SRH की आक्रामक बल्लेबाजी रणनीति पर कोच डेनियल विटोरी का बयान: 300 के लक्ष्य के बावजूद टीम की विफलताओं पर क्या होगा असर?
सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) ने आईपीएल 2025 के पहले मैच में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 286 रनों का विशाल स्कोर बनाकर अपनी आक्रामक बल्लेबाजी शैली का परिचय दिया था। इससे पिछले सीजन में भी टीम 280 से अधिक का स्कोर बना चुकी है, जिससे यह उम्मीद जगी कि टीम 300 के आंकड़े को पार कर सकती है। हालांकि, आईपीएल के 18वें सीजन के बाद के दो मैचों में टीम 300 के लक्ष्य को पाने के बावजूद 200 रन तक भी नहीं पहुंच पाई। इन मैचों में टीम की बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही कमजोर साबित हुई, जिससे सवाल उठने लगे हैं कि क्या अब टीम अपनी रणनीति में कोई बदलाव करेगी?
इस सवाल का जवाब टीम के हेड कोच डेनियल विटोरी ने दिया है। उन्होंने बताया कि टीम का आक्रामक खेलने का रवैया जारी रहेगा, और उनका यह विश्वास है कि यही शैली भविष्य में टीम के लिए सफल साबित होगी। हालांकि, पिछले मैचों में हुए प्रदर्शन ने सभी को चिंता में डाल दिया। लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ हुए मैच में टीम केवल 190 रन बनाकर 9 विकेट से हार गई, जबकि दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ भी टीम केवल 163 रन पर ढेर हो गई, जिससे उसे हार का सामना करना पड़ा। इन दोनों मैचों में टीम की बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी भी प्रभावी नहीं रही, जिससे टीम को सफलता नहीं मिल पाई।
आक्रामक रणनीति का समर्थन करते हुए कोच ने दी सफाई
SRH: टीम के हेड कोच डेनियल विटोरी ने आक्रामक रणनीति पर सवाल उठाने वाले आलोचकों को जवाब देते हुए कहा कि उनकी टीम का उद्देश्य हर मैच में अटैकिंग क्रिकेट खेलना है। उन्होंने यह भी कहा कि टीम के शीर्ष तीन बल्लेबाजों की शैली ही आक्रामक है और यह उनकी बल्लेबाजी की पहचान बन चुकी है। विटोरी के मुताबिक, अभिषेक शर्मा, ईशान किशन और ट्रैविस हेड जैसे बल्लेबाज आम तौर पर टीम के लिए लय निर्धारित करते हैं और उनका खेलने का तरीका हमेशा ही जोखिम लेने वाला होता है। हालांकि, इस बार इन बल्लेबाजों की किस्मत साथ नहीं दी और कुछ शानदार गेंदों पर वे सस्ते में आउट हो गए।
SRH: विटोरी ने कहा, “हमारे खिलाड़ियों की शैली कभी नहीं बदलेगी। हम हमेशा आक्रामक क्रिकेट खेलना चाहेंगे। अगर आप हमारे शीर्ष तीन बल्लेबाजों को देखें, तो आप पाएंगे कि वे इसी तरह से खेलते हैं। वे आम तौर पर टीम के लिए लय सेट करते हैं। अभिषेक शर्मा आज बदकिस्मत रहे, ईशान और ट्रैविस भी, लेकिन किसी दूसरे दिन ये गेंदें शायद सीमा रेखा से बाहर जा सकती थीं। हम समझते हैं कि जब हम इस तरह से खेलते हैं, तो विफलताएं भी हो सकती हैं, लेकिन उम्मीद है कि हम आने वाले मैचों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।”
विफलताओं के बावजूद आक्रामकता बनाए रखने का विश्वास
SRH: डेनियल विटोरी का यह बयान टीम की आक्रामक मानसिकता को बनाए रखने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने माना कि आक्रामक क्रिकेट खेलते समय कभी-कभी टीम को नतीजे नहीं मिलते, लेकिन यह शैली टीम की असल पहचान है और वे इस पद्धति से पीछे नहीं हटने वाले। विटोरी ने यह भी कहा कि टीम को अपने खेल के इस तरीके के फायदे लंबे समय में ही नजर आएंगे, जब खिलाड़ी अपने आत्मविश्वास को बनाए रखते हुए अधिक अच्छे प्रदर्शन करेंगे।
गेंदबाजी में भी सुधार की आवश्यकता
SRH: जहां तक टीम की गेंदबाजी का सवाल है, विटोरी ने इस पर भी टिप्पणी की। राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ जब SRH ने 280 से अधिक का स्कोर बनाया था, तब भी राजस्थान रॉयल्स ने 240 से अधिक रन बनाए थे। इस मैच ने साबित किया कि SRH की गेंदबाजी में सुधार की आवश्यकता है, क्योंकि जिस मैच में टीम ने इतना बड़ा स्कोर किया, वहीं गेंदबाज अपने लक्ष्य का बचाव करने में असफल रहे। यही कारण है कि टीम को अपने गेंदबाजी आक्रमण पर भी ध्यान देने की आवश्यकता होगी, ताकि जब बड़े स्कोर बनाए जाएं, तो उन्हें बचाने का काम भी सही तरीके से किया जा सके।
आने वाले मैचों में रणनीति का क्या होगा असर?
SRH की टीम के लिए आगामी मैच काफी महत्वपूर्ण होंगे। पिछले दो मैचों में टीम की विफलताओं ने उसे चिंतित किया है, लेकिन कोच डेनियल विटोरी का यह बयान बताता है कि टीम अपनी आक्रामक रणनीति से पीछे नहीं हटेगी। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या टीम अपनी बल्लेबाजी में कुछ संयम दिखाएगी और गेंदबाजी में अधिक प्रभावी हो सकेगी। यदि टीम आक्रामकता के साथ-साथ अपनी तकनीकी सटीकता को भी बेहतर बनाती है, तो वह आगामी मैचों में बेहतर प्रदर्शन कर सकती है।
SRH: कुल मिलाकर, यह कहना गलत नहीं होगा कि SRH की रणनीति आक्रामक बनी रहेगी, लेकिन साथ ही उन्हें अपने खेल के हर पहलू में सुधार करना होगा, खासकर गेंदबाजी और दबाव में खेलने की क्षमता को बेहतर बनाना होगा।
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