लुधियाना पश्चिम से AAP विधायक गुरप्रीत गोगी की गोली लगने से मौत: पुलिस जांच जारी
लुधियाना पश्चिम से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक गुरप्रीत गोगी की शुक्रवार देर रात गोली लगने से मौत हो गई। यह घटना तब हुई जब गोगी अपने घर में पिस्टल साफ कर रहे थे। उन्हें अचानक गोली लग गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए और अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस घटना ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर हड़कंप मचाया है और पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है।
घटना का विवरण:
गुरप्रीत गोगी एक समारोह में शामिल होने के बाद रात को घर लौटे थे और अपने कमरे में खाना खा रहे थे। इस दौरान अचानक गोली चलने की आवाज सुनाई दी। जब उनकी पत्नी डॉ. सुखचैन कौर गोगी कमरे में पहुंची, तो उन्हें लहूलुहान हालत में पाया। उन्होंने तुरंत गोगी को लुधियाना के डीएमसी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस घटना के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस कमिश्नर कुलदीप चाहल और अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, विधायक गोगी अपने लाइसेंसी रिवॉल्वर को साफ कर रहे थे, जब यह गोली चलने की घटना हुई। हालांकि, पुलिस की तरफ से इस मामले की आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं की गई है।
गोगी का राजनीतिक करियर:
गुरप्रीत गोगी का राजनीतिक जीवन दिलचस्प रहा है। वह पहले कांग्रेस पार्टी में थे और लगभग 23 सालों तक कांग्रेस से जुड़े रहे। कांग्रेस में रहते हुए वह पार्टी के जिला प्रधान के रूप में कार्य कर चुके थे और तीन बार नगर निगम के पार्षद भी चुने गए थे। इसके अलावा, वह कांग्रेस सरकार में पंजाब स्माल इंडस्ट्रीज एंड एक्सपोर्ट कारपोरेशन के चेयरमैन भी रहे थे।
2022 में, गोगी ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया और आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो गए। इसके बाद, AAP ने उन्हें लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया। उन्होंने विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल की और 40,000 वोटों से अपनी जीत सुनिश्चित की।
गोगी की राजनीतिक शैली और कार्यशैली को लेकर उनकी चर्चा होती रही है। विधानसभा चुनाव में नामांकन के समय वह स्कूटर से पहुंचे थे, जिससे उन्होंने एक अलग ही संदेश दिया था।
गोगी की पत्नी का चुनावी प्रयास:
गुरप्रीत गोगी की पत्नी डॉ. सुखचैन कौर गोगी भी राजनीति में सक्रिय थीं और हाल ही में हुए लुधियाना नगर निगम चुनाव में उन्होंने अपनी किस्मत आजमाई थी। वह लुधियाना वेस्ट से वार्ड नंबर 61 में कांग्रेस की उम्मीदवार परमिंदर कौर से चुनाव लड़ीं। हालांकि, उन्हें 86 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। इस हार ने उनके राजनीतिक करियर को प्रभावित किया, लेकिन यह भी स्पष्ट है कि वह राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय बनी रहीं।
पुलिस जांच और आशंका:
गुरप्रीत गोगी की मौत की घटना ने कई सवाल उठाए हैं। पुलिस जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या यह एक दुर्घटना थी या फिर इसमें कोई और साजिश हो सकती है। हालांकि, प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिल रहे हैं कि गोगी अपनी लाइसेंसी पिस्टल को साफ कर रहे थे, जब गोली चल गई।
पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच जारी है। पुलिस कमिश्नर कुलदीप चाहल ने यह कहा कि पुलिस हर पहलू की जांच करेगी, और घटना के कारणों को स्पष्ट किया जाएगा।
AAP और राजनीति पर प्रभाव:
गुरप्रीत गोगी की मृत्यु ने आम आदमी पार्टी (AAP) को गहरे सदमे में डाल दिया है। AAP के नेताओं ने गोगी की मौत को एक बड़ी क्षति के रूप में बताया है। गोगी की लोकप्रियता और उनकी पार्टी में महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए, यह घटना पार्टी के लिए एक बड़ा आघात साबित हुई है।
AAP के नेताओं ने गोगी के परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं और इस कठिन समय में उनके साथ खड़े रहने का भरोसा दिलाया है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर गोगी की मौत पर शोक व्यक्त किया और उनके परिवार को सांत्वना दी।
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