राजस्थान सरकार का सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग (Information & Public Relations Department) अब जन कल्याणकारी योजनाओं और नीतियों को आमजन तक पहुंचाने के लिए नवाचार आधारित रणनीति अपनाएगा। परंपरागत प्रचार माध्यमों के साथ-साथ अब न्यू मीडिया, विशेषकर सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर विशेष फोकस किया जाएगा।
🧭 रणनीतिक दिशा-निर्देश: अर्चना सिंह और संदेश नायक की पहल
शासन सचिव अर्चना सिंह और आयुक्त संदेश नायक ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक में स्पष्ट किया कि सूचना संप्रेषण में तकनीक और रचनात्मकता की भूमिका अब पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।
“सरकारी योजनाओं की ब्रांडिंग इस तरह हो कि अंतिम व्यक्ति तक उसका लाभ पहुंचे” — अर्चना सिंह
उन्होंने सभी शाखा प्रभारियों से उनके कार्यों की समीक्षा की और प्रभावी, जानकारीपरक और लक्षित प्रचार की आवश्यकता पर बल दिया।
📺 जनसम्पर्क के बहुआयामी माध्यम
आयुक्त संदेश नायक ने कहा कि विभाग को राज्य सरकार की आंख, नाक और कान की भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, सोशल और आउटडोर मीडिया के प्रभावी उपयोग की बात कही और पत्रकार कल्याण, आरजेएचएस, और अधिस्वीकरण प्रक्रियाओं की समीक्षा की।
🏢 विभागीय संरचना और संसाधन सुदृढ़ीकरण
उन्होंने मुख्यालय की विज्ञापन, क्षेत्र प्रचार, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया, प्रकाशन, छायाचित्र, शोध एवं संदर्भ शाखाओं का दौरा किया और आश्वस्त किया कि सभी शाखाओं को आवश्यक संसाधन और तकनीकी सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा।
👥 प्रमुख अधिकारीगण की उपस्थिति
इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन) अरविंद सारस्वत, अतिरिक्त निदेशक (सूजस) नर्बदा इंदौरिया, वित्तीय सलाहकार वीरेंद्र सिंह, संयुक्त निदेशक (पीआरबी) शिप्रा भटनागर, सोशल मीडिया उप निदेशक विजय खंडेलवाल, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया उप निदेशक तरुण जैन, संवाद उप निदेशक ओटाराम चौधरी, पत्रकार शाखा उप निदेशक अजय कुमार, और मुख्य फोटो अधिकारी छोटू लाल जीनगर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।