उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने SP Goyal को राज्य का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया है। माना जा रहा है कि गोयल का कार्यकाल 2027 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार के एजेंडे को धार देने वाला रहेगा।
उनकी नियुक्ति से कई वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की उम्मीदें टूट गई हैं, जो इस पद की आस लगाए बैठे थे। सत्ता के गलियारों में चर्चा है कि चुनावी अवधि में प्रशासनिक निरंतरता बनाए रखने के लिए SP Goyal को तीन महीने का सेवा विस्तार भी मिल सकता है।
SP Goyal का कार्यकाल लंबा रहने की संभावना है, क्योंकि उनकी सेवानिवृत्ति जनवरी 2027 के अंत में होनी है। यह अवधि उन्हें चुनाव से पहले सरकार की योजनाओं को जमीन पर उतारने और प्रशासनिक दिशा तय करने के लिए पर्याप्त समय देगी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि SP Goyal राज्य और केंद्र सरकार दोनों के भरोसेमंद अधिकारी माने जाते हैं। चुनावी वर्ष में उनकी भूमिका अहम होगी, खासकर सरकार की प्रमुख योजनाओं को लागू करने में, जिससे चुनावी लाभ मिल सके।
1989 बैच के आईएएस अधिकारी SP Goyal को मनोज कुमार सिंह की सेवानिवृत्ति के बाद मुख्य सचिव बनाया गया। सिंह ने जून 2024 में कार्यभार संभाला था। गोयल 2017 से मुख्यमंत्री कार्यालय में प्रमुख सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत थे। उनका कार्यकाल डीएस मिश्रा, आरके तिवारी और जावेद उस्मानी जैसे पूर्व मुख्य सचिवों की तुलना में अधिक लंबा हो सकता है।
SP Goyal के कार्यकाल के दौरान कई वरिष्ठ अधिकारी सेवानिवृत्त हो जाएंगे, जिनमें दीपक कुमार (कृषि उत्पादन आयुक्त) और देवेश चतुर्वेदी (केंद्रीय कृषि सचिव) शामिल हैं। दोनों ही गोयल के साथ मुख्य सचिव पद के दावेदार थे। चतुर्वेदी फरवरी 2026 में और दीपक कुमार अक्टूबर 2026 में रिटायर होंगे।
अन्य वरिष्ठ अधिकारियों में मनोज सिंह, अनिल कुमार, हिमांशु कुमार, एसएम बोबडे, अर्चना अग्रवाल, कामरान रिज़वी, एल वेंकटेश्वरलु, अमित कुमार घोष और सुभाष चंद्र शर्मा शामिल हैं, जो गोयल के कार्यकाल के दौरान सेवानिवृत्त हो जाएंगे।
SP Goyal की राज्य और केंद्र दोनों में मजबूत पकड़ के चलते चुनावी वर्ष में और संभवतः उसके बाद भी उनका पद पर बने रहना तय माना जा रहा है। योगी सरकार के लिए यह नियुक्ति रणनीतिक रूप से बेहद अहम मानी जा रही है।