Baraut: बागपत में दर्दनाक हादसा निर्वाण महोत्सव के दौरान 65 फीट ऊंचे मंच का ढहना, 7 की मौत, 75 घायल
Baraut: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक बड़े हादसे ने सभी को हिला कर रख दिया। बागपत के गांधी रोड स्थित श्री दिगंबर जैन डिग्री कॉलेज के मैदान पर भगवान आदिनाथ के निर्वाण लड्डू पर्व के दौरान मान स्तम्भ परिसर में बने लकड़ी के 65 फीट ऊंचे मंच के टूटने से सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 75 से अधिक लोग घायल हो गए। यह घटना उस वक्त घटी जब लोग धार्मिक अनुष्ठान के लिए मंच की ओर बढ़ रहे थे। हादसे के बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाने में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, क्योंकि एम्बुलेंस नहीं उपलब्ध थी, जिससे घायलों को ई रिक्शा में बैठाकर अस्पताल ले जाना पड़ा।
हादसे का कारण: अस्थायी सीढ़ियां टूटना
Baraut: हादसा तब हुआ जब मान स्तम्भ में विराजमान प्रतिमा का अभिषेक करने के लिए अस्थायी सीढ़ियां बनाई गई थीं। अचानक इन सीढ़ियों का हिस्सा टूटने से भारी संख्या में श्रद्धालु नीचे गिर गए, और उसके बाद भगदड़ मच गई। मंच का ढहना और सीढ़ियों का टूटना एक बड़े हादसे का कारण बना। कई लोग इसकी चपेट में आ गए और गंभीर रूप से घायल हो गए। मंच के टूटने से मची अफरा-तफरी के कारण भी हादसे की स्थिति और बिगड़ गई।
मृतकों की पहचान और घायलों का इलाज
Baraut: मृतकों में तरसपाल (66), अमित (35), अरुण (48), ऊषा (24), शिल्पी (24), विनीत जैन (40), और कमलेश जैन (65) शामिल हैं। इन सभी के शव घटनास्थल से निकाले गए और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे गए। घायलों को बागपत के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि कुछ घायलों की हालत गंभीर है और मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है।
घटनास्थल पर मची अफरा-तफरी
Baraut: इस हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। श्रद्धालु और स्थानीय लोग घायल लोगों की मदद के लिए दौड़े, लेकिन भगदड़ और डर के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी हुई। एम्बुलेंस नहीं मिलने पर घायलों को ई रिक्शा और अन्य वाहनों में भरकर अस्पताल भेजा गया। पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचे और राहत कार्यों में मदद की। बड़ौत कोतवाली इंस्पेक्टर ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और मृतकों और घायलों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
धार्मिक कार्यक्रम में हुई इस घटना की समीक्षा
Baraut: यह घटना जैन धर्म के निर्वाण महोत्सव के दौरान हुई, जब लोग भगवान आदिनाथ के सम्मान में कार्यक्रम में भाग ले रहे थे। यह पर्व विशेष रूप से जैन समुदाय के लिए महत्वपूर्ण है, और यहां हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु इकट्ठा होते हैं। आयोजन के दौरान इस तरह का हादसा होना न सिर्फ दुखद है, बल्कि आयोजन समिति और स्थानीय प्रशासन के लिए एक बड़ी चिंता का विषय भी है।
सुरक्षा प्रबंधों की कमी पर सवाल उठे
Baraut: इस हादसे ने एक बार फिर से बड़े धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा प्रबंधों की कमी को उजागर किया है। कई सवाल उठ रहे हैं कि 65 फीट ऊंचे मंच के निर्माण और अस्थायी सीढ़ियों की सही स्थिति का मूल्यांकन क्यों नहीं किया गया। आयोजकों और प्रशासन को इस हादसे के बाद सुरक्षा मानकों पर पुनः विचार करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
संगठनों और प्रशासन से जांच की मांग
Baraut: इस घटना के बाद बागपत के स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं ने प्रशासन से त्वरित जांच की मांग की है। साथ ही, ऐसे आयोजनों के दौरान सुरक्षा इंतजामों को और मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की है। लोगों का कहना है कि धार्मिक आयोजनों में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण होती है और इसके लिए उचित उपाय किए जाने चाहिए।
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