लंदन Heathrow Airport पर विद्युत संकट के बाद उड़ानें फिर से शुरू, शनिवार तक पूरी सेवा बहाल होने की उम्मीद
लंदन के Heathrow Airport ने शुक्रवार को विद्युत सबस्टेशन में आग लगने के कारण उड़ानों का संचालन रोकने के बाद धीरे-धीरे उड़ानें फिर से शुरू कर दी हैं। एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को पहले विमान के सुरक्षित उतरने के बाद, अब धीरे-धीरे यात्री विमानों के संचालन की प्रक्रिया फिर से सामान्य हो रही है। हालांकि, एयरपोर्ट ने कहा कि सुरक्षा के कारण वह कम संचालन करेगा, जिसमें पहले विमानों के प्रत्यावर्तन और स्थानांतरण को प्राथमिकता दी जाएगी।
आग के कारण एक बड़ा बिजली संकट उत्पन्न हो गया था, जिसके बाद Heathrow Airport को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था। एयरपोर्ट ने एक बयान जारी करते हुए कहा, “बिजली गुल होने के कारण पहले एयरपोर्ट बंद किया गया था, लेकिन अब हीथ्रों सुरक्षित रूप से उड़ानें फिर से शुरू करने में सक्षम है।” हालांकि, एयरपोर्ट ने यात्रियों को सलाह दी कि वे अपनी एयरलाइनों से अधिक जानकारी प्राप्त करें, क्योंकि सेवाओं को फिर से शुरू करने के बावजूद एयरपोर्ट कम संचालन कर रहा है।
नाइट फ्लाइट्स पर प्रतिबंध अस्थायी रूप से हटाए गए
परिवहन विभाग ने अपनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट में जानकारी दी कि Heathrow Airport के बंद होने के बाद, यात्रियों की भीड़भाड़ को कम करने के लिए रात भर की उड़ानों पर लगे प्रतिबंध को अस्थायी रूप से हटा दिया गया है। इस कदम का उद्देश्य यात्रियों को अधिक से अधिक राहत प्रदान करना और हवाई अड्डे पर भीड़ को नियंत्रित करना था, जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना न करना पड़े।
Heathrow Airport प्रशासन ने इस स्थिति को संभालते हुए कहा कि उन्होंने सभी आवश्यक कदम उठाए हैं ताकि यात्री पूरी सुरक्षा और सुविधा के साथ अपने गंतव्यों तक पहुंच सकें। हालांकि, सेवा के पूरी तरह से बहाल होने के लिए शनिवार तक का समय लग सकता है। एयरपोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि यात्रियों को अपनी फ्लाइट्स के बारे में ताजा जानकारी प्राप्त करने के लिए अपनी एयरलाइनों से संपर्क करना चाहिए।
कुल मिलाकर 2 लाख यात्रियों की यात्रा योजना प्रभावित
‘द गार्जियन’ की रिपोर्ट के अनुसार, विद्युत संकट के कारण एयरपोर्ट के बंद होने से लगभग 2 लाख यात्रियों की यात्रा योजनाओं में व्यवधान आ सकता है। यह संख्या इस संकट की गंभीरता और इसके प्रभाव को दर्शाती है, क्योंकि हीथ्रों हवाई अड्डा दुनिया के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से एक है। ऐसे में, जब उड़ानें अचानक रोक दी जाती हैं, तो यात्री प्रभावित होते हैं, और उनके यात्रा कार्यक्रम में देरी होती है या रद्दीकरण होता है।
कई यात्रियों ने अपनी फ्लाइट्स में देरी के कारण असुविधा का सामना किया है, और एयरलाइन कंपनियां स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त प्रयास कर रही हैं। हालांकि, एयरपोर्ट प्रशासन और एयरलाइनों के प्रयासों से धीरे-धीरे स्थिति में सुधार हो रहा है, लेकिन यात्रा प्रभावित होने वाले यात्रियों की संख्या को देखते हुए यह संकट जल्द समाप्त होता हुआ नहीं दिख रहा है।
Heathrow Airport की पुनः संचालन की योजना और उसकी चुनौती
Heathrow Airport, जो प्रतिवर्ष करोड़ों यात्रियों को अपनी सेवाएं प्रदान करता है, विद्युत संकट से निपटने के लिए अपनी पुनः संचालन की योजनाओं को तेज़ी से लागू करने में लगा है। हालांकि, एयरपोर्ट के अधिकारियों का कहना है कि पूरी सेवा बहाल होने में कुछ समय लगेगा, शनिवार तक वे अपेक्षाकृत सामान्य स्थिति में आने की उम्मीद कर रहे हैं।
यह संकट निश्चित रूप से एयरपोर्ट की संचालन क्षमता पर दबाव डालता है, लेकिन अधिकारियों ने सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। इसके अलावा, यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कम संचालन के बावजूद, जिन विमानों को प्राथमिकता दी जाएगी, उनका समुचित संचालन सुनिश्चित किया जाएगा।
सुरक्षा और यात्रियों की सुविधा की प्राथमिकता
Heathrow Airport ने अपने बयान में यह भी कहा कि यात्रियों और सहकर्मियों की सुरक्षा बनाए रखने के लिए, वह कम संचालन के साथ उड़ानों के प्रत्यावर्तन और स्थानांतरण को प्राथमिकता देगा। इसका मतलब है कि जिन यात्रियों की पहले की उड़ानें रद्द या देरी हो गई थीं, उन्हें जल्द से जल्द उनके गंतव्यों तक पहुंचने की कोशिश की जाएगी।
साथ ही, Heathrow Airport ने यात्रियों को सुझाव दिया कि वे अपनी एयरलाइन से सीधे संपर्क करें, ताकि वे अपनी फ्लाइट के बारे में सबसे ताजा जानकारी प्राप्त कर सकें। यह कदम इस स्थिति में यात्रियों के लिए राहत देने वाला साबित हो सकता है, क्योंकि वे एयरलाइन से सीधे संपर्क कर अपनी यात्रा योजनाओं में आवश्यक बदलाव कर सकते हैं।
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