HCL शेयर में 9% की गिरावट, इंट्रा-डे में 10 साल की सबसे बड़ी गिरावट

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HCL Share Price: एचसीएलटेक के नतीजों के बाद रिकॉर्ड गिरावट, 9% की तगड़ी गिरावट के कारण

HCL, भारत की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी, के दिसंबर तिमाही के नतीजों के बाद आज उसके शेयरों में भारी गिरावट आई। एक दिन पहले जब नतीजे आने से पहले HCL के शेयरों में रिकॉर्ड उछाल देखा गया था, तो कोई नहीं जानता था कि अगले दिन यह अचानक इतनी बड़ी गिरावट का सामना करेगा।

HCL के शेयरों में 9 फीसदी से अधिक की गिरावट आई, जो पिछले 10 वर्षों में इसकी सबसे बड़ी इंट्रा-डे गिरावट थी। हालांकि, निचले स्तरों पर खरीदारी के चलते शेयरों में थोड़ी सी रिकवरी देखने को मिली, लेकिन यह अभी भी दबाव में हैं। इस लेख में हम एचसीएल के शेयरों में आई गिरावट के कारणों का विश्लेषण करेंगे और कंपनी के भविष्य के दृष्टिकोण पर चर्चा करेंगे।

HCL शेयरों में 10 साल की सबसे बड़ी इंट्रा-डे गिरावट

HCL के शेयर दिसंबर तिमाही के नतीजों के बाद 9.41% तक टूटकर 1798.40 रुपये तक पहुंच गए थे, जो कि कंपनी के इतिहास में एक दशक में सबसे बड़ी इंट्रा-डे गिरावट थी। हालांकि बाद में कुछ रिकवरी देखने को मिली और शेयर 1829.65 रुपये पर कारोबार कर रहे थे, जो कि 7.84% की गिरावट के साथ बीएसई पर बंद हुआ। इन गिरावटों ने निवेशकों को चौंका दिया, खासकर जब एचसीएल ने अपनी तिमाही रिपोर्ट में उम्मीदों के मुताबिक नतीजे घोषित किए थे।

HCL के वित्तीय नतीजे और रेवेन्यू ग्रोथ का अनुमान

HCL के दिसंबर तिमाही के परिणाम सामान्य रूप से उम्मीदों के अनुरूप थे। कंपनी ने अपनी आय में मामूली वृद्धि दिखाई और स्थिर लाभ की सूचना दी। हालांकि, कंपनी के वित्त वर्ष 2025 के लिए रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस ने निवेशकों को थोड़ी चिंता में डाल दिया। एचसीएल ने रेवेन्यू ग्रोथ का अनुमान बढ़ाया, लेकिन यह अधिक आक्रामक नहीं था। कंपनी ने अपने रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस के निचले सिरे को कॉन्स्टेंट करेंसी टर्म्स में 1 फीसदी बढ़ा दिया है, जिससे नया अनुमान 3.5-5% से बढ़कर 4.5-5% हो गया है।

इस वृद्धि के बावजूद, कुछ निवेशकों ने इसे एक निराशाजनक संकेत के रूप में देखा, क्योंकि कंपनी के विकास की गति अपेक्षाकृत धीमी रही। खासकर वित्त वर्ष 2025 के पहले तीन महीनों में HCL ने अधिक अनिश्चितता का संकेत दिया, जो निवेशकों के मनोबल को प्रभावित कर गया।

क्यों गिरे HCL के शेयर?

HCL के शेयरों में गिरावट का मुख्य कारण कंपनी के रेवेन्यू ग्रोथ के बारे में दिए गए अनुमान और उसके प्रभाव को लेकर चिंताएं हैं। हालाँकि कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 के लिए रेवेन्यू ग्रोथ का अनुमान अपग्रेड किया, लेकिन इसके बाद भी कुछ क्षेत्रों में अपेक्षित वृद्धि की दर उतनी आशाजनक नहीं दिखी। निवेशकों को उम्मीद थी कि कंपनी और अधिक आक्रामक तरीके से अपने विकास लक्ष्य को बढ़ाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जिससे बाजार में निराशा का माहौल बना।

इसके अलावा, HCL के द्वारा वित्तीय वर्ष 2025 के लिए दिया गया गाइडेंस उम्मीद से थोड़ा कम था, जो कि निवेशकों के दृष्टिकोण को प्रभावित कर गया। हालांकि कंपनी ने सकारात्मक रूप से गाइडेंस को बढ़ाया है, लेकिन यह निवेशकों के मन में अन्य तकनीकी कंपनियों के मुकाबले कम विकास की आशंका को जन्म दे रहा है।

HCL की दीर्घकालिक वृद्धि की संभावनाएं

हालांकि वर्तमान में HCL के शेयरों में गिरावट आई है, लेकिन कंपनी के दीर्घकालिक विकास संभावनाएं अभी भी सकारात्मक बनी हुई हैं। एचसीएल का कारोबार वैश्विक स्तर पर फैला हुआ है, और कंपनी के पास मजबूत तकनीकी समाधान और कुशल टीम है। इसके अलावा, एचसीएल का बड़ा क्लाइंट बेस और तकनीकी विशेषज्ञता इसे प्रतिस्पर्धा में बनाए रखने में मदद करती है।

HCL की वर्तमान गिरावट को अस्थायी माना जा सकता है, और यदि कंपनी भविष्य में अपनी विकास रणनीतियों को और अधिक प्रभावी तरीके से लागू करती है, तो उसके शेयरों में तेजी की संभावना बनी रह सकती है। निवेशकों को एचसीएल की वित्तीय स्थिति और रेवेन्यू ग्रोथ को ध्यान में रखते हुए आगे की दिशा का मूल्यांकन करना चाहिए।

निवेशकों के लिए क्या करें?

HCL के शेयरों में आई गिरावट निवेशकों के लिए एक अवसर हो सकती है, खासकर उन निवेशकों के लिए जो कंपनी के दीर्घकालिक विकास में विश्वास रखते हैं। जबकि वर्तमान में शेयर दबाव में हैं, कंपनी का मजबूत बुनियादी ढांचा और भविष्य के विकास के संकेत इसे एक दीर्घकालिक निवेश के रूप में आकर्षक बना सकते हैं। निवेशकों को चाहिए कि वे एचसीएल के शेयरों पर अपनी नज़र रखें और यदि कीमत और भी गिरती है, तो इसे एक संभावित खरीदारी के अवसर के रूप में देखें।

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