मध्यप्रदेश के युवा शक्ति मिशन से औद्योगिक विकास को मिलेगा नई उड़ान: मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav ने युवा दिवस के मौके पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी और अपने संदेश में राज्य के युवा शक्ति मिशन और औद्योगिक विकास के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रदेश के डेढ़ करोड़ युवा अपनी क्षमता और दक्षता के साथ प्रदेश के औद्योगिक विकास में अहम योगदान देंगे। डॉ. Mohan Yadav ने यह भी स्पष्ट किया कि 16 जनवरी को आयोजित होने वाले 7वीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से मध्यप्रदेश में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे और यह प्रदेश के औद्योगिक विकास में एक नया मोड़ साबित होगा।
मध्यप्रदेश: देश का सबसे युवा प्रदेश
डॉ. Mohan Yadav ने कहा कि मध्यप्रदेश, देश और दुनिया का सबसे युवा प्रदेश है, और यही युवा शक्ति प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में रोजगार और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने युवा शक्ति मिशन की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य राज्य के युवाओं को उनके कौशल और दक्षता के अनुसार रोजगार प्रदान करना है। प्रदेश में आईटी और अन्य व्यावसायिक क्षेत्रों में योग्य युवाओं की बड़ी संख्या है, और सरकार का उद्देश्य उन्हें उनके घरेलू राज्य में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।
7वीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव: निवेश और रोजगार के अवसर
मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav ने यह भी बताया कि 7वीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 16 जनवरी को आयोजित होगा, जिसमें विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि निवेश के अवसरों के बारे में प्रस्तुतियां देंगे। पिछले 6 इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में अब तक लगभग चार लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आकर्षित हुआ है, जिससे तीन लाख से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर मिले हैं। यह निवेश न केवल औद्योगिक क्षेत्र में बल्कि स्वास्थ्य, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में भी वृद्धि को बढ़ावा देगा।

डॉ. Mohan Yadav ने कहा कि इस कॉन्क्लेव के माध्यम से प्रदेश में नई औद्योगिक इकाइयों की स्थापना को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी। इसके साथ ही, आईटी और अन्य उभरते क्षेत्रों में भी युवाओं के लिए नए अवसर उत्पन्न होंगे। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि महिला उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने विशेष कदम उठाए हैं और महिलाओं को व्यवसाय में समान अवसर देने के लिए विशेष योजनाएं बनाई हैं।
महिलाओं के लिए विशेष योजना
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में यह भी बताया कि युवा शक्ति मिशन में महिलाओं की भूमिका को प्रभावशाली बनाने के लिए विशेष महत्व दिया गया है। सरकार का प्रयास है कि महिलाएं भी पुरुषों के बराबर कामकाजी क्षेत्र में शामिल हो और उन्हें समान अवसर मिलें। इसके तहत लाड़ली बहनों के लिए विशेष योजनाएं बनाई गई हैं। जनवरी माह में, लाड़ली बहनों के खातों में राशि अंतरित की जाएगी, ताकि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त किया जा सके और वे औद्योगिक क्षेत्र में भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें।
डॉ. Mohan Yadav ने कहा कि महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए प्रदेश में कई योजनाओं को लागू किया गया है, जिनसे उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। इसके साथ ही, प्रदेश में महिलाओं को व्यवसायिक और सामाजिक क्षेत्र में समान अवसर मिलेंगे, ताकि वे समाज में अपनी पहचान बना सकें।
युवाओं को रोजगार और कौशल प्रशिक्षण
Mohan Yadav ने यह भी कहा कि प्रदेश के युवा को अपनी क्षमता, कौशल और दक्षता के अनुसार रोजगार मिलना चाहिए। इसके लिए राज्य सरकार ने कौशल विकास योजनाओं को लागू किया है, जिससे युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अवसर मिलेंगे। युवा शक्ति मिशन के तहत विभिन्न तकनीकी और व्यवसायिक प्रशिक्षण केंद्र खोले गए हैं, जहां युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
प्रदेश में आईटी और हाइटेक उद्योगों की संभावनाएं भी बढ़ रही हैं, और राज्य सरकार का उद्देश्य इन क्षेत्रों में युवाओं को प्रशिक्षित करके उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करना है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सरकार ने युवा उधमी योजना, स्व-रोजगार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं, ताकि युवा अपने व्यवसाय शुरू कर सकें और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकें।
प्रदेश में बढ़ते निवेश और विकास की दिशा
Mohan Yadav ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश और देश की बढ़ती प्रगति की ओर भी ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि जैसे प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से विकास की दिशा में बढ़ रहा है, उसी तरह प्रदेश के युवा भी इस विकास यात्रा में अपनी भूमिका निभाएंगे। उन्होंने प्रदेश के युवाओं से अपील की कि वे अपने कौशल और समर्पण के साथ औद्योगिक विकास में योगदान करें और इस प्रगति के साथ कदम से कदम मिलाकर चलें।

आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का लक्ष्य
Mohan Yadav ने इस बात पर भी जोर दिया कि प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर क्षेत्र में विकास की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि औद्योगिक, कृषि, और शहरी विकास को एक साथ बढ़ावा देने के लिए सरकार योजनाओं का निर्माण कर रही है, जो प्रदेश के समग्र विकास को गति प्रदान करेगी।
प्रदेश में बढ़ते निवेश और औद्योगिक विकास के कारण रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे, और राज्य का आर्थिक आधार मजबूत होगा। इसके साथ ही, मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार ने कई पारदर्शी और ई-गवर्नेंस की योजनाएं बनाई हैं, जो विकास कार्यों में तेजी लाएंगी।
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