Mexico को डिपोर्टेशन हब के रूप में उपयोग करने की अनुमति देंगे – Sheinbaum

Sheinbaum

मैक्सिको को डिपोर्टेशन हब बनाने की अनुमति देने की क्लाउडिया Sheinbaum की घोषणा

मैक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया Sheinbaum ने हाल ही में एक बड़ा और अप्रत्याशित फैसला लिया, जिसमें उन्होंने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को मैक्सिको को एक “डिपोर्टेशन हब” के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति देने की घोषणा की। इस फैसले के अनुसार, न केवल मैक्सिकन नागरिकों को बल्कि अन्य देशों से आए गैर-मैक्सिकन प्रवासियों को भी निर्वासित करने के लिए इस हब का उपयोग किया जाएगा। यह कदम अमेरिका और मैक्सिको के बीच आव्रजन और निर्वासन के मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है।

मैक्सिको के रुख में बदलाव

यह घोषणा Sheinbaum द्वारा अचानक किए गए रुख के बदलाव को दर्शाती है, क्योंकि इससे पहले वह यह स्पष्ट कर चुकी थीं कि मैक्सिको अवैध प्रवासियों को स्वीकार नहीं करेगा। पहले के उनके बयान में यह कहा गया था कि मैक्सिको उन प्रवासियों को स्वीकार नहीं करेगा जो अमेरिका द्वारा निर्वासित किए जा रहे हैं। हालांकि, अब उन्होंने अपनी नीति में बदलाव करते हुए यह कहा कि, “हम उन्हें यहां स्वीकार करेंगे। हम उन्हें सही तरीके से स्वीकार करेंगे और हमारे पास एक योजना है।” इस बयान में Sheinbaum ने यह संकेत दिया कि उनकी सरकार एक ठोस योजना के तहत प्रवासियों को स्वीकार करने के लिए तैयार है।

अमेरिका के साथ नए रिश्ते की ओर कदम

इस निर्णय का प्रभाव अमेरिका और मैक्सिको के रिश्तों पर पड़ने वाला है, खासकर तब जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प शपथ लेने जा रहे हैं। ट्रम्प के चुनाव के बाद अमेरिका ने लगातार अपनी आव्रजन नीतियों को सख्त किया है, जिससे मैक्सिको पर दबाव बढ़ा था। Sheinbaum ने इस फैसले को अमेरिकी सरकार की आव्रजन नीति को स्वीकार करने के रूप में लिया है, जो न केवल मैक्सिकन नागरिकों के लिए, बल्कि अन्य देशों से आए गैर-मैक्सिकन प्रवासियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण मोड़ है।

दूसरे देशों के प्रवासियों के लिए डिपोर्टेशन हब

Sheinbaum के इस फैसले से यह स्पष्ट होता है कि मैक्सिको न केवल अपने नागरिकों को स्वीकार करेगा, बल्कि अन्य देशों से आए अवैध प्रवासियों को भी अमेरिका द्वारा निर्वासित करने के लिए हब के रूप में कार्य करेगा। यह कदम उस समय लिया गया है जब दुनिया भर के नेताओं का झुकाव बढ़ता जा रहा है और अमेरिका के नए प्रशासन की योजनाओं का पालन करने की दिशा में विभिन्न देशों की नीतियां बदल रही हैं। यह फैसला Sheinbaum के पहले के विचारों से विपरीत था, जब उन्होंने स्पष्ट रूप से यह कहा था कि मैक्सिको अवैध प्रवासियों को स्वीकार नहीं करेगा।

ड्रग कार्टेल का प्रभाव और अमेरिकी नीतियां

इस बयान में Sheinbaum ने यह भी संकेत दिया कि मैक्सिको पर ड्रग कार्टेल का नियंत्रण है, जो देश के भीतर कई प्रकार की समस्याओं का कारण बनता है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि जैसे-जैसे राष्ट्रपति शपथ ग्रहण समारोह करीब आ रहा है, दुनियाभर के नेताओं का झुकाव बढ़ता दिखाई देगा। इसका तात्पर्य यह है कि Sheinbaum को लगता है कि अब मैक्सिको को अपनी स्थिति में बदलाव लाना होगा और अमेरिका से लौटाए गए प्रवासियों के लिए उचित व्यवस्था करनी होगी।

अवैध प्रवासियों का मुद्दा

मैक्सिको में अवैध प्रवासियों का मुद्दा लंबे समय से विवादास्पद रहा है। अमेरिका द्वारा लाखों प्रवासियों को निर्वासित करने के बाद उन्हें मैक्सिको में स्वीकार करने का मुद्दा अक्सर चर्चा का विषय बनता रहा है। Sheinbaum का नया कदम इस मुद्दे को और गंभीर बना सकता है, क्योंकि अब मैक्सिको को उन प्रवासियों को स्वीकार करना होगा जो अमेरिका के बाद वहां पहुंचे हैं। यह कदम न केवल आव्रजन नीति को प्रभावित करेगा, बल्कि मैक्सिको की सामाजिक और राजनीतिक स्थिति को भी चुनौती देगा।

मैक्सिको के सामने नए चुनौतियाँ

हालांकि Sheinbaum का यह कदम अमेरिका और मैक्सिको के बीच बेहतर रिश्तों की ओर एक कदम हो सकता है, लेकिन इसके साथ ही मैक्सिको के लिए कई नए सामाजिक और राजनीतिक चुनौतियाँ भी खड़ी हो सकती हैं। मैक्सिको को इन प्रवासियों के लिए बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था करनी होगी, ताकि इनका जीवन बेहतर हो सके और देश में सामाजिक तनाव न बढ़े। इसके अलावा, यह कदम मैक्सिको के भीतर भी विरोध का कारण बन सकता है, जहां कई लोग सरकार के इस फैसले का विरोध कर सकते हैं।

Read More: Johnson फिर से अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष चुने गए

Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *