राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर ने समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे बाल विवाह, दहेज प्रथा और बालिका शिक्षा की उपेक्षा के खिलाफ दृश्यात्मक विधिक जागरूकता अभियान की शुरुआत की है।
🎥 अभियान का नाम: “लापता नहीं पहचान बनाती लेडीज” उद्देश्य: कानूनी जागरूकता को जन-जन तक पहुंचाना, विशेषकर युवाओं और ग्रामीण समुदायों में
📽️ फिल्म स्क्रीनिंग के माध्यम से सामाजिक संदेश
- फिल्म चयन: “लापता लेडिज” — एक प्रेरणादायक सामाजिक फिल्म
- स्कूलों, कॉलेजों, पंचायत भवनों और आंगनबाड़ी केंद्रों में विशेष स्क्रीनिंग
- “एक गांव, एक स्क्रीन” मॉडल के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच
- स्क्रीनिंग के बाद संवाद सत्र:
- बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम
- दहेज निषेध अधिनियम
- शिक्षा का अधिकार अधिनियम
- विधिक सहायता सेवाएं और हेल्पलाइन जानकारी
🧑⚖️ प्रमुख वक्ता और सहभागिता
- हरिओम शर्मा अत्री (सदस्य सचिव, RSLSA)
- पवन कुमार जीनवाल (सचिव, DLSA जयपुर)
- अजीत कुमार हिंगर (अध्यक्ष, DLSA जयपुर)
- विशेष सचिव डॉ. प्रियंका पारीक, वंदना राठौड़, अजय डूडी, रश्मि नवल, प्रदीप कुमावत, सावित्री सिंह सहित अन्य न्यायिक अधिकारी और विधि विद्यार्थी उपस्थित रहे
📚 अभियान की विशेषताएं
- दृश्य कथा के माध्यम से भावनात्मक जुड़ाव
- युवा वर्ग में सामाजिक मुद्दों की समझ को गहरा करना
- विधिक सहायता पुस्तिकाएं और हेल्पलाइन नंबरों का वितरण
- स्थानीय प्रशासन और शिक्षा विभाग के साथ समन्वय
Read More: WHO की “3 by 35” पहल: 2035 तक तंबाकू, शराब और मीठे पेयों पर 50% कर वृद्धि का आह्वान