तेलंगाना में प्रीमियर एक्सप्लोसिव Factory में विस्फोट, 6 की मौत, कई घायल
Factory: तेलंगाना के यदाद्रि भुवनगिरी जिले के पेड्डा कंडुकुर गांव में स्थित प्रीमियर एक्सप्लोसिव इंडस्ट्रीज में शनिवार सुबह एक भीषण विस्फोट हुआ। इस हादसे में 6 लोगों की जलकर मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से झुलस गए। विस्फोट के बाद Factory में मची अफरा-तफरी में कर्मचारियों के बीच घबराहट फैल गई, जिससे कुछ कर्मचारी बाहर निकलने में सफल रहे, लेकिन छह कर्मचारियों ने इस भीषण आग में अपनी जान गंवा दी।
घटना का विवरण और बचाव कार्य
सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम घटनास्थल पर तुरंत पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। Factory प्रबंधन द्वारा आपातकालीन सायरन बजाए जाने के बाद, कर्मचारी Factory से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान, छह कर्मचारी आग में झुलस गए। घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से एक कर्मचारी को गंभीर हालत में हैदराबाद के एक प्रमुख अस्पताल में भेजा गया।
मृतकों की पहचान और परिवारों का शोक
मृतकों में से एक की पहचान बचन्नापेट गांव के एम कनकैया के रूप में हुई है। Factory में हादसे के बाद मृतक के परिवार के सदस्य Factory परिसर में एकत्र हो गए और उन्होंने घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की। परिवारों का कहना है कि यह एक बड़ी लापरवाही का परिणाम हो सकता है, जिसके कारण उनके प्रियजन अपनी जान से हाथ धो बैठे।
विस्फोट के कारणों की जांच जारी
विस्फोट का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन पुलिस और अन्य जांच एजेंसियां घटनास्थल पर छानबीन कर रही हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह विस्फोट किसी तकनीकी गड़बड़ी या सुरक्षा की कमी के कारण हो सकता है। फैक्ट्री में कार्यरत कर्मचारियों के बयान और अन्य सुरागों के आधार पर जांच की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है।
Factory के आसपास के क्षेत्र में प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से कड़े कदम उठाए हैं और घायलों का उपचार जारी है। साथ ही, Factory में काम करने वाले अन्य कर्मचारियों का बयान भी लिया जा रहा है, ताकि इस विस्फोट के कारणों का पता लगाया जा सके।
प्रबंधन की ओर से प्रतिक्रिया और सुरक्षा उपाय
Factory के प्रबंधन ने घटना के बाद अपने बयान में कहा कि इस घटना के बाद कर्मचारियों को तुरंत सहायता प्रदान की गई और जो कर्मचारी सुरक्षित बाहर निकलने में सक्षम थे, उन्हें किसी भी प्रकार की चिकित्सा सहायता दी गई। फैक्ट्री के प्रबंधन ने घटना के बाद सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की बात कही है, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों से बचा जा सके।
हालांकि, कर्मचारियों और स्थानीय निवासियों ने यह आरोप लगाया है कि फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों का पालन ठीक से नहीं किया जा रहा था, जिससे इस तरह के हादसों का खतरा था। इसके परिणामस्वरूप, कर्मचारियों और उनके परिवारों में भय और गुस्सा बढ़ गया है।
कर्मचारी और स्थानीय जनता की चिंता
घटना के बाद स्थानीय लोगों और कर्मचारियों में भय का माहौल है। कई लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि फैक्ट्री में सुरक्षा उपायों की कमी थी, और अधिकारियों ने समय पर निरीक्षण नहीं किया। कर्मचारियों का कहना है कि फैक्ट्री में विस्फोटों से बचने के लिए जरूरी कदम नहीं उठाए गए थे। अब वे चाहते हैं कि इस घटना की पूरी जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
स्थानीय प्रशासन की भूमिका
स्थानीय प्रशासन ने घटना की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई की और आपातकालीन टीमों को मौके पर भेजा। पुलिस द्वारा घटना से संबंधित मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। जिला प्रशासन ने Factory का निरीक्षण करने और सुरक्षा मानकों की समीक्षा करने के लिए एक विशेष टीम गठित की है।
इस घटना के बाद राज्य सरकार ने भी इस मामले में गहरी चिंता जताई है और पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों को मुआवजे का ऐलान किया है और घायलों के इलाज का खर्च भी उठाने की बात कही है।
संभावित सुधार और कड़े कदम
यह हादसा एक बड़ा सवाल खड़ा करता है कि राज्य में ऐसी इंडस्ट्रीज में काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। यह घटना स्थानीय प्रशासन और Factory मालिकों के लिए एक चेतावनी है कि वे कामकाजी सुरक्षा मानकों को कड़ी निगरानी में रखें, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे न हों।
अधिकारियों का कहना है कि इस हादसे के बाद वे Factory सुरक्षा के मानकों को और कड़ा करने की योजना बना रहे हैं। साथ ही, हर फैक्ट्री में एक प्रभावी सुरक्षा प्रणाली लागू करने पर भी विचार किया जा रहा है, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोकने में मदद मिल सके।
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