चार ग्राम पंचायतों के सैकड़ों ग्रामीणों ने संयुक्त बैठक कर परियोजना का विरोध जताया, कहा — जल, जमीन और जंगल की रक्षा के लिए जारी रहेगा संघर्ष
सिरोही जिले की पिण्डवाड़ा तहसील के रोहिड़ा गांव में शनिवार को चार ग्राम पंचायतों — रोहिड़ा, वाटेरा, भीमाना और भारजा — की संयुक्त बैठक सोमनाथ मंदिर प्रांगण में आयोजित की गई। बैठक में सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लेकर मेसर्स कमलेश मेटाकास्ट प्राइवेट लिमिटेड की प्रस्तावित चूना पत्थर खनन परियोजना का तीव्र विरोध दर्ज कराया।
ग्रामीणों ने बताया कि यह परियोजना लगभग 800.9935 हेक्टेयर भूमि पर प्रस्तावित है, जो क्षेत्र की जल, जमीन, जंगल और पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा बन सकती है। लोगों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि वे किसी भी स्थिति में इस परियोजना को स्वीकार नहीं करेंगे और अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आंदोलन जारी रखेंगे।
बैठक के बाद ग्रामीणों ने शांति पूर्ण जन-जागृति रैली निकाली। रैली के दौरान “खनन परियोजना निरस्त करो” और “कमलेश मेटाकास्ट हाय-हाय” जैसे नारों से गांव की गलियां गूंज उठीं। ग्रामीणों ने कहा कि यह आंदोलन केवल रोहिड़ा का नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के अस्तित्व की लड़ाई है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने परियोजना को निरस्त नहीं किया, तो आंदोलन को और अधिक व्यापक रूप दिया जाएगा।