राजपूत समाज में इन दिनों जबरदस्त नाराज़गी है, और वजह हैं Hanuman beniwal के वो बयान, जो क्षत्रिय समाज के इतिहास और सम्मान को ठेस पहुंचाते नजर आ रहे हैं। नागौर से सांसद Hanuman beniwal ने हाल ही में एक इंटरव्यू में राजस्थान के इतिहास को लेकर कहा था कि यहां कभी लड़ाइयां लड़ी ही नहीं गई. यहां हमेशा सेटलमेंट हुआ है. नागौर सांसद ने कहा था कि यहां जब मुगलों की सेना आती थी तो 70 किलोमीटर पहले ही बेटी को लेकर पहुंच जाते थे. वही हाल ही में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बेनीवाल ने कहा था कि इस देश में तुम अकेले क्षत्रिय नहीं हो, यह गलतफहमी निकाल दो. हिन्दुस्तान में सबसे बड़ा क्षत्रिय जाट है, फिर यादव और उसके बाद गुर्जर हैं. पटेल,और मराठा भी क्षत्रिय हैं. अंत में तुम्हारा नंबर आता है
नागौर में क्षत्रिय महासम्मेलन का ऐलान
अब इसे लेकर क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने ‘क्षत्रिय स्वाभिमान अस्मिता महासम्मेलन’ का ऐलान कर दिया है. संगठन की ओर से 8 जून को दोपहर 2 बजे नागौर में महासम्मेलन होगा. शेखावत ने कहा कि नागौर से सांसद Hanuman beniwal ने एक बार फिर हमारे क्षत्रिय स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने का दुस्साहस किया है. यह कोई पहली बार नहीं है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कई बार हमारे मान-सम्मान पर चोट की गई, हमारी अस्मिता को ललकारा गया.
🚩 अब नहीं सहेंगे अपमान! 🚩
— Dr Raj Shekhawat (@IAMRAJSHEKHAWAT) May 20, 2025
*समस्त क्षत्रियों द्वारा आयोजित*
*क्षत्रिय स्वाभिमान अस्मिता महासम्मेलन*
📅 8 जून 2025, रविवार, दोपहर 2 बजे, नागौर, राजस्थान।
नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने एक बार फिर हमारे क्षत्रिय स्वाभिमान को ठेस पहुँचाने का दुस्साहस किया है। यह कोई पहली बार… pic.twitter.com/SW5wdXEh6M
आगे की रणनीति पर नजरें
अब देखना होगा कि 8 जून को नागौर में होने वाले ‘क्षत्रिय स्वाभिमान अस्मिता महासम्मेलन’ में क्षत्रिय समाज किस रणनीति के साथ आगे बढ़ता है। क्या यह आंदोलन एक बड़ा जनसंकल्प बनेगा या फिर राजनीतिक गलियारों में इसे सिर्फ एक और सियासी टकराव माना जाएगा? फिलहाल इतना तय है कि Hanuman beniwal के बयानों ने समाज की भावनाओं को झकझोर दिया है, और आने वाले दिन राजस्थान की सियासत में एक नई हलचल पैदा कर सकते हैं।