Mohakhali में JNU छात्रा बस पर हमला, सात लोग घायल

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JNU छात्रा बस पर मोहाखाली में हमला, सात घायल

बांगलादेश की राजधानी ढाका के मोहाखाली इलाके में जगन्नाथ यूनिवर्सिटी (JNU) के विद्यार्थियों से भरी एक बस पर रविवार को हमला किया गया, जिसमें सात लोग घायल हो गए। यह हमला उस समय हुआ जब JNU की बस यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों को उनके गंतव्य की ओर ले जा रही थी। हमलावरों ने बस पर पथराव किया और गैस बम फेंके, जिससे यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मच गई। इस हमले ने न केवल छात्र समुदाय को शॉक में डाल दिया, बल्कि यातायात व्यवस्था में भी बड़ा विघ्न उत्पन्न कर दिया।

घटना का विवरण

ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, घटना मोहाखाली बस टर्मिनल के पास हुई। JNU की बस जैसे ही मोहाखाली इलाके में पहुंची, उसे एक अकोटा ट्रांसपोर्ट की बस ने सड़क पर रोक लिया, जिसके कारण यातायात जाम हो गया। जब JNU बस चालक ने अकोटा बस से सड़क को खाली करने के लिए कहा, तो दोनों बसों के चालकों के बीच बहस शुरू हो गई। यह बहस इतनी बढ़ गई कि अकोटा ट्रांसपोर्ट के करीब 50 चालक और सहायक जेएनयू की बस पर हमला करने लगे। हमलावरों ने ईंटों, डंडों और अन्य हथियारों से विद्यार्थियों और बस चालक पर हमला किया।

हमले के बाद की स्थिति

हमले के दौरान बस में सवार विद्यार्थियों और बस चालक के बीच अफरा-तफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जेएनयू की बस पर हुए हमले में विद्यार्थियों के बीच खौफ और तनाव का माहौल था। बस के चालक जगदीश के अनुसार, अकोटा बस के चालक और सहायक ने लाठियां लेकर हमला किया, जिससे उनका हाथ टूट गया और उनकी आंख पर चोटें आईं। घायल चालक ने बताया कि हमलावरों ने उनकी पूरी शरीर को घायल किया और उनकी आंख को गंभीर चोटें आईं।

इस घटना के बाद अकोटा के चालक और सहायक मौके से फरार हो गए। JNU प्रशासन और पुलिस मामले की जांच कर रही है। JNU ट्रांसपोर्ट एडमिनिस्ट्रेटर प्रोफेसर डॉ. मोहम्मद उमर फारुक ने कहा कि बस चालक की हालत गंभीर है, और वे यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि भविष्य में इस प्रकार के हमले न हों।

JNU प्रशासन का बयान

JNU प्रशासन ने इस हमले की निंदा की है और इसे अस्वीकार्य बताया है। प्रोफेसर डॉ. उमर फारुक ने कहा कि यह घटना केवल जेएनयू समुदाय के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे शिक्षा क्षेत्र के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की घटनाओं से विद्यार्थियों के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और उन्हें सुरक्षा की भावना से वंचित किया जाता है।

उन्होंने कहा, “हमारे चालक जगदीश गंभीर रूप से घायल हैं। हमें यकीन नहीं है कि उनकी आंख ठीक हो पाएगी या नहीं। इसके अलावा, कई छात्रों को भी चोटें आईं हैं। हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और इसे सुलझाने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।”

घटना का राजनीतिक संदर्भ

बांगलादेश में हाल के दिनों में राजनीतिक तनाव बढ़ा हुआ है, और यह हमला इस संदर्भ में एक नई घटना प्रतीत हो रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला न केवल एक साधारण यातायात विवाद का परिणाम है, बल्कि यह राजनीतिक अस्थिरता और तनाव के कारण भी हो सकता है।

हालांकि, बांगलादेश में इस प्रकार की घटनाएं दुर्लभ नहीं हैं, लेकिन इस हमले ने ढाका में उच्च शिक्षा संस्थानों और विद्यार्थियों के बीच सुरक्षा की जरूरत को फिर से उजागर किया है। जब राजनीतिक तनाव बढ़ता है, तो इसका प्रभाव सड़कों और सार्वजनिक परिवहन पर भी देखा जाता है।

सुरक्षा और समाधान के उपाय

JNU प्रशासन और अकोटा ट्रांसपोर्ट के मालिकों के बीच इस मामले को लेकर बातचीत जारी है। प्रशासन ने यह आश्वासन दिया है कि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। वे यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि भविष्य में विश्वविद्यालयों की बसों पर इस प्रकार के हमले न हों। इसके अलावा, ढाका पुलिस भी इस हमले की जांच कर रही है और हमलावरों की पहचान करने के लिए प्रयासरत है।

हालांकि, JNU प्रशासन और ट्रांसपोर्ट अधिकारियों के बीच बातचीत जारी है, लेकिन इस हमले ने एक गंभीर चिंता को जन्म दिया है और बांगलादेश में शिक्षा और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।

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