केजरीवाल या सिसोदिया के राज्यसभा जाने पर AAP का बयान: अफवाहों पर सफाई
आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया के राज्यसभा जाने को लेकर चर्चा फिर से गर्म हो गई है। इस बीच, पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह सांधवान ने इन अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस तरह का निर्णय पार्टी का अपना है और इसमें कुछ गलत नहीं है।
उनका कहना था कि राजनीतिक दलों के निर्णय के बारे में सार्वजनिक रूप से बोलने का किसी को अधिकार नहीं है, और इसे विपक्षी दलों द्वारा फैलाए जा रहे अफवाहों के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। सांधवान ने उदाहरण देते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी एक दूसरे राज्य से राज्यसभा गए थे, इसलिए इस विषय पर किसी भी प्रकार की आलोचना उचित नहीं है।
AAP के पंजाब प्रवक्ता का बयान:
आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रवक्ता नील गर्ग ने केजरीवाल के राज्यसभा जाने की अटकलों को अफवाह करार दिया। उन्होंने मीडिया से कहा कि उपचुनाव की तारीख अभी घोषित नहीं हुई है और विपक्षी दल इस बारे में बेबुनियाद अफवाहें फैला रहे हैं।
गर्ग ने स्पष्ट किया कि राज्यसभा के लिए किसे भेजा जाएगा, यह उपचुनाव के नतीजों के बाद तय किया जाएगा। उनका कहना था कि पार्टी सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार को राज्यसभा भेजेगी और इस निर्णय को लेकर पार्टी का कोई संकोच नहीं होगा।
AAP नेताओं का आधिकारिक इनकार:
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सोमनाथ भारती ने भी इस मामले में बयान दिया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को राज्यसभा जाने का कोई विचार नहीं है, क्योंकि वह देश भर में पार्टी के विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। भारती ने कहा कि केजरीवाल की जिम्मेदारी पूरे देश में पार्टी के विस्तार की है, और वह इस काम में लगे हुए हैं।
पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी, उन्होंने कहा कि मीडिया में जो रिपोर्टें थीं कि केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे या राज्यसभा जाएंगे, वे पूरी तरह से गलत थीं। कक्कड़ ने कहा कि केजरीवाल AAP के राष्ट्रीय संयोजक हैं और एक राज्य तक सीमित नहीं हैं, उनका काम देशभर में पार्टी के विस्तार को बढ़ावा देना है।
संजीव अरोड़ा का लुधियाना पश्चिम उपचुनाव में उम्मीदवार बनना:
इस बीच, पंजाब के लुधियाना पश्चिम विधानसभा उपचुनाव में आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा सदस्य संजीव अरोड़ा को अपना उम्मीदवार बनाया है। अगर अरोड़ा उपचुनाव जीतते हैं, तो उन्हें राज्यसभा की सदस्यता छोड़नी होगी। यह सीट पूर्व विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी के निधन के कारण खाली हुई थी।
गोगी की एक दुर्घटनावश गोली लगने से मौत हो गई थी। संजीव अरोड़ा, जो 2022 से राज्यसभा सदस्य हैं, लुधियाना में उद्योगपति हैं और कृष्ण प्राण ब्रेस्ट कैंसर चैरिटेबल ट्रस्ट चला रहे हैं। उन्होंने इस अवसर के लिए पार्टी नेतृत्व का आभार व्यक्त किया है और कहा है कि वह इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत लगाएंगे।
राज्यसभा में AAP की स्थिति:
आम आदमी पार्टी के पास वर्तमान में पंजाब से कुल सात राज्यसभा सदस्य हैं, जिनमें संदीप पाठक, राघव चड्ढा, पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह, अशोक मित्तल, पर्यावरणविद् बलबीर सिंह सीचेवाल, और उद्योगपति विक्रमजीत सिंह शामिल हैं। यह संख्या पार्टी की राष्ट्रीय राजनीति में बढ़ती हुई प्रभावशीलता को दर्शाती है।
पार्टी ने राज्यसभा में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास किए हैं और इसकी नीतियों के अनुसार, भविष्य में और अधिक उम्मीदवारों को मौका दिया जा सकता है।
राज्यसभा जाने के संदर्भ में अफवाहों पर AAP का रुख:
AAP के नेताओं ने बार-बार यह स्पष्ट किया है कि पार्टी किसी भी प्रकार की अफवाहों से प्रभावित नहीं होगी और वे अपनी नीतियों के अनुसार निर्णय लेंगे। पार्टी की प्राथमिकता हमेशा देश की जनता की सेवा और पार्टी के विस्तार पर रही है।
इस मुद्दे पर पार्टी का बयान स्पष्ट है कि वे किसी भी प्रकार के मीडिया में फैली अफवाहों को गंभीरता से नहीं लेंगे और किसी भी उम्मीदवार को राज्यसभा भेजने का निर्णय उपचुनाव के परिणामों के बाद लिया जाएगा।
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