Sambhal: अदालत में सर्वे रिपोर्ट पेश नहीं, Court कमिश्नर ने कारण बताते हुए मांगा समय

By Editor
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Sambhal में शाही जामा मस्जिद और हरिहर मंदिर के विवाद में Court में सुनवाई, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

Sambhal में शाही जामा मस्जिद और हरिहर मंदिर के संबंध में उठे विवाद में सिविल जज सीनियर डिविजन संभल की चंदौसी कोर्ट में आज सुनवाई हुई। इस मामले में Court ने अगली तारीख तय कर दी है और इस सुनवाई के दौरान पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। न्यायालय तक जाने वाले सभी रास्तों को बैरिकेडिंग करके सील कर दिया गया है। इसके अलावा, पुलिस ने क्षेत्र में गश्त भी बढ़ा दी है ताकि कोई भी अप्रिय घटना न घटे।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम और पुलिस की तैनाती

Sambhal में बढ़ते विवाद के बाद, खासकर जुमे की नमाज को लेकर, पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को और भी सख्त कर दिया है। झांसी में भी पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है और प्रमुख मस्जिदों के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है और किसी भी प्रकार के जुलूस या हुड़दंग की अनुमति नहीं दी जाएगी। पुलिस का कहना है कि हालात पर पूरी नजर रखी जा रही है और किसी भी प्रकार की अशांति को कड़ाई से रोका जाएगा।

Court में सुनवाई और मामले की गंभीरता

सिविल जज सीनियर डिविजन की Court में शाही जामा मस्जिद और हरिहर मंदिर के विवाद को लेकर सुनवाई की गई। Court ने मामले की गंभीरता को समझते हुए अगली तारीख तय की है, ताकि सभी पक्षों को उचित समय मिल सके और मामले की सही तरीके से सुनवाई हो सके। इस सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों ने अपने-अपने दावे पेश किए, जिनकी Court में चर्चा हुई।

संवेदनशील इलाकों में पुलिस गश्त और निगरानी

संबल जिले में हाल ही में संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए, गश्त को तेज कर दिया है ताकि किसी भी तरह की हिंसा या दंगों को रोका जा सके। पुलिस ने पूरी तैयारी के साथ इलाके में निगरानी शुरू कर दी है और किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए अतिरिक्त बल भी तैनात किया गया है। संवेदनशील इलाकों में विशेष चौकसी रखी जा रही है और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

पुलिस ने स्पष्ट रूप से कहा है कि मस्जिदों के आसपास किसी भी प्रकार का जुलूस या धरना प्रदर्शन आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसका उद्देश्य कानून-व्यवस्था बनाए रखना है और किसी भी प्रकार की अशांति से बचना है। सुरक्षा के लिए बलों की तैनाती के साथ-साथ संवेदनशील स्थानों पर लगातार पैट्रोलिंग भी की जा रही है। प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें और किसी भी अफवाह या भड़काऊ गतिविधि से बचें। पुलिस प्रशासन का मुख्य लक्ष्य इलाके में शांति बनाए रखना और समाज में सौहार्दपूर्ण वातावरण सुनिश्चित करना है।

स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया और प्रशासन का रुख

Court: स्थानीय समुदाय में इस विवाद को लेकर मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। एक तरफ, कुछ लोग इसे धार्मिक और सांप्रदायिक विवाद के रूप में देख रहे हैं, जिसका असर समाज में विभाजन और तनाव पैदा कर सकता है। उनका मानना है कि इस प्रकार के विवादों से साम्प्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है। वहीं, दूसरी ओर कुछ लोग इस मामले को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से जोड़कर देख रहे हैं, और उनका कहना है कि यह विवाद इस इलाके की संस्कृति और धरोहर से जुड़ा हुआ है, जिसे समझे बिना समाधान नहीं हो सकता।

प्रशासन ने इस स्थिति को गंभीरता से लिया है और अब तक का रुख कड़ा और सतर्क रहा है। पुलिस और स्थानीय अधिकारियों की कोशिश है कि मामले का समाधान शांति और समझदारी से किया जाए, ताकि बिना किसी और तनाव के स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।

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