जयपुर(Jaipur), 9 जून।
राजस्थान(Rajasthan) में स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने की दिशा में एक और अहम कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान(Mukhyamantri Shikshit Rajasthan Abhiyan) की प्रगति समीक्षा और आगामी कार्ययोजना को लेकर सोमवार को एक अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल(Education Secretary Krishna Kunal) ने की। इस बैठक में अभियान के दो मुख्य घटकों पर विशेष चर्चा की गई, जबकि शेष घटकों पर मंथन आगामी बैठकों में किया जाएगा। शिक्षा सचिव(Education Secretary) ने अभियान(Abhiyan) की प्रगति में गति लाने के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति के निर्देश भी दिए।
क्या है मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान(Mukhyamantri Shikshit Rajasthan Abhiyan)?
Shikshit Rajasthan योजना कक्षा 3 से 8(Class 3 to 8) तक के विद्यार्थियों(Students) के लिए शुरू की गई है। इसके तहत बच्चों का हिन्दी(Hindi), अंग्रेज़ी(English) और गणित(Mathematics) विषयों में दक्षता आधारित मूल्यांकन किया जाता है। जो विद्यार्थी पिछली कक्षा की शिक्षा में कमजोर पाए जाते हैं, उनके लिए विशेष रेमेडियल कक्षाएं चलाई जाती हैं। पहले इस योजना को ‘शिक्षा में बढ़ते कदम’(Shiksha Mein Badhte Kadam) नाम से जाना जाता था, जिसे अब विस्तारित रूप में मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान(Mukhyamantri Shikshit Rajasthan Abhiyan) के नाम से लागू किया गया है। यह स्कूल शिक्षा विभाग की एक सस्टेनेबल रेमेडियल योजना है।
राजस्थान में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के सफल क्रियान्वयन के लिए चलाया जा रहे मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान के तहत प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वूर्ण कार्य किए जा रहे हैं।
— Dept of Education, Rajasthan (@rajeduofficial) June 10, 2025
अभियान के अंतर्गत विद्यार्थी केंद्रित कार्य, विद्यालय केंद्रित… pic.twitter.com/4eujB5u4MU
Shikshit Rajasthan: साल में दो बार होगा मूल्यांकन
राज्य के सभी राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा 3 से 8 के छात्रों का साल में दो बार कम्पीटेन्सी बेस्ड मूल्यांकन(competency-based assessments) किया जाएगा। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर बच्चा अपनी कक्षा के स्तर के अनुरूप ज्ञान और कौशल हासिल कर सके।
Shikshit Rajasthan: बैठक में ये रहे शामिल
इस समीक्षा बैठक में राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त अनुपमा जोरवाल(Anupama Jorwal), निदेशक माध्यमिक शिक्षा आशीष मोदी(Ashish Modi), निदेशक प्रारंभिक शिक्षा सीताराम जाट(Seetaram Jat), निदेशक RSCIT, निदेशक RCTB, अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक डॉ. ओमप्रभा(Dr. Omprabha) सहित विभिन्न विभागीय उपायुक्त और अधिकारी मौजूद रहे।
Shikshit Rajasthan: शिक्षा सचिव(Education Secretary) का बयान
कृष्ण कुणाल(Krishna Kunal) ने कहा कि “यह अभियान शिक्षा की गुणवत्ता के नए मानदंड स्थापित करने की दिशा में एक दृढ़ और समन्वित प्रयास है। चार प्रमुख घटक—विद्यालय(School), विद्यार्थी(Student), शिक्षक(Teacher) और शैक्षणिक परिणाम( Learning Outcomes)—इस योजना की रीढ़ हैं।” अभियान के तहत 40 बिंदुओं(40 actionable points) पर आधारित क्रियान्वयन रूपरेखा तैयार की गई है, जो आने वाले समय में राज्य की शिक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने में मदद करेगी।
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