COVID-19 के सक्रिय मामलों में वृद्धि: JN.1 वैरिएंट बना चिंता का विषय

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देश में कोविड-19 (COVID-19) के सक्रिय मामलों (Active Cases) में एक बार फिर वृद्धि दर्ज की गई है। बुधवार सुबह आठ बजे तक, COVID-19 के सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 4,302 हो गई है, जो मंगलवार को 4,026 थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों में करीब 300 नए संक्रमण (New Infections) के मामले सामने आए हैं।

मौतों की संख्या और प्रमुख राज्य

चिंताजनक बात यह है कि दो और मौतों के साथ इस साल मरने वालों की संख्या सात हो गई है। नए मामलों में सबसे ज्यादा संख्या केरल (Kerala) में दर्ज की गई है। इसके अलावा, दिल्ली (Delhi), उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और पश्चिम बंगाल (West Bengal) में भी मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। हाल ही में पश्चिम बंगाल में 60, उत्तर प्रदेश में 63 और दिल्ली में 64 नए मामले सामने आए हैं। एक दिन पहले ही दिल्ली में 47 और केरल में 35 नए मामले सामने आए थे।

स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या और हिमाचल प्रदेश में नया मामला

इस बीच, एक राहत भरी खबर यह है कि 3,281 मरीज ठीक (Recovered Patients) हो चुके हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। यह दर्शाता है कि अधिकांश संक्रमित व्यक्तियों में हल्के लक्षण (Mild Symptoms) दिखाई दे रहे हैं और मृत्यु दर (Mortality Rate) कम बनी हुई है।

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में भी मंगलवार को पहली बार सिरमौर जिले के नाहन में नवीनतम उछाल का पहला मामला सामने आया है, जो COVID वायरस (Virus) के क्षेत्रों में निरंतर प्रसार का संकेत देता है।

वैश्विक स्थिति और सरकारी एडवाइजरी

कई देशों में COVID-19 के मामलों में फिर से वृद्धि देखी जा रही है, जिसके मद्देनजर स्वास्थ्य अधिकारी (Health Officials) स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। हालांकि, अस्पताल में भर्ती होने की दर (Hospitalization Rate) अपेक्षाकृत कम है।

दिल्ली और उत्तराखंड (Uttarakhand) की सरकारों ने अपने अस्पतालों से पर्याप्त बेड (Beds), ऑक्सीजन की आपूर्ति (Oxygen Supply), दवाइयों (Medicines) और टीकों (Vaccines) को सुनिश्चित करके पर्याप्त रूप से तैयार रहने का आग्रह करते हुए सलाह (Advisory) जारी की है। यह एहतियाती कदम संभावित स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक तैयारियों पर जोर देता है।

प्रचलित वैरिएंट: JN.1 का प्रभुत्व

स्वास्थ्य विशेषज्ञों (Health Experts) के अनुसार, वर्तमान में देश में सबसे प्रचलित वैरिएंट (Variant) JN.1 है, जो परीक्षण किए गए नमूनों का 53 प्रतिशत है। इसके बाद BA.2 26 प्रतिशत है, जबकि ओमिक्रॉन सबलाइनेज (Omicron Sublineages) शेष 20 प्रतिशत हैं। JN.1 वैरिएंट पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, हालांकि अभी तक इसके गंभीर प्रभाव के कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिले हैं।

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