पादूकलां (नागौर)। मातृभक्ति और संकल्प की मिसाल पेश करते हुए टेहला ग्राम के प्रवासी युवाओं का तीसरा आस्था काफिला तनोट माता के दर्शन के लिए 600 किलोमीटर की साइकिल यात्रा पर रवाना हुआ। सूरत (गुजरात) में व्यवसाय कर रहे इन युवाओं ने मां तनोट राय के प्रति श्रद्धा प्रकट करते हुए यह कठिन यात्रा शुरू की है।
आवड़ लक्ष्मी बाईसा महाराज के दरबार में प्रारंभ हुई यात्रा:
यात्रा की शुरुआत टेहला से हुई, जिसके बाद दल खानपुरा पहुंचा। यहां आवड़ लक्ष्मी बाईसा महाराज मंदिर में दर्शन करने के बाद ग्रामीणों ने पुष्पवर्षा और तिलक कर आस्था दल का भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर यात्रियों ने अपने परिवार, देश और प्रदेश की सुख-समृद्धि तथा व्यवसाय की उन्नति की कामना की।
पादूकलां में मिला उत्साहजनक स्वागत:
इसके बाद यात्रा पादूकलां पहुंची, जहां मंदिर में आरती के साथ तनोट माता के दर्शन तक की शक्ति की प्रार्थना की गई। गांववासियों और युवाओं ने पुष्पवर्षा कर दल के हौसले को और ऊंचा किया।
आस्था और शक्ति का प्रतीक है यह पैडल यात्रा:
यात्रा दल में मुरली सिंह लाखावत, भगवती सिंह बरेठ, गजराज सिंह बरेठ, संदीप सिंह बरेठ, हितेंद्र सिंह राठौड़, शिवदान सिंह सिंधायच, सिद्धार्थ सिंह, नंदकिशोर, प्रताप सिंह और शक्ति सिंह शामिल हैं।
दल खानपुरा, नथावड़ी, जलवाना, रेण, बुटाटी धाम, कुचेरा, मुंडवा, नागौर, श्री बालाजी नोखा, देशनोक करणी माता होते हुए बीकानेर मार्ग से जैसलमेर स्थित तनोट माता मंदिर पहुंचेगा, जहां यात्रा का समापन होगा।
दल के सदस्यों ने कहा— “यह केवल यात्रा नहीं, बल्कि शक्ति, संकल्प और संस्कारों की परिक्रमा है। तनोट माता तक की हर पैडल हमें अपनी मिट्टी, संस्कृति और आत्मबल से जोड़ती है।”