Israel द्वारा गाजा में नए हमलों से भुखमरी और मौतों की स्थिति और युद्धविराम उल्लंघन पर ताजे विवाद
Israel ने गाजा के बुरेजी इलाके में शरणार्थी कैंपों पर जबरदस्त हवाई हमले किए, जिनमें विस्थापित फलस्तीनी नागरिकों द्वारा शरण ली गई एक स्कूल भी निशाना बना। ये हमले तब हुए जब गाजा में भुखमरी के हालात पैदा हो गए थे, क्योंकि इजराइल ने खाने, दवाई और ईंधन की सप्लाई रोक दी थी। इन हमलों में कम से कम 235 लोगों की मौत हो गई है, जो जनवरी में हुए युद्धविराम के बाद गाजा में अब तक का सबसे बड़ा हमला है। इस दौरान, हमास ने इजराइल पर युद्धविराम समझौते का उल्लंघन करने और बंधकों के जीवन को खतरे में डालने का आरोप लगाया है।
Israel का सैन्य कार्रवाई का विस्तार
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि Israel अब सैन्य ताकत का विस्तार करेगा और हमास के खिलाफ कार्रवाई जारी रखेगा। उनका कहना था कि वार्ता में कोई खास प्रगति न होने के कारण उन्होंने हमले का आदेश दिया। नेतन्याहू के कार्यालय ने स्पष्ट किया कि हमास द्वारा बंधकों की रिहाई से इनकार करने के कारण इजराइल ने इस तरह की सैन्य कार्रवाई की योजना बनाई। इजराइल का यह हमला सैन्य ऑपरेशन के तहत था, जिसमें हमास के आतंकवादियों और इसके बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया।
गाजा में जीवन की त्रासदी
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इस्राइल के हवाई हमले में 235 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। मंत्रालय के प्रवक्ता खलील देगरान ने कहा कि ये हमले युद्धविराम के बाद सबसे बड़े थे और गाजा में जीवन को अत्यधिक खतरे में डाल दिया है। इस हमले ने गाजा के निवासियों के लिए भुखमरी और असुरक्षा की स्थितियों को और भी बिगाड़ दिया है। गाजा के कई स्कूलों को बंद कर दिया गया है, और बुनियादी आपूर्ति की कमी की वजह से जीवन जीने में कठिनाइयाँ उत्पन्न हो रही हैं।
हमास का विरोध और भविष्य के बंधकों की चिंता
हमास ने Israel के इस हवाई हमले की निंदा की है और कहा कि यह युद्धविराम का उल्लंघन है। हमास ने चेतावनी दी है कि इस प्रकार के हमले बंधकों के जीवन को खतरे में डाल सकते हैं, क्योंकि लगभग 24 इजराइली नागरिकों को बंधक बनाए रखा गया है और इनके बारे में आशंका है कि वे अब भी जीवित हैं। हमास ने यह भी कहा कि नेतन्याहू और उनकी सरकार ने जानबूझकर युद्धविराम समझौते को तोड़ा और इसके परिणामस्वरूप बंधकों के भविष्य के बारे में अनिश्चितता बढ़ गई है।
सीरिया और लेबनान में हमले
गाजा के अलावा, Israel ने सीरिया और लेबनान में भी हवाई हमले किए। इन हमलों में सीरिया के दारा इलाके में रिहायशी क्षेत्रों को निशाना बनाया गया और लेबनान में हिजबुल्ला के दो आतंकवादियों को मारने का दावा किया गया। इन हमलों ने क्षेत्रीय सुरक्षा पर और तनाव बढ़ा दिया है। इजराइल ने सीरिया और लेबनान में हमलों के जरिए अपने सैन्य अभियान को और बढ़ाने की योजना बनाई है।
व्हाइट हाउस से Israel की सलाह
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने यह बताया कि Israel ने गाजा में किए गए हवाई हमलों से पहले ट्रंप प्रशासन और व्हाइट हाउस से सलाह ली थी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने यह स्पष्ट किया था कि अमेरिका और इजराइल को हमास, हूती और ईरान से उत्पन्न आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। व्हाइट हाउस ने इजराइल की सैन्य कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि इन देशों को आतंक फैलाने के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ेगी और उनके खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे।
युद्धविराम के बीच बढ़ते तनाव
Israel और हमास के बीच संघर्ष के दौरान, युद्धविराम के बावजूद दोनों पक्ष एक दूसरे पर समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगा रहे हैं। जबकि इजराइल के हमले से गाजा में मौतों का आंकड़ा बढ़ा है, वहीं हमास ने यह दावा किया है कि इजराइल का यह कदम बंधकों के जीवन को खतरे में डाल सकता है। इजराइल ने हमास के आतंकवादियों और इसके नेताओं पर हमला करने की योजना बनाई है, जबकि हमास के नेताओं का कहना है कि इजराइल को युद्धविराम समझौते को मानना चाहिए और बंधकों की रिहाई में सहयोग करना चाहिए।
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