Budget सत्र शुरू: आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी आर्थिक समीक्षा

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Budget सत्र 2024: आर्थिक समीक्षा और वित्तीय वर्ष 2025-26 के Budget की तैयारी

संसद का Budget सत्र 2024 आज से शुरू हो गया है, जिसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024-25 की आर्थिक समीक्षा पेश की। यह समीक्षा चालू वित्तीय वर्ष में अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन का आकलन करती है और आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए Budget तैयार करने में मदद करती है। एक फरवरी को वित्त मंत्री संसद में Budget पेश करेंगी, जो नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा Budget होगा। इस Budget सत्र के दौरान आर्थिक समीक्षा और Budget दोनों ही देश की आर्थिक दिशा और विकास की रूपरेखा तय करेंगे।

आर्थिक समीक्षा: चालू वित्तीय वर्ष का आकलन

आर्थिक समीक्षा 2024-25 में चालू वित्तीय वर्ष के दौरान अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन का विस्तृत आकलन प्रस्तुत किया गया है। यह समीक्षा मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन की अगुवाई में तैयार की गई है। समीक्षा में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर, रुपये की विनिमय दर, खपत और निवेश जैसे प्रमुख आर्थिक संकेतकों का विश्लेषण किया गया है।

समीक्षा के अनुसार, चालू वित्तीय वर्ष में अर्थव्यवस्था ने कई चुनौतियों का सामना किया है, जिनमें वैश्विक मंदी, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में गिरावट और घरेलू खपत में कमी शामिल हैं। इन चुनौतियों के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था ने लचीलापन दिखाया है और मध्यम वृद्धि दर बनाए रखी है। समीक्षा में गरीबी उन्मूलन, जलवायु परिवर्तन, शिक्षा, बुनियादी ढांचे के विकास और वित्तीय क्षेत्र से जुड़ी चुनौतियों पर भी विस्तार से चर्चा की गई है।

Budget 2025-26: आगामी वित्तीय वर्ष की तैयारी

आर्थिक समीक्षा के बाद, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बजट पेश करेंगी। यह बजट नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा बजट होगा और इसमें आगामी वित्तीय वर्ष के लिए सरकार की योजनाओं और नीतियों का खाका पेश किया जाएगा।

बजट 2025-26 में सरकार की प्राथमिकताओं में आर्थिक विकास, रोजगार सृजन, बुनियादी ढांचे का विकास और सामाजिक कल्याण शामिल होने की उम्मीद है। इसके अलावा, बजट में जलवायु परिवर्तन और हरित ऊर्जा जैसे मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित किया जा सकता है। सरकार ने पिछले बजट में भी इन क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने पर जोर दिया था, और इस बार भी इन मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया जा सकता है।

Budget सत्र का महत्व

Budget सत्र संसद का सबसे महत्वपूर्ण सत्र होता है, जिसमें सरकार देश की आर्थिक नीतियों और योजनाओं को संसद के सामने रखती है। इस सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों में बजट पर चर्चा होती है और इसे पारित किया जाता है। बजट सत्र का पहला भाग 13 फरवरी को समाप्त होगा, जबकि दूसरा भाग 10 मार्च से शुरू होगा और चार अप्रैल को समाप्त होगा।

इस सत्र के दौरान, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। उन्होंने सरकार की उपलब्धियों और आगामी योजनाओं पर प्रकाश डाला। राष्ट्रपति के संबोधन के बाद, संसद में बजट पर चर्चा शुरू होगी और विभिन्न मंत्रालयों के बजट प्रस्तावों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।

Budget 2025-26 की प्रमुख उम्मीदें

Budget 2025-26 से कई प्रमुख उम्मीदें जुड़ी हुई हैं। इनमें से कुछ प्रमुख उम्मीदें निम्नलिखित हैं:

जलवायु परिवर्तन: बजट में जलवायु परिवर्तन और हरित ऊर्जा जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है। सरकार ने पिछले बजट में भी इन मुद्दों पर निवेश बढ़ाया था, और इस बार भी इन पर विशेष ध्यान दिया जा सकता है।

आर्थिक विकास: बजट में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाओं और नीतियों की घोषणा की जा सकती है। सरकार ने पिछले बजट में भी आर्थिक विकास को प्राथमिकता दी थी, और इस बार भी इस पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है।

रोजगार सृजन: बजट में रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाओं की घोषणा की जा सकती है। युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जा सकता है।

बुनियादी ढांचे का विकास: बजट में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए निवेश बढ़ाने की उम्मीद है। सड़क, रेलवे, हवाई अड्डे और बंदरगाह जैसे क्षेत्रों में निवेश बढ़ाया जा सकता है।

सामाजिक कल्याण: बजट में गरीबी उन्मूलन, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे सामाजिक कल्याण के क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने की उम्मीद है। सरकार ने पिछले बजट में भी इन क्षेत्रों में निवेश बढ़ाया था, और इस बार भी इन पर ध्यान दिया जा सकता है।

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