बजट ने तोड़ा रेल कंपनियों का दिल, RVNL सहित इन सभी का बुरा हाल, 8% लुढ़का भाव
RVNL: भारत का वित्तीय बजट हमेशा देश की आर्थिक दिशा और प्राथमिकताओं को निर्धारित करता है। इस बार के बजट में रेलवे क्षेत्र को लेकर कुछ खास घोषणा नहीं की गई, जिसके परिणामस्वरूप रेल कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली। खासकर रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL), इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (IRFC), IRCON International, और रेलटेल कॉरपोरेशन लिमिटेड जैसी प्रमुख कंपनियों के शेयरों में 8 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। यह गिरावट उस शांति और निष्क्रियता के परिणामस्वरूप आई है, जो बजट में रेलवे के लिए कम फोकस और निवेश की योजना के रूप में देखने को मिली।
रेल कंपनियों का बुरा हाल: RVNL का शेयर 7% टूटा
रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) के शेयरों में सोमवार को करीब 7 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। यह कंपनी भारतीय रेलवे परियोजनाओं के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण करने वाली प्रमुख कंपनियों में से एक है। बजट में रेलवे के लिए न तो कोई विशेष प्रोत्साहन योजना घोषित की गई और न ही इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश को बढ़ाने के लिए कोई ठोस कदम उठाए गए, जिसका सीधा असर कंपनी के शेयरों पर पड़ा। बीएसई पर आज RVNL के शेयर 7 प्रतिशत गिरकर 401.80 रुपये तक पहुंच गए। पिछले आठ महीनों में कंपनी के शेयरों में 31 प्रतिशत तक की गिरावट आई है, जिससे निवेशकों में असंतोष और चिंता का माहौल है।
IRFC का भी बुरा हाल: 4% की गिरावट
इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (IRFC), जो रेलवे क्षेत्र के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है, के शेयर भी गिरावट का शिकार हो गए। सोमवार को यह स्टॉक 137.40 रुपये के स्तर पर खुला था और दिन में 4 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ 133.45 रुपये के स्तर तक पहुंच गया। इस गिरावट से स्पष्ट होता है कि बजट में रेलवे क्षेत्र के लिए कोई बड़ी घोषणा या योजनाएं नहीं होने के कारण निवेशक निराश हैं। IRFC के शेयरों में गिरावट का असर निवेशकों के विश्वास को कमजोर कर रहा है।
IRCON International और रेलटेल में भी गिरावट
IRCON International और रेलटेल कॉरपोरेशन लिमिटेड, जो भारतीय रेलवे की डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी प्रमुख कंपनियां हैं, उनके शेयरों में भी गिरावट देखने को मिली। इन कंपनियों के लिए बजट में खास तवज्जो न मिलने से उनके निवेशकों में निराशा और अविश्वास पैदा हुआ। शेयर बाजार में इन कंपनियों के शेयर 7 से 8 प्रतिशत तक गिर गए, जिससे कंपनियों का बाजार मूल्य घट गया।
बजट की घोषणा से रेलवे क्षेत्र पर प्रभाव
RVNL: इस बार के बजट में रेलवे के लिए कोई नई बड़ी योजनाओं या निवेशों की घोषणा न होने से रेलवे क्षेत्र में एक शांति का माहौल बना रहा। विशेष रूप से, बजट में रेलवे के आधुनिकीकरण, इंफ्रास्ट्रक्चर विस्तार, और उच्च गति रेल परियोजनाओं के लिए कोई नया दिशा-निर्देश नहीं दिया गया, जिससे रेलवे कंपनियों के लिए निवेशकों का विश्वास कमजोर हो गया।
RVNL: सरकार की ओर से रेलवे क्षेत्र में विशेष ध्यान न दिए जाने से इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई है। इसके अलावा, सरकार की ओर से मेट्रो रेल परियोजनाओं और अन्य शहरों के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश बढ़ाने के संकेत भी आए, लेकिन रेलवे के लिए कोई नई योजना नहीं होने से बाजार में नकारात्मक प्रतिक्रिया आई।
आर्थिक मंदी और रेलवे के लिए सीमित फंड्स
RVNL: वैश्विक आर्थिक मंदी और घरेलू वित्तीय अस्थिरता के कारण सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों के लिए सीमित फंड्स आवंटित किए हैं। इस स्थिति में रेलवे क्षेत्र को अधिकतम ध्यान न मिलने से विकास योजनाओं के लिए संभावित वित्तीय मदद का अभाव है। यह भी रेलवे कंपनियों के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि उन्होंने अपने विस्तार और आधुनिकीकरण के लिए सरकारी समर्थन की उम्मीद की थी।
निवेशकों की चिंता
RVNL: रेलवे कंपनियों के शेयरों में आई इस भारी गिरावट ने निवेशकों के बीच चिंता बढ़ा दी है। शेयर बाजार में तेज गिरावट के कारण रेलवे कंपनियों के स्टॉक से जुड़े निवेशक सोचने पर मजबूर हैं कि उन्हें अपने निवेश को लेकर आगे की दिशा क्या होनी चाहिए। आने वाले दिनों में इन कंपनियों के शेयरों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है, क्योंकि रेलवे क्षेत्र की निवेश योजनाओं की कमी ने निवेशकों को असमंजस में डाल दिया है।