Rahul Gandhi का बयान: UPA में भी रोजगार पर नहीं हुआ काम, PM मोदी का आइडिया अच्छा

Rahul Gandhi

Rahul Gandhi का बड़ा बयान: रोजगार, मेक इन इंडिया और AI पर सरकार को घेरा

Rahul Gandhi ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में सरकार की नीतियों और योजनाओं पर तीखा हमला किया। उन्होंने रोजगार, मेक इन इंडिया और एआई के मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपीए सरकार की नीतियों को खारिज किया। Rahul Gandhi ने कहा कि सरकारों ने युवाओं के रोजगार को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए और मेक इन इंडिया योजना पूरी तरह विफल रही है।

1. रोजगार पर सरकार की नीतियां विफल: Rahul Gandhi का आरोप

Rahul Gandhi ने लोकसभा में अपने भाषण में कहा कि भारत में रोजगार की स्थिति बेहद खराब है और इस मुद्दे पर न तो यूपीए सरकार और न ही मोदी सरकार ने कोई ठोस कदम उठाए हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि दोनों सरकारों के प्रयास इस दिशा में नाकाफी साबित हुए हैं। राहुल ने यह भी कहा कि रोजगार के मसले को लेकर कोई भी सरकार गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सरकार का कोई स्पष्ट दृष्टिकोण नहीं है और बेरोजगारी के स्तर में कोई सुधार नहीं हुआ है।

2. ‘मेक इन इंडिया’ योजना की विफलता: Rahul Gandhi

Rahul Gandhi ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेक इन इंडिया योजना पर भी सवाल उठाए। उन्होंने इसे एक विफल योजना बताते हुए कहा कि यह सिर्फ एक आइडिया था, जिसे सही तरीके से लागू नहीं किया गया। उनका कहना था कि हालांकि पीएम मोदी की मेक इन इंडिया योजना को शुरुआत में एक अच्छा कदम माना गया था, लेकिन यह योजना पूरी तरह से असफल रही है। उन्होंने उदाहरण के तौर पर मोबाइल फोन उद्योग का उल्लेख किया और कहा कि भारत में मोबाइल फोन असेंबल किए जा रहे हैं, लेकिन उनकी सभी पार्ट्स चीन से आयात होते हैं, जिससे यह साबित होता है कि भारत में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में कोई खास सुधार नहीं हुआ।

3. भारत का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर कमजोर

Rahul Gandhi ने यह भी कहा कि देश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर लगातार कमजोर हो रहा है। उन्होंने मोबाइल उद्योग का उदाहरण देते हुए कहा कि भारतीय मोबाइल निर्माता सिर्फ असेंबली कर रहे हैं, लेकिन खुद का निर्माण नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मोबाइल के हर पार्ट को चीन से आयात किया जाता है, जिससे भारत की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता पर सवाल उठते हैं। उनका यह भी कहना था कि आज के समय में दुनिया तेजी से बदल रही है, लेकिन हम उन बदलावों के प्रति संवेदनशील नहीं हैं।

4. AI और डेटा की अहमियत: Rahul Gandhi का दृष्टिकोण

Rahul Gandhi ने कहा कि आज का समय एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और डाटा का है, लेकिन भारत इस दिशा में पीछे है। उन्होंने कहा कि आज के समय में डेटा बेहद अहम है, लेकिन भारत के पास अपना खुद का डेटा नहीं है। उन्होंने कहा कि आज डाटा अमेरिकी कंपनियों के पास है और अगर भारत एआई के क्षेत्र में आगे बढ़ने की बात करता है तो उसके पास डेटा नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि चीन इस मामले में हमसे काफी आगे है और पिछले दस सालों से वह इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और डेटा सेक्टर में काफी काम कर रहा है।

5. पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का कंप्यूटर विरोध

Rahul Gandhi ने अपने भाषण में कंप्यूटर के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि जब कंप्यूटर भारत में लाया गया था, तब कई लोगों ने इसका विरोध किया था, जिनमें पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी भी शामिल थे। Rahul Gandhi ने कहा कि वाजपेयी ने यह कहकर कंप्यूटर के खिलाफ विरोध किया था कि भारत को कंप्यूटर की जरूरत नहीं है। Rahul Gandhi ने इस संदर्भ में यह भी कहा कि कंप्यूटर क्रांति कांग्रेस की देन थी और यह भारतीय समाज को बदलने में महत्वपूर्ण साबित हुई।

6. भारत को प्रोडक्शन सिस्टम की आवश्यकता

Rahul Gandhi ने यह भी कहा कि भारत को एक मजबूत प्रोडक्शन सिस्टम की जरूरत है, जो भविष्य में अर्थव्यवस्था को सशक्त बना सके। उन्होंने कहा कि देश में प्रोडक्शन सिस्टम की कमी है और अगर हम दुनिया के बाकी देशों के मुकाबले प्रतिस्पर्धा करना चाहते हैं, तो हमें इस दिशा में काम करने की जरूरत है।

7. Rahul Gandhi की आलोचना: क्या सरकार ने सुनवाई की?

Rahul Gandhi के इस भाषण पर सत्तापक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भारत में रोजगार, मेक इन इंडिया, और प्रोडक्शन सेक्टर के मुद्दों पर सरकार को गंभीरता से काम करने की आवश्यकता है। उनकी यह बातें अब विपक्ष के अंदर एक नई बहस को जन्म दे रही हैं, जो यह सवाल उठाती है कि क्या सरकार ने वाकई इन अहम मुद्दों पर पर्याप्त ध्यान दिया है।


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