राजस्थान की राजनीति में इस वक्त सिर्फ दो नाम सबसे ज़्यादा सुर्खियों में हैं, Gehlot-Pilot। ऐसा लग रहा है जैसे दोनों नेता सालों पुरानी रंजिशें भुलाकर अब एकसाथ आगे बढ़ने का मन बना चुके हैं। गहलोत और पायलट के बीच की खटास किसी से छिपी नहीं है। दोनों कई बार एक-दूसरे को खुलकर निशाने पर ले चुके हैं, और कांग्रेस को इसका राजनीतिक नुकसान भी भुगतना पड़ा है।
पहली बार सुलह के संकेत
अब सालों बाद पहली बार ऐसा हुआ है जब दोनों नेता खुद सामने आकर अपने मतभेदों को दरकिनार करते दिखाई दिए।सचिन पायलट (Sachin Pilot) बोले “रात गई, बात गई”, तो वहीं अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा “हमारे बीच कभी कोई दूरी थी ही नहीं।” राजस्थान कांग्रेस के लिए यह तस्वीर एक बड़ी राहत की तरह देखी जा रही है।
बीजेपी ने ली चुटकी, मोहब्बत पर उठाए सवाल
कांग्रेस की इस नई तस्वीर पर अब बीजेपी ने तंज कसा है। जोधपुर सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने दोनों नेताओं के मेल पर चुटकी लेते हुए कहा, “यह मोहब्बत बनी रहे। लेकिन अगर एक ही पार्टी के दो नेताओं को बार-बार यह जताना पड़े कि हमारे बीच मोहब्बत है, तो यह वैसा ही है जैसे कोई पति रोज़ अपनी पत्नी को कहे हमारे बीच मोहब्बत है।” शेखावत का यह बयान साफ इशारा करता है कि बीजेपी (BJP ) को इस मेल पर भरोसा नहीं है। वह इसे सिर्फ मंच पर दिखने वाली मजबूरी मान रही है।
अब उठ रहे हैं अहम सवाल
क्या वाकई कांग्रेस में सच्ची सुलह हो चुकी है? या यह सिर्फ चुनावी गणित और दिखावटी मेल है? क्या यह साथ लंबे वक्त तक टिकेगा, या फिर कोई नया मोड़ एक बार फिर इंतज़ार कर रहा है? फिलहाल दोनों नेता साथ खड़े हैं, लेकिन यह साथ कब तक चलेगा, इसका जवाब तो वक्त ही देगा।