Delhi चुनाव परिणाम से पहले सियासी ड्रामा: AAP पर बीजेपी का आरोप और ACB की कार्रवाई
Delhi विधानसभा चुनाव के परिणाम से पहले एक बड़ा राजनीतिक ड्रामा सामने आया है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने उनकी पार्टी के नेताओं को तोड़ने के लिए 15 करोड़ रुपये की पेशकश की थी। इसके बाद, Delhi में राजनीतिक माहौल और भी गर्म हो गया, और आम आदमी पार्टी के नेताओं अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह के आवास पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम को भेज दिया गया है।
AAP का आरोप: बीजेपी ने 15 करोड़ का ऑफर दिया
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया कि उन्हें बीजेपी की ओर से 15 करोड़ रुपये तक की पेशकश की गई थी ताकि वे अपनी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो जाएं। AAP के नेता मुकेश अहलावत ने सोशल मीडिया पर एक फोन नंबर जारी किया और दावा किया कि उन्हें इस नंबर से पैसे की पेशकश करने वाले कॉल्स आए थे।
हालांकि, जब इस नंबर पर कॉल करने की कोशिश की गई तो वह स्विच ऑफ मिला। इस घटना के बाद, Delhi के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने मामले की जांच के आदेश दिए, जिसके बाद एसीबी की टीम आम आदमी पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेताओं के घर पहुंची।
केजरीवाल की बैठक: चुनाव से पहले सख्त संदेश
Delhi चुनाव के नतीजों से ठीक पहले, अरविंद केजरीवाल ने अपने आवास पर एक बड़ी बैठक बुलाई। इस बैठक में Delhi के 70 विधानसभा क्षेत्रों से उम्मीदवारों को बुलाया गया था, जिसमें से कुछ ही पहुंचे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य पार्टी के नेताओं को एकजुट करना और बीजेपी द्वारा लगाए गए आरोपों के खिलाफ पार्टी की स्थिति को मजबूत करना था। हालांकि, इस बैठक के बारे में अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है कि कितने उम्मीदवार इस बैठक में उपस्थित हुए थे।
बीजेपी की प्रतिक्रिया: केजरीवाल से माफी की मांग
इस पूरे मामले में बीजेपी का रुख काफी आक्रामक रहा है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल पहले भी ऐसे ही आरोप लगा चुके हैं और माफी मांग चुके हैं। बीजेपी ने कहा कि अगर केजरीवाल इस बार भी बिना किसी सच्चाई के आरोप लगा रहे हैं, तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए, वरना इस मुद्दे पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बीजेपी ने यह भी कहा कि अगर आम आदमी पार्टी ने इन आरोपों का सही जवाब नहीं दिया, तो उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
एग्जिट पोल्स और आम आदमी पार्टी का विरोध
Delhi विधानसभा चुनाव के परिणामों से पहले कई एग्जिट पोल्स सामने आए थे, जिसमें बीजेपी की जीत का अनुमान जताया गया था। इसपर आम आदमी पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इन सर्वे रिपोर्ट्स को पूरी तरह से फर्जी करार दिया है। पार्टी ने आरोप लगाया कि बीजेपी इन सर्वे रिपोर्ट्स के जरिए चुनाव परिणामों को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।
क्या है 15 करोड़ रुपये का मामला?
इस पूरे विवाद का मुख्य मुद्दा यह है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को बीजेपी की तरफ से 15 करोड़ रुपये की पेशकश की गई। यह आरोप AAP नेता मुकेश अहलावत ने किया था, और इसके बाद ही इस मामले में तूल पकड़ा। हालांकि, उस नंबर के स्विच ऑफ हो जाने के कारण मामले में कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं। बावजूद इसके, आम आदमी पार्टी इस आरोप को गंभीर मान रही है और इसे बीजेपी की साजिश के रूप में देख रही है।
राजनीतिक माहौल में उबाल: Delhi की सियासत में उठा-पटक
Delhi चुनाव के परिणामों से पहले का यह माहौल Delhi की सियासत में एक बार फिर से उबाल ला चुका है। आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का यह सिलसिला चुनाव से ठीक पहले और भी तीव्र हो गया है। दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच बयानबाजी और आरोपों की झड़ी लगी हुई है। वहीं, इस बीच Delhi के लोग भी इन सियासी घटनाओं को लेकर चौंक और हैरान हैं।
आने वाले चुनाव परिणाम और उनकी राजनीति पर प्रभाव
Delhi चुनाव के परिणामों का राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य पर व्यापक असर पड़ेगा। अगर बीजेपी जीतती है, तो इसे मोदी सरकार की लोकप्रियता और Delhi में पार्टी के जनाधार का सबूत माना जाएगा। वहीं, अगर आम आदमी पार्टी फिर से Delhi में सत्ता में आती है, तो यह पार्टी के लिए एक बड़ी जीत होगी, खासतौर पर जब उसकी भ्रष्टाचार पर लगाई गई आरोपों का कोई ठोस जवाब नहीं मिल पाया है।
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