Amitabh Bachchan ने केबीसी 16 में अपनी पारिवारिक ज़िम्मेदारियों और समय की कमी के बारे में किया खुलासा
बॉलीवुड के महानायक Amitabh Bachchan, जो अपनी ज़िन्दगी के हर पहलू में शानदार प्रदर्शन करते हैं, अपनी पारिवारिक ज़िंदगी और व्यस्त जीवनशैली को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। हाल ही में, उन्होंने सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के प्रतिष्ठित गेम शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (KBC) सीज़न 16 के मंच पर अपने व्यक्तिगत जीवन के कुछ पहलुओं का खुलासा किया। शो में उन्होंने बताया कि अपने बच्चों अभिषेक बच्चन और श्वेता बच्चन के साथ समय नहीं बिता पाने का अफसोस उन्हें हमेशा रहा है, और इसका मुख्य कारण उनकी अत्यधिक व्यस्तता रही है।
कौन बनेगा करोड़पति 16 में दिल को छू लेने वाला पल
सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के शो ‘कौन बनेगा करोड़पति 16’ में सोमवार को एक बहुत ही दिलचस्प और मार्मिक पल देखने को मिला। इस शो में नई दिल्ली के सॉफ्टवेयर इंजीनियर नीरज गिरी ने भाग लिया, और उनके द्वारा किए गए एक सवाल ने अमिताभ बच्चन को भावुक कर दिया। नीरज ने अमिताभ से एक बेहद व्यक्तिगत सवाल पूछा, जिसमें उन्होंने पूछा कि जब अमिताभ बच्चन और जया बच्चन माता-पिता बने, तो अभिषेक और श्वेता की देखभाल की जिम्मेदारी किसने निभाई थी।
Amitabh Bachchan का मज़ाकिया जवाब और जया बच्चन का योगदान
Amitabh Bachchan ने नीरज के सवाल का उत्तर देने में कोई देरी नहीं की और जवाब दिया, “जया जी!” इस मज़ाकिया उत्तर ने मंच पर हल्की-फुल्की हंसी पैदा की। इसके बाद, नीरज ने पेरेंटिंग के बारे में मज़ाकिया सवाल किया, जिस पर अमिताभ ने फिर से चुटकी लेते हुए कहा, “जया करती थी!” लेकिन इसके साथ ही अमिताभ बच्चन ने अपनी निराशा भी व्यक्त की और कहा कि उनका परिवार हमेशा काम के कारण प्रभावित हुआ।
Amitabh Bachchan ने बच्चों के साथ समय न बिता पाने की निराशा जाहिर की
Amitabh Bachchan ने अपनी बातचीत में खुलासा किया कि वह अपने बच्चों अभिषेक और श्वेता के साथ ज्यादा समय नहीं बिता पाए। उनके अनुसार, जब वह काम पर जाते थे, तब उनके बच्चे सो रहे होते थे, और जब वह काम से वापस आते थे, तब भी बच्चे सो रहे होते थे। अमिताभ ने यह स्वीकार किया कि यह उनके लिए बहुत ही कठिन समय था, क्योंकि वह हमेशा अपने बच्चों के साथ समय बिताना चाहते थे, लेकिन काम की ज़िम्मेदारी ने उन्हें इस समय से वंचित रखा। हालांकि, अब जब उनके बच्चे बड़े हो गए हैं, तो वह उनके साथ ज्यादा समय बिता पाते हैं।
पेरेंटिंग और काम के बीच संतुलन का महत्व
Amitabh Bachchan के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि वे अपने परिवार के प्रति बहुत ही समर्पित रहे हैं, लेकिन कभी-कभी काम की ज़िम्मेदारियों के कारण उन्हें अपने बच्चों के साथ समय बिताने का अवसर नहीं मिल पाता। पेरेंटिंग और काम के बीच संतुलन बनाए रखना बहुत कठिन होता है, खासकर जब आप जैसे व्यस्त और प्रसिद्ध व्यक्ति के पास अपनी जिम्मेदारियां होती हैं। अमिताभ ने इस कठिन संतुलन को स्वीकार किया और इसे एक सामान्य जीवन की चुनौती बताया। उनके इस बयान से यह संदेश जाता है कि किसी भी व्यक्ति के लिए, चाहे वह फिल्म इंडस्ट्री का सुपरस्टार ही क्यों न हो, पारिवारिक जिम्मेदारियों और करियर के बीच संतुलन बनाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य हो सकता है।
Amitabh Bachchan की ज़िन्दगी में परिवार का स्थान
Amitabh Bachchan ने यह भी कहा कि अब जब उनके बच्चे बड़े हो गए हैं, तो वह उनके साथ जितना समय बिता सकते हैं, उतना बिता रहे हैं। इससे यह साफ़ जाहिर होता है कि परिवार के प्रति अमिताभ का प्यार और प्रतिबद्धता हमेशा गहरी रही है। भले ही वह अपने करियर के कारण समय न दे पाए हों, लेकिन अब वह यह समय अपने परिवार के साथ बिताने में पूरी तरह से समर्पित हैं।
Amitabh Bachchan का जीवन: प्रेरणा और संघर्ष
Amitabh Bachchan ने अपनी ज़िन्दगी में हमेशा संघर्ष और सफलता का मिश्रण देखा है। उनका करियर केवल फिल्मों तक सीमित नहीं है, बल्कि वह एक प्रेरणा के स्रोत भी हैं, जिन्होंने अपने जीवन के हर पहलू में उत्कृष्टता हासिल की है। उनके लिए परिवार हमेशा सबसे महत्वपूर्ण रहा है, और इसके बावजूद उनका काम उनकी प्राथमिकता बना रहा। ‘कौन बनेगा करोड़पति’ जैसे मंच पर उनके व्यक्तिगत अनुभवों को साझा करना उनके इंसानियत और विनम्रता को दर्शाता है।
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