प्रशासन की लापरवाही से पर्यावरण पर बढ़ रहा खतरा, सड़कों और खेतों में फैल रही प्लास्टिक से आमजन परेशान
पादूकलां: सरकार भले ही सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाने के दावे कर रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। कस्बे के डेगाना रोड और आसपास के बाजारों में पॉलिथीन थैलियों की खुलेआम बिक्री जारी है। नतीजतन, सड़क किनारे और गलियों में जमा कचरे का बड़ा हिस्सा अब प्लास्टिक का ढेर बन चुका है।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि यही प्लास्टिक अब गायों और अन्य मवेशियों की मौत का कारण बन रहा है। पशु इन थैलियों को खाते हैं, जिससे उनकी आंतों में अवरोध पैदा हो जाता है और कई बार जान भी चली जाती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर दिन सैकड़ों गायें इस घातक पॉलिथीन का शिकार हो रही हैं।
पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार, प्लास्टिक न केवल मिट्टी की गुणवत्ता को नष्ट करता है बल्कि खेतों की उर्वरता भी खत्म कर देता है। इसके परिणामस्वरूप खेती योग्य भूमि धीरे-धीरे बंजर होती जा रही है।
स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि संबंधित विभाग केवल कागजी कार्रवाई में व्यस्त हैं। यदि साल में कुछ बार भी सख्त कार्रवाई की जाए, तो प्लास्टिक के उपयोग पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। फिलहाल प्रशासन की उदासीनता और औपचारिक रवैया इस समस्या को और बढ़ा रहा है।