदम उठाती है, तो अपराधियों के मंसूबों को नाकाम किया जा सकता है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित तरीके से सीसीटीवी फुटेज, गवाहों और अन्य तकनीकी संसाधनों का इस्तेमाल किया, जिससे आरोपी पकड़ में आए।
सवाल उठाती है सुरक्षा व्यवस्था
Jaipur: यह घटना इस बात को उजागर करती है कि बच्चों की सुरक्षा के मामले में समाज और पुलिस दोनों को अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। किडनैपिंग जैसी घटनाओं को रोकने के लिए, बच्चों की सुरक्षा के उपायों को और सख्त किया जाना चाहिए। इस घटना ने यह भी सवाल खड़ा किया है कि समाज में बच्चों के लिए सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए और क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
परिवार के लिए राहत और धन्यवाद
Jaipur: बच्ची के परिजनों के लिए यह एक राहत की खबर थी। बच्ची की सकुशल वापसी पर उनके चेहरे पर खुशी और आंसू थे। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई के लिए धन्यवाद व्यक्त किया और साथ ही अपनी बच्ची की सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को महसूस किया।
आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
Jaipur: पुलिस ने किडनैपिंग के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का संकल्प लिया है। आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, और उन्हें जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस का कहना है कि इस मामले में कड़ी सजा दिलवाने के लिए वे हर संभव कदम उठाएंगे।
समाज की जिम्मेदारी: बच्चों की सुरक्षा पर ध्यान
Jaipur: यह घटना न केवल पुलिस की जिम्मेदारी है, बल्कि समाज की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे। बच्चों के खेलने के लिए सुरक्षित स्थानों की व्यवस्था, माता-पिता द्वारा बच्चों पर नजर रखना और समाज के अन्य लोगों द्वारा सतर्क रहना बहुत जरूरी है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
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