इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के लिए Shami-रेड्डी की वापसी
Shami: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 11 जनवरी 2025 को इंग्लैंड के खिलाफ आगामी 5 मैचों की टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम का ऐलान किया। इस सीरीज के लिए चुने गए 15 खिलाड़ियों में से 10 खिलाड़ी वही हैं, जो पिछले साउथ अफ्रीका दौरे पर भारत के खिलाफ खेली गई टी20 सीरीज का हिस्सा थे। सूर्यकुमार यादव को टीम का कप्तान बनाया गया है। हालांकि, कुछ नए चेहरों की वापसी ने 5 खिलाड़ियों के चयन पर असर डाला है, और ये खिलाड़ी इस बार इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में जगह बनाने में सफल नहीं हो पाए।
इस लेख में हम उन 5 खिलाड़ियों पर ध्यान केंद्रित करेंगे जिनका पत्ता कट गया है, साथ ही यह भी जानेंगे कि पिछली सीरीज में उनका प्रदर्शन कैसा था और क्यों उनकी जगह मोहम्मद Shami और नीतीश कुमार रेड्डी जैसे खिलाड़ियों को मौका मिला।
मोहम्मद Shami और नीतीश कुमार रेड्डी की वापसी
मोहम्मद Shami, जो भारतीय क्रिकेट टीम के एक प्रमुख तेज गेंदबाज हैं, ने अपनी वापसी की खबर से सभी को चौंका दिया। Shami का चयन इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए किया गया है, जो उनकी कड़ी मेहनत और शानदार प्रदर्शन का परिणाम है। पिछले कुछ समय से Shami सीमित ओवरों की क्रिकेट में नियमित रूप से शामिल नहीं थे, लेकिन उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया है। Shami की वापसी से टीम को एक अनुभवी तेज गेंदबाज मिल जाएगा, जो अंतिम ओवरों में अपने अनुभव का उपयोग कर सकता है।
इसी तरह, नीतीश कुमार रेड्डी भी टी20 सीरीज के लिए चुने गए हैं। रेड्डी ने हालिया घरेलू टूर्नामेंटों में अच्छा प्रदर्शन किया है, जिससे उन्हें टीम में स्थान मिला है। उनकी ऑलराउंड क्षमता और हर विभाग में संतुलन बनाने की योग्यता ने उन्हें चयनकर्ताओं का विश्वास अर्जित किया है।
किन खिलाड़ियों का पत्ता कट गया और क्यों?
Shami और रेड्डी की वापसी के कारण कुछ खिलाड़ियों का पत्ता कटना स्वाभाविक था। भारतीय टीम में हर स्थान पर प्रतिस्पर्धा बढ़ने के कारण चयनकर्ताओं को कई कठिन निर्णय लेने पड़े। जिन 5 खिलाड़ियों का नाम इस चयन से बाहर किया गया, उनकी पिछली सीरीज में प्रदर्शन पर गौर करें तो यह स्पष्ट हो जाता है कि वे अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखने में असफल रहे थे।
शार्दुल ठाकुर
शार्दुल ठाकुर, जो भारतीय टीम के एक प्रभावी ऑलराउंडर माने जाते हैं, पिछले कुछ समय में खुद को साबित नहीं कर पाए। साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में उनकी गेंदबाजी में निरंतरता का अभाव था और वे बल्लेबाजी में भी उतने प्रभावी नहीं दिखे। शार्दुल के स्थान पर अब Shami जैसे अनुभवी तेज गेंदबाज को टीम में जगह मिली है।
दीपक हुड्डा
दीपक हुड्डा ने पिछले कुछ समय में भारतीय टीम में कुछ अच्छे प्रदर्शन किए थे, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ आगामी सीरीज के लिए उन्हें बाहर किया गया है। उनकी बल्लेबाजी में स्थिरता का अभाव रहा, और खासकर साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में उनका प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर था। हुड्डा ने कई मौकों पर अपनी जगह बनानी चाही, लेकिन निरंतरता के अभाव में उन्हें टीम से बाहर किया गया है।
अर्शदीप सिंह
अर्शदीप सिंह, जो भारतीय टीम के एक प्रमुख तेज गेंदबाज रहे हैं, साउथ अफ्रीका सीरीज में अपनी गेंदबाजी में प्रभावी नहीं नजर आए। अर्शदीप ने कुछ महत्वपूर्ण मौकों पर बड़े रन लीक किए, जिससे उनके चयन पर सवाल उठे। इसके अलावा, उनकी फॉर्म भी लगातार गिरावट में रही है, जिसके कारण उनका पत्ता कट गया।
शिवम दुबे
शिवम दुबे को भारतीय टीम में एक ऑलराउंडर के रूप में मौका मिला था, लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में उनका प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमज़ोर रहा। उनके बल्ले से रन कम निकलने के साथ-साथ गेंदबाजी में भी उनका प्रभाव देखने को नहीं मिला। यही कारण था कि उन्हें इंग्लैंड सीरीज के लिए बाहर कर दिया गया।
ऋतुराज गायकवाड़
ऋतुराज गायकवाड़, जो सलामी बल्लेबाज के रूप में भारत की टीम में खेलते रहे हैं, साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में अपेक्षाकृत असफल रहे। उनका बल्ला ज्यादा देर तक नहीं चला, और टीम को एक स्थिर शुरुआत की आवश्यकता थी, जो गायकवाड़ से नहीं मिल पाई। उनका औसत प्रदर्शन और अन्य विकल्पों के प्रभावी होने के कारण उनका चयन नहीं हो पाया।
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