बलिया में कैबिनेट मंत्री Sanjay Nishad के काफिले की गाड़ी पलटी, पांच घायल
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के खेजुरी क्षेत्र में मंगलवार की मध्य रात्रि को एक गंभीर हादसा हुआ। योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ. Sanjay Nishad के काफिले की एक गाड़ी अनियंत्रित हो गई और पोल को तोड़ते हुए गड्ढे में पलट गई। इस घटना में चार महिलाओं समेत कुल पांच लोग घायल हो गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया और हादसे की जांच शुरू कर दी है।
कैबिनेट मंत्री Sanjay Nishad का बयान
कैबिनेट मंत्री Sanjay Nishad ने घटना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंगलवार को उनकी पार्टी की संविधानिक अधिकार यात्रा के तहत वे सभी पड़ोसी जिले देवरिया से बलिया की ओर जा रहे थे। इस दौरान मध्य रात्रि के समय खेजुरी थाना क्षेत्र के जनुवान गांव के पास काफिले की एक चारपहिया वाहन किसी जानवर को बचाने की कोशिश में असंतुलित हो गई और पोल को तोड़ते हुए गड्ढे में पलट गई। इस हादसे में गाड़ी में सवार पांच लोग घायल हो गए, जिनमें चार महिलाएं और चालक शामिल थे।
घायलों की स्थिति और इलाज
घायलों में राकेश निषाद (24), रामरती (50), उषा (42), गीता (40), और इस्रावती निषाद (40) शामिल हैं। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए पहले सिकंदरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। इसके बाद, उनकी स्थिति को ध्यान में रखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। जिला अस्पताल में सभी घायलों का इलाज चल रहा है, और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस और प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
घटना के बाद बलिया जिले के वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना स्थल का निरीक्षण किया और घायलों को अस्पताल भेजने के लिए जरूरी कदम उठाए। पुलिस ने घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, गाड़ी का असंतुलित होना मुख्य कारण था, जो किसी जानवर को बचाने के प्रयास के कारण हुआ था।
इस घटना के बाद पुलिस ने गाड़ी के चालक से भी पूछताछ की, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हादसा किस कारण हुआ और इसके पीछे कोई अन्य कारण तो नहीं था। पुलिस ने घटना के सभी पहलुओं की जांच का आश्वासन दिया है और जांच पूरी होने के बाद घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मंत्री Sanjay Nishad की सुरक्षा व्यवस्था
कैबिनेट मंत्री Sanjay Nishad की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, उनके काफिले की हर गाड़ी में पुलिस सुरक्षा थी। हालांकि, इस हादसे में मंत्री Sanjay Nishad स्वयं सुरक्षित रहे, लेकिन उनके साथ सवार अन्य लोग घायल हो गए। Sanjay Nishad ने घटना के बाद अधिकारियों से घटना की जांच करने और घायलों को त्वरित उपचार देने का अनुरोध किया था। Sanjay Nishad ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी यात्रा का उद्देश्य जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करना था और किसी भी प्रकार की अनहोनी के बावजूद वे अपनी यात्रा जारी रखने के इच्छुक हैं।
घटना का असर और स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
इस हादसे के बाद से इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। स्थानीय लोग घटना स्थल पर पहुंचे और राहत कार्य में पुलिस के अधिकारियों की मदद की। गांव के कुछ लोग यह कह रहे थे कि अगर समय रहते घायलों को उपचार मिलता, तो उनकी स्थिति और भी बेहतर होती। वहीं, कुछ स्थानीय निवासियों ने गाड़ी के अनियंत्रित होने को लेकर सवाल उठाए हैं और कहा कि इलाके में सड़कें संकरी हैं, जो अक्सर इस तरह के हादसों का कारण बनती हैं।
सड़क सुरक्षा पर सवाल उठते हैं
यह हादसा सड़क सुरक्षा के मुद्दे को भी उजागर करता है। बलिया और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें अक्सर खराब हालत में होती हैं, और इस तरह के हादसों के बाद सड़क सुरक्षा पर सवाल उठते हैं। क्षेत्र के लोग और प्रशासन यह मानते हैं कि सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए बेहतर सड़क निर्माण और सुरक्षा उपायों की जरूरत है। हादसे के बाद स्थानीय निवासियों ने सरकार से सड़क की स्थिति में सुधार की मांग की है।
आगे की कार्रवाई और जांच
पुलिस विभाग ने इस घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है और सभी साक्ष्यों को एकत्रित किया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि जांच पूरी होने तक कोई भी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी व्यक्ति या कारण इस हादसे के लिए जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, पुलिस ने यह भी बताया कि गाड़ी के ड्राइवर से पूछताछ जारी है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हादसा किसी और कारण से तो नहीं हुआ।
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