सुरक्षित बचपन, उज्ज्वल भविष्य और सशक्त समाज के संदेश के साथ अभियान की शुरुआत
डूँगरपुर: उदयपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक गौरव श्रीवास्तव ने मंगलवार को अपने कक्ष में पॉक्सो अधिनियम जागरूकता विषयक पोस्टर का विमोचन किया। इस अवसर पर रेंज के सभी पुलिस अधीक्षकगण उपस्थित रहे। पोस्टर का विषय था—“सुरक्षित बचपन, उज्ज्वल भविष्य, सशक्त समाज।”
आईजी श्रीवास्तव ने कहा कि सशक्त समाज के निर्माण के लिए बाल संरक्षण अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बालकों को यौन शोषण से बचाने के लिए लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम 2012 की जानकारी जन-जन तक पहुँचना जरूरी है ताकि बच्चों को एक सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण मिल सके।
अधिकारियों और यूनिसेफ की मौजूदगी
कार्यक्रम में उदयपुर पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल, राजसमंद एसपी डॉ. ममता गुप्ता, चित्तौड़गढ़ एसपी मनीष त्रिपाठी, बांसवाड़ा एसपी सुधीर जोशी, डूंगरपुर एसपी मनीष कुमार, सलूंबर एसपी राजेश यादव, प्रतापगढ़ एसपी बी. आदित्य, एएसपी हर्ष रतनू (कार्यक्रम के नोडल अधिकारी) और यूनिसेफ की बाल संरक्षण सलाहकार श्रीमती सिंधु बिनुजीत मौजूद रहीं।
श्रीमती बिनुजीत ने कहा कि हर बच्चे को सुरक्षित और सम्मानजनक बचपन का अधिकार है। उन्होंने बताया कि पॉक्सो अधिनियम 2012 बच्चों को यौन अपराधों से कानूनी सुरक्षा प्रदान करता है और समाज के हर वर्ग को यह समझना चाहिए कि बच्चों के साथ किसी भी प्रकार की हिंसा, छेड़छाड़ या शोषण की सूचना देना कानूनी जिम्मेदारी है।
उन्होंने अपील की कि बाल यौन शोषण की किसी भी घटना की सूचना तुरंत पुलिस (112) या चाइल्ड लाइन (1098) पर दें। पीड़ित बच्चे की पहचान गोपनीय रखना समाज की नैतिक और कानूनी जिम्मेदारी है।