BJP का हमला: केजरीवाल को ‘शीशमहल वाला आपदा-ए-आजम’ क्यों कहा गया?
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने एक बार फिर आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है। BJP ने शनिवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्टर जारी किया, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ‘शीशमहल वाला आपदा-ए-आजम’ कहा गया। इस पोस्टर में फिल्म ‘जोधा अकबर’ के एडिटेड पोस्टर का उपयोग किया गया है, जिसमें केजरीवाल का चेहरा जोड़ा गया था। भाजपा ने इस पोस्टर के माध्यम से केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए उन्हें आलोचना का निशाना बनाया है।
BJP के इस हमले का कारण सिर्फ राजनीतिक मतभेद नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी रणनीति का हिस्सा प्रतीत होता है, जिसके द्वारा पार्टी अपने विपक्षी को चुनावी प्रचार में कमजोर करना चाहती है। दिल्ली विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा हो चुकी है, और 5 फरवरी को सभी 70 सीटों पर मतदान होगा, वहीं 8 फरवरी को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। ऐसे में BJP ने अपने इस हमले को चुनावी समय में राजनीतिक लाभ उठाने का एक तरीका माना है।
पोस्टर और वीडियो की रणनीति
BJP द्वारा जारी किया गया ‘शीशमहल वाला आपदा-ए-आजम’ पोस्टर फिल्म ‘जोधा अकबर’ के प्रसिद्ध पोस्टर का एक एडिटेड रूप था। इस पोस्टर में अरविंद केजरीवाल का चेहरा जोड़ा गया था और उन्हें ‘शीशमहल वाला आपदा-ए-आजम’ के रूप में प्रस्तुत किया गया। इसके अलावा BJP ने फिल्म ‘वेडनसडे’ का एडिटेड वीडियो भी जारी किया, जिसमें केजरीवाल को ‘महाठग’ के रूप में दिखाया गया। इन सभी पोस्टरों और वीडियो का उद्देश्य अरविंद केजरीवाल की छवि को कमजोर करना और जनता के बीच उनके खिलाफ नकारात्मक प्रचार करना था।
इससे पहले भी BJP ने एक और एडिटेड पोस्टर जारी किया था, जिसमें केजरीवाल को फिल्म ‘भूलभुलैया’ के पोस्टर के रूप में पेश किया गया था। उस पोस्टर में उन्हें ‘चुनावी हिंदू’ के रूप में दिखाया गया था, और यह आरोप लगाया गया था कि केजरीवाल चुनावों में हिंदू मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। इन सभी प्रचार सामग्री का उद्देश्य केजरीवाल की छवि पर हमला करना और दिल्ली के मतदाताओं के बीच भाजपा का समर्थन बढ़ाना था।
BJP का उद्देश्य और रणनीति
दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले BJP द्वारा की जा रही इन गतिविधियों का उद्देश्य न केवल अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाना है, बल्कि उनकी छवि को राजनीतिक दृष्टिकोण से कमजोर करना भी है। भाजपा ने चुनावी प्रचार के दौरान अपनी पूरी ताकत के साथ केजरीवाल को निशाना बनाया है, ताकि मतदाता उनके खिलाफ राय बना सकें। यह चुनावी प्रचार की रणनीति का हिस्सा है, जिसमें विपक्षी नेता को भ्रष्ट, धोखेबाज और गलत साबित करने का प्रयास किया जाता है।
हालांकि, यह भी संभव है कि BJP का यह कदम उनके सत्ता में आने के लिए एक रणनीति हो। भाजपा जानती है कि दिल्ली की राजनीति में अरविंद केजरीवाल की बड़ी पकड़ है, और उनकी पार्टी को इस स्थिति से मुकाबला करना है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए भाजपा का उद्देश्य केजरीवाल को एक ऐसे नेता के रूप में प्रस्तुत करना है, जिन पर लोगों का भरोसा नहीं है।
केजरीवाल की प्रतिक्रिया और विपक्ष की स्थिति
अरविंद केजरीवाल ने अब तक BJP के हमलों पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन उनकी पार्टी के नेता और प्रवक्ता इन हमलों का जवाब देने में पीछे नहीं रहे हैं। आप पार्टी ने आरोप लगाया है कि भाजपा अपने नकारात्मक प्रचार से जनता का ध्यान असली मुद्दों से हटा रही है। केजरीवाल ने बार-बार कहा है कि भाजपा के पास दिल्ली के विकास और जनता के मुद्दों पर बात करने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए वे व्यक्तिगत हमलों पर निर्भर हैं।
वहीं, दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी को BJP से कड़ी चुनौती मिल रही है। भाजपा ने पूरी तरह से अपनी चुनावी प्रचार मशीनरी को सक्रिय कर दिया है, और केजरीवाल के खिलाफ लगातार प्रचार कर रही है। भाजपा के नेता खुद को दिल्ली के बेहतर भविष्य के लिए उपयुक्त उम्मीदवार के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं, और उनके निशाने पर हमेशा केजरीवाल रहते हैं।
दिल्ली चुनाव और BJP का फोकस
दिल्ली विधानसभा चुनावों के नतीजे को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों की राय मिली-जुली है। हालांकि, BJP ने अब तक दिल्ली में अपनी राजनीतिक स्थिति को मजबूत किया है, फिर भी आम आदमी पार्टी ने लगातार यह साबित किया है कि वह दिल्ली के विकास के लिए एक विश्वसनीय पार्टी है। दिल्ली के लोग अपने पिछले अनुभवों के आधार पर भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच चुनावी निर्णय लेने में जुटे हैं।
BJP के द्वारा जारी किए गए पोस्टरों और वीडियो के बावजूद, दिल्ली में आम आदमी पार्टी का मजबूत आधार है, खासकर उन मतदाताओं में जो केजरीवाल के शासन में हुई योजनाओं से प्रभावित हैं। इसके बावजूद BJP ने अपनी रणनीति को तेज कर दिया है और चुनावी प्रचार में किसी भी हथकंडे से पीछे नहीं हटने की योजना बनाई है।
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