David Miller ने तोड़ा सहवाग का रिकॉर्ड, बनाई चैंपियंस ट्रॉफी की सबसे तेज सेंचुरी

David Miller

David Miller: चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में सबसे तेज शतक, लेकिन फिर भी हार की कगार पर

साउथ अफ्रीका के बाएं हाथ के धाकड़ बल्लेबाज, David Miller, ने एक बार फिर से अपनी टीम के लिए आईसीसी टूर्नामेंट के नॉकआउट मैच में अकेले लड़ाई लड़ी। 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने तूफानी शतक जड़ा, लेकिन दुर्भाग्यवश, उनकी टीम को जीत नहीं दिला पाए। David Miller का यह शतक न सिर्फ उनकी बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रमाण था, बल्कि चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में सबसे तेज शतक के रूप में दर्ज हो गया।

चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में सबसे तेज शतक:

David Miller ने महज 67 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, जो चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में सबसे तेज शतक बन गया। इससे पहले, यह रिकॉर्ड भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के नाम था, जिन्होंने 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ 77 गेंदों में शतक जड़ा था। इस बार, मिलर ने यह रिकॉर्ड तोड़ा और एक नया मील का पत्थर स्थापित किया।

न सिर्फ David Miller, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जोश इंगलिस ने भी इस साल इंग्लैंड के खिलाफ 77 गेंदों में शतक जड़कर सहवाग का रिकॉर्ड बराबर किया। शिखर धवन और तिलकरत्ने दिलशान ने भी चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में शतक जड़े हैं, लेकिन David Miller का शतक सबसे तेज साबित हुआ।

आईसीसी नॉकआउट मैचों में David Miller का शानदार प्रदर्शन:

David Miller का आईसीसी टूर्नामेंट के नॉकआउट मैचों में प्रदर्शन हमेशा से ही उत्कृष्ट रहा है। उनके बल्ले से कई अहम मुकाबलों में मैच विनिंग पारियां आई हैं, लेकिन अक्सर उनकी टीम हार जाती है। इस संदर्भ में, 2013 चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने 51 गेंदों में 56 रन बनाए थे। इसके बाद, 2015 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ उनका बल्ला तेज़ी से बोला और उन्होंने 18 गेंदों में 49 रन बनाए थे।

2023 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भी David Miller ने शानदार 101 रन बनाए थे, लेकिन फिर भी साउथ अफ्रीका को हार का सामना करना पड़ा। अब 2025 चैंपियंस ट्रॉफी में न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने 67 गेंदों में 100 रन बनाकर एक और शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन फिर भी उनकी टीम जीत से दूर रही।

साउथ अफ्रीका की हार और मिलर की संघर्षपूर्ण यात्रा:

David Miller ने हमेशा आईसीसी टूर्नामेंट्स के नॉकआउट मैचों में अकेले ही टीम का नेतृत्व किया है, लेकिन दुर्भाग्यवश दूसरे छोर से उन्हें उतना साथ नहीं मिल पाया। कई बार ऐसा हुआ है कि उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के बावजूद, साउथ अफ्रीका मैच हार गया। यही कारण है कि डेविड मिलर के नाम पर आज भी एक साथ क्रिकेट प्रेमियों का सम्मान है, लेकिन उनके साथ साउथ अफ्रीका की किस्मत नहीं बदल पाई है।

नॉकआउट मैचों में David Miller के प्रदर्शन का सारांश:

David Miller के नॉकआउट मैचों में लगातार प्रभावशाली प्रदर्शन को देखा गया है। चाहे वह इंग्लैंड के खिलाफ 2013 चैंपियंस ट्रॉफी हो, न्यूजीलैंड के खिलाफ 2015 वर्ल्ड कप हो या फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2023 वर्ल्ड कप, उन्होंने हर बार टीम के लिए अहम पारियां खेली हैं। इन सभी मुकाबलों में उनका प्रदर्शन अविस्मरणीय था, लेकिन साउथ अफ्रीका को हर बार हार का सामना करना पड़ा।

चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे तेज शतक (गेंदों के हिसाब से):

  1. 67 गेंदों में – David Miller (SA) बनाम न्यूजीलैंड, लाहौर, 2025
  2. 77 गेंदों में – वीरेंद्र सहवाग (IND) बनाम इंग्लैंड, कोलंबो RPS 2002
  3. 77 गेंदों में – जोश इंगलिस (AUS) बनाम इंग्लैंड, लाहौर, 2025
  4. 80 गेंदों में – शिखर धवन (IND) बनाम साउथ अफ्रीका, कार्डिफ, 2013
  5. 87 गेंदों में – तिलकरत्ने दिलशान (SL) बनाम साउथ अफ्रीका, सेंचुरियन, 2009

साउथ अफ्रीका की हार पर सवाल:

David Miller के शानदार प्रदर्शन के बावजूद, साउथ अफ्रीका की टीम नॉकआउट मुकाबलों में हर बार हार जाती है। इसके बावजूद मिलर का आत्मविश्वास और उनकी बल्लेबाजी की गुणवत्ता हमेशा देखने लायक होती है। यह सवाल उठता है कि आखिरकार क्यों साउथ अफ्रीका के पास इन अहम मैचों में अपनी टीम को जीत दिलाने का जादू नहीं है। कई बार यह बात सामने आई है कि मिलर अकेले ही मैच को नहीं जितवा सकते, और दूसरी तरफ से अच्छे प्रदर्शन की आवश्यकता होती है।

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