Devendra Fadnavis की नई मंत्रिपरिषद: दिग्गज नेताओं और नए चेहरों का संतुलन
महाराष्ट्र में रविवार को मुख्यमंत्री Devendra Fadnavis के नेतृत्व में नई मंत्रिपरिषद का विस्तार हुआ, जिसमें 39 नए मंत्रियों ने शपथ ली। इस बदलाव के साथ ही पार्टी ने कई पुराने और अनुभवी नेताओं के साथ-साथ कुछ नए चेहरों को भी शामिल किया है। इस कदम से यह स्पष्ट है कि Devendra Fadnavis सरकार ने एक तरफ जहां पुराने दिग्गज नेताओं का समर्थन लिया है, वहीं दूसरी ओर नए नेतृत्व को भी जिम्मेदारी सौंपी है। आइए जानते हैं कुछ प्रमुख मंत्रियों के बारे में, जिन्होंने Devendra Fadnavis की सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर शपथ ली।
चंद्रशेखर बावनकुले: बीजेपी के नए नेतृत्व के स्तंभ
बीजेपी के महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले को 2024 विधानसभा चुनाव में नागपुर की कामठी सीट से जीत हासिल हुई। बावनकुले को 2019 के चुनाव में टिकट नहीं मिला था, लेकिन 2022 में उन्हें पार्टी की राज्य इकाई का अध्यक्ष बना दिया गया। बावनकुले 30 वर्षों से बीजेपी से जुड़े हुए हैं और उन्होंने 2014 से 2019 तक Devendra Fadnavis सरकार में बिजली मंत्री के रूप में कार्य किया। उनके अनुभव को देखते हुए उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, जो पार्टी के अंदर और बाहर एक नया दिशा-निर्देश देने की दिशा में अहम साबित हो सकता है।

राधाकृष्ण विखे पाटिल: अनुभवी नेता की वापसी
राधाकृष्ण विखे पाटिल, जो शिरडी से आठ बार विधायक रहे हैं, महाराष्ट्र की राजनीति में एक मजबूत और प्रभावशाली नेता माने जाते हैं। उन्होंने 1995 में राज्य की पहली शिवसेना-बीजेपी सरकार में मंत्री के रूप में कार्य किया था, इसके बाद वह 1999 से 2014 तक कांग्रेस-राकांपा सरकारों में भी मंत्री रहे। 2014 में बीजेपी में शामिल होने के बाद से वह पार्टी के एक महत्वपूर्ण सदस्य बने रहे। पाटिल की राजनीतिक यात्रा और उनके अनुभव को देखते हुए उनका मंत्रिपरिषद में शामिल होना बीजेपी की रणनीतिक जरूरतों को पूरा करता है।

चंद्रकांत पाटिल: बीजेपी के वरिष्ठ और प्रभावशाली नेता
चंद्रकांत पाटिल पुणे के कोथरुड से दो बार विधायक रहे हैं और वह महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य भी रहे हैं। उनके केंद्रीय मंत्री अमित शाह के करीबी रिश्ते हैं, जो उनके राजनीतिक प्रभाव को और मजबूत करते हैं। पाटिल ने 2014 से 2019 तक फडणवीस सरकार में मंत्री के रूप में कार्य किया और उनके नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। वह अपने पुराने अनुभव को ध्यान में रखते हुए अब एक बार फिर मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं।

मंगल प्रभात लोढ़ा: मुंबई के प्रमुख नेता
मंगल प्रभात लोढ़ा मुंबई के मालाबार हिल से सात बार विधायक रहे हैं और 2022 में पहली बार मंत्री बने थे। वह मुंबई उपनगरीय जिले के प्रभारी मंत्री और पार्टी की मुंबई इकाई के प्रमुख भी हैं। लोढ़ा का नाम मुंबई में बीजेपी के प्रमुख चेहरों में लिया जाता है, और उनका मंत्रिमंडल में शामिल होना मुंबई की राजनीति में बीजेपी की स्थिति को और मजबूत करेगा।
गिरीश महाजन: जलगांव से विधायक और अनुभवी मंत्री
गिरीश महाजन जलगांव जिले के जामनेर से सात बार विधायक चुने गए हैं और 2014 से 2019 के बीच Devendra Fadnavis सरकार और 2022-24 के बीच एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में मंत्री पद संभाल चुके हैं। उनकी राजनीतिक यात्रा और उनके नेतृत्व का अनुभव फडणवीस सरकार के लिए एक संपत्ति साबित हो सकता है।
आशीष शेलार: मुंबई की राजनीति में महत्वपूर्ण नाम
मुंबई के बांद्रा पश्चिम से तीन बार के विधायक आशीष शेलार बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष रह चुके हैं और वर्तमान में बीजेपी की मुंबई इकाई के प्रमुख हैं। उनकी कार्यशैली और नेतृत्व को देखते हुए, उनके मंत्रिपरिषद में शामिल होने से पार्टी को मुंबई की राजनीति में और मजबूती मिल सकती है।
गणेश नाइक: शिवसेना के पूर्व नेता की वापसी
गणेश नाइक, जो शिवसेना के पूर्व नेता रहे हैं, 2014 में एनसीपी और फिर बीजेपी में शामिल हो गए थे। उन्होंने कांग्रेस-राकांपा सरकारों में मंत्री के रूप में कार्य किया और नवी मुंबई से विधायक रहे हैं। उनके अनुभव को देखते हुए, उनका मंत्रिमंडल में शामिल होना पार्टी के लिए फायदेमंद हो सकता है।
हसन मुश्रीफ: राकांपा से बीजेपी में शामिल नेता
हसन मुश्रीफ कोल्हापुर जिले के कागल विधानसभा सीट से छह बार के विधायक हैं। उन्होंने पिछले साल जुलाई में राकांपा के दो फाड़ होने के बाद अजित पवार गुट के साथ जुड़कर बीजेपी में अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की थी। उनका नाम धन शोधन मामले में सुर्खियों में रहा था, लेकिन सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल होने के बाद उन्हें मंत्री बनने का मौका मिला है।
माधुरी मिसल और मेघना बोर्डिकर: महिला नेताओं का महत्व
मंत्री पद की शपथ लेने वालीं माधुरी मिसल और मेघना बोर्डिकर दोनों ही बीजेपी की महिला नेता हैं। माधुरी मिसल पुणे के पार्वती विधानसभा क्षेत्र से चार बार की विधायक हैं, जबकि मेघना बोर्डिकर परभणी जिले के जिंतूर से दो बार की विधायक हैं। उनके मंत्रिपरिषद में शामिल होने से महिला नेतृत्व को भी एक मंच मिलेगा।
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