Stock Crash: अमेरिका द्वारा PEPFAR सहायता में कटौती से भारतीय फार्मा कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट
Stock Crash: अमेरिका द्वारा विदेशी सहायता में कटौती की खबर ने भारतीय फार्मा कंपनियों के शेयरों को जोरदार झटका दिया है। तीन प्रमुख फार्मा कंपनियों – लॉरस लैब्स लिमिटेड, स्ट्राइड्स फार्मा साइंसेस लिमिटेड और ऑरोबिंदो फार्मा लिमिटेड – के शेयर सोमवार, 27 जनवरी 2025 को गिर गए, जिनमें 15% तक की गिरावट देखी गई। यह गिरावट विशेष रूप से अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा विदेशी सहायता कार्यक्रमों में संशोधन के आदेश के बाद आई है, जिससे इन कंपनियों के भविष्य पर प्रभाव पड़ सकता है।
लॉरस लैब्स लिमिटेड: 100 रुपये से ज्यादा की गिरावट
Stock Crash: लॉरस लैब्स लिमिटेड, जो एंटी-रेट्रोवायरल दवाओं के उत्पादन में एक प्रमुख खिलाड़ी है, ने सोमवार को 602.65 रुपये के बंद भाव से 610 रुपये पर कारोबार की शुरुआत की, लेकिन कुछ ही मिनटों में यह शेयर 500 रुपये तक गिर गया। इस गिरावट के कारणों में अमेरिका द्वारा PEPFAR (President’s Emergency Plan for AIDS Relief) कार्यक्रम में कटौती का बड़ा हाथ है। कंपनी का शेयर एक साल में 40% का रिटर्न देने के बाद अब अचानक इस गिरावट का सामना कर रहा है।
स्ट्राइड्स फार्मा साइंसेस लिमिटेड: 60 रुपये से ज्यादा की कमी
Stock Crash: स्ट्राइड्स फार्मा साइंसेस लिमिटेड का शेयर सोमवार को 606.50 रुपये के बंद भाव से गिरकर 591.65 रुपये पर खुला और फिर कुछ ही मिनटों में 560 रुपये के नीचे आ गया। कंपनी के प्रमोटर्स की कुल हिस्सेदारी 26.82% है, जिसमें से 54.25% गिरवी है। विदेशी और घरेलू संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी में गिरावट आई है, और इस गिरावट को अमेरिकी PEPFAR कार्यक्रम के तहत दवाओं की आपूर्ति में कमी से जोड़ा जा रहा है। 2024 में कंपनी ने नए शिखर को छुआ था, लेकिन अब उसकी स्थिति कमजोर हो रही है।
ऑरोबिंदो फार्मा लिमिटेड: 50 रुपये से ज्यादा की गिरावट
Stock Crash: ऑरोबिंदो फार्मा लिमिटेड का शेयर 1,212.20 रुपये के बंद भाव से गिरकर 1,200 रुपये पर खुला और फिर 1,166.35 रुपये के निचले स्तर तक आ गया। कंपनी के प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 51.82% है, जिसमें से 17.83% गिरवी रखी गई है। हालांकि, इस कंपनी के लिए भी PEPFAR कार्यक्रम की बंदी के कारण संकट बढ़ सकता है, क्योंकि यह कंपनी भी एंटी-रेट्रोवायरल दवाओं की आपूर्ति करती है।
PEPFAR का महत्व और फार्मा कंपनियों पर इसका असर
Stock Crash: PEPFAR (President’s Emergency Plan for AIDS Relief) 2003 में अमेरिका द्वारा शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य HIV/AIDS से प्रभावित देशों में इस बीमारी की रोकथाम, उपचार और देखभाल करना था। इस कार्यक्रम के तहत, लाखों लोगों को मुफ्त एंटी-रेट्रोवायरल दवाएं, टेस्टिंग सुविधाएं और जागरूकता अभियान का लाभ मिलता है। इसके चलते भारत की फार्मा कंपनियां जैसे सिप्ला, ल्यूपिन, सन फार्मा और अन्य को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एंटी-रेट्रोवायरल दवाओं की आपूर्ति का बड़ा हिस्सा मिलता है।
हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा इस कार्यक्रम में कटौती के आदेश से फार्मा कंपनियों को बड़ा झटका लगा है। यदि PEPFAR कार्यक्रम में कमी आती है, तो भारतीय फार्मा कंपनियों को नए आदेश मिलने में दिक्कत हो सकती है, जिससे उनकी आय प्रभावित हो सकती है।
क्या होगा अगला कदम?
Stock Crash: इस बदलाव के बाद, भारतीय फार्मा कंपनियों को अन्य देशों और संगठनों से साझेदारी करने की आवश्यकता होगी ताकि वे नए बाजारों में प्रवेश कर सकें और PEPFAR के बंद होने से उत्पन्न होने वाली कमी को पूरा कर सकें। हालांकि, यह प्रक्रिया समय लेने वाली हो सकती है और कंपनियों को अपनी रणनीतियों को बदलने के लिए अतिरिक्त प्रयास करना पड़ सकता है।
Stock Crash: भारत की फार्मा कंपनियां हमेशा अपनी किफायती दवाओं और उच्च गुणवत्ता वाली सेवाओं के लिए जानी जाती रही हैं। यदि PEPFAR जैसी योजनाओं में कटौती होती है, तो इससे इन कंपनियों की वैश्विक उपस्थिति और प्रतिष्ठा पर असर पड़ सकता है। यही नहीं, इस कार्यक्रम के बंद होने से उन लाखों मरीजों पर भी असर पड़ेगा, जो इन दवाओं पर निर्भर हैं।
सामाजिक प्रभाव और भविष्य की चुनौतियां
Stock Crash: PEPFAR का बंद होना न केवल फार्मा कंपनियों के लिए आर्थिक दृष्टि से नुकसानदेह हो सकता है, बल्कि इसके सामाजिक प्रभाव भी हो सकते हैं। लाखों लोग जो इस कार्यक्रम पर निर्भर थे, वे अब इलाज से वंचित हो सकते हैं, और इससे HIV/AIDS से संबंधित समस्याएं और गंभीर हो सकती हैं। फार्मा कंपनियों की सामाजिक छवि पर भी इसका असर पड़ेगा, क्योंकि वे वैश्विक स्वास्थ्य प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रही हैं।
Stock Crash: इसके अलावा, फार्मा कंपनियों को अब नए अवसरों की तलाश करनी होगी, जैसे कि अन्य रोगों के इलाज के लिए नए उत्पादों पर ध्यान केंद्रित करना, ताकि वे इस वैश्विक संकट से उबर सकें।
Read More: BJP ने आम आदमी पार्टी पर अंबेडकर की प्रतिमा को नुकसान पहुँचाने का आरोप लगाया