भरतपुर: विजयदशमी के अवसर पर आयोजित होने वाला भरतपुर का श्री जसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेला ब्रज अंचल का प्रमुख सांस्कृतिक और पशु आधारित आयोजन है। इस बार मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम, पशु प्रतियोगिताएं, राष्ट्रीय स्तर का कुश्ती दंगल और मनोरंजन के विविध साधन प्रस्तुत किए जाएंगे।
डॉ. खुशीराम मीणा, अतिरिक्त निदेशक ने बताया कि यह मेला 27 सितम्बर से 6 अक्टूबर तक आयोजित होगा। 1920 में प्रारंभ हुआ यह मेला राजस्थान स्टेट कैटल फेयर एक्ट 1963 के अंतर्गत प्रतिवर्ष आयोजित होता है और उत्तर भारत के प्रमुख मेलों में गिना जाता है।
इस वर्ष मेले में पशु प्रतियोगिताएं, भजन, नोटंकी, ढोला गायन, कुश्ती दंगल, रावण दहन, कवि सम्मेलन और सांस्कृतिक संध्या आयोजित की जाएंगी। इसके साथ ही झूला, सर्कस, नाव और जादू जैसी आकर्षक गतिविधियां भी मौजूद रहेंगी। सुरक्षा के लिए मेले में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। विकास कार्यों में लगभग 11 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं और दुकानों की नीलामी व अन्य माध्यमों से अब तक 74.41 लाख रुपये की रिकॉर्ड आय प्राप्त हुई है।
यह मेला न केवल पशु व्यापार बल्कि सांस्कृतिक आदान-प्रदान और पर्यटन के लिए भी विशेष महत्व रखता है।