UPI नियम में बदलाव: 1 जनवरी से डबल होगी पैसे ट्रांसफर करने की लिमिट

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1 जनवरी से UPI 123Pay में बदलाव: ट्रांजैक्शन लिमिट दोगुनी होगी

1 जनवरी से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए जा रहे हैं, जिनमें से एक प्रमुख बदलाव UPI (Unified Payments Interface) के जरिए पेमेंट करने के नियमों में है। इस बदलाव के तहत, UPI 123Pay की ट्रांजैक्शन लिमिट को दोगुना किया जा रहा है, जिससे यूजर्स को अधिक राशि ट्रांसफर करने का अवसर मिलेगा।

UPI 123Pay क्या है और इसका उपयोग कैसे होता है?

UPI 123Pay एक खास तरह की सेवा है, जो विशेष रूप से फीचर फोन यूजर्स के लिए तैयार की गई है। इस सर्विस के तहत यूजर्स बिना इंटरनेट कनेक्शन के भी UPI पेमेंट कर सकते हैं। यह सुविधा उन यूजर्स के लिए महत्वपूर्ण है, जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है या जो इंटरनेट का उपयोग नहीं करते हैं। UPI 123Pay चार मुख्य तरीकों से काम करता है:

  1. IVR (Interactive Voice Response) Numbers
  2. Missed Calls
  3. OEM-Embedded Apps
  4. Sound-Based Technology

इन तरीकों का उपयोग करते हुए, यूजर्स आसानी से UPI पेमेंट कर सकते हैं, बिना किसी इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता के। इसे भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा विशेष रूप से उन क्षेत्रों में बढ़ावा दिया गया है, जहां इंटरनेट की पहुंच सीमित है।

ट्रांजैक्शन लिमिट में बदलाव

UPI 123Pay के तहत अब तक, यूजर्स एक ट्रांजैक्शन में केवल 5,000 रुपये तक ही ट्रांसफर कर सकते थे। लेकिन अब आरबीआई ने इस लिमिट को दोगुना करते हुए 10,000 रुपये तक कर दिया है। इसका मतलब है कि अब UPI 123Pay यूजर्स एक बार में 10,000 रुपये तक का ट्रांजैक्शन कर सकेंगे।

यह बदलाव विशेष रूप से उन यूजर्स के लिए फायदेमंद होगा, जो अपने दैनिक लेन-देन के लिए UPI 123Pay का उपयोग करते हैं, लेकिन पहले 5,000 रुपये की ट्रांजैक्शन लिमिट के कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता था। यह परिवर्तन न केवल सुविधा प्रदान करेगा, बल्कि डिजिटल भुगतान को भी और अधिक बढ़ावा देगा।

UPI 123Pay के प्रमुख लाभ

  1. इंटरनेट की आवश्यकता नहीं:
    UPI 123Pay का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसे बिना इंटरनेट कनेक्शन के उपयोग किया जा सकता है। इस सुविधा का उपयोग करने के लिए यूजर्स को केवल फीचर फोन और IVR नंबर की आवश्यकता होती है। यह उन लोगों के लिए बेहद लाभकारी है, जिनके पास स्मार्टफोन या स्थिर इंटरनेट कनेक्शन नहीं हैं।
  2. स्मार्टफोन की आवश्यकता नहीं:
    एक और महत्वपूर्ण लाभ यह है कि इसे स्मार्टफोन की आवश्यकता नहीं होती। फीचर फोन यूजर्स भी UPI 123Pay का इस्तेमाल करके आसानी से पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। इस कारण से यह सेवा ग्रामीण इलाकों में विशेष रूप से उपयोगी है, जहां स्मार्टफोन की पहुंच कम है।
  3. साधारण प्रक्रिया:
    UPI 123Pay के माध्यम से पेमेंट करने के लिए बेहद सरल प्रक्रिया है। यूजर्स को IVR नंबर पर कॉल करना होता है और फिर दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए भुगतान किया जा सकता है। इससे न केवल पेमेंट की प्रक्रिया सरल होती है, बल्कि यह उन लोगों के लिए भी सुविधाजनक है जो डिजिटल लेन-देन में नए हैं।
  4. सुरक्षा:
    यूपीआई 123Pay का उपयोग करते हुए किए गए सभी ट्रांजैक्शन सुरक्षित होते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक और राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) इस सेवा की निगरानी करते हैं, ताकि उपयोगकर्ताओं का डेटा और वित्तीय लेन-देन सुरक्षित रहे।

नए IVR नंबर और कॉल बैक फीचर

वर्तमान में, यूपीआई 123Pay के लिए कुछ खास IVR नंबर दिए गए हैं, जिनका उपयोग फीचर फोन यूजर्स कर सकते हैं। इन नंबरों पर कॉल करके, यूजर्स अपनी UPI ID को वेरीफाई कर सकते हैं और फिर दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए पेमेंट कर सकते हैं। यह नंबर हैं:

  • 080-45163666
  • 080-45163581
  • 6366200200

इन नंबरों के माध्यम से यूजर्स बिना किसी परेशानी के अपना ट्रांजैक्शन पूरा कर सकते हैं। इसके अलावा, कॉल पर दिए गए निर्देशों का पालन करना भी बहुत आसान है, जिससे इस प्रक्रिया को सभी वर्गों के लोग आसानी से समझ सकते हैं और उपयोग कर सकते हैं।

बदलाव का असर और भविष्य

UPI 123Pay में यह बदलाव भारतीय डिजिटल भुगतान प्रणाली के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इसे देखते हुए, इस सुविधा का उपयोग और बढ़ सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं करते हैं। 1 जनवरी 2025 से इस बदलाव के लागू होने के बाद, UPI 123Pay का उपयोग और बढ़ेगा, जिससे भारतीय रिजर्व बैंक के डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के प्रयासों को और मजबूती मिलेगी।

साथ ही, इस बदलाव के परिणामस्वरूप, भारतीय अर्थव्यवस्था में डिजिटल भुगतान की आदतें और भी मजबूत होंगी। पहले से ही यूपीआई को भारतीय उपभोक्ताओं के बीच एक प्रचलित पेमेंट सिस्टम माना जाता है, और इस बदलाव से यूपीआई का उपयोग और बढ़ेगा।

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