Syria के होम्स में संदिग्ध इजरायली हवाई हमले, सैन्य ठिकानों को बनाया निशाना
शुक्रवार को संदिग्ध इजरायली युद्धक विमानों ने Syria के मध्य प्रांत होम्स में स्थित पल्मायरा सैन्य हवाई अड्डे और इसके आस-पास के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए। स्थानीय अल-एखबरिया टीवी ने इस घटना की जानकारी दी, जिसमें कहा गया कि हमले में सीरिया के प्राचीन शहर पल्मायरा के करीब स्थित सैन्य प्रतिष्ठानों को टारगेट किया गया। हालांकि, इस हमले में कितना नुकसान हुआ और कितने हताहत हुए, इस बारे में अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है।
इजरायली वायु सेना द्वारा किए गए ये हमले उस समय हुए हैं जब Syria में क्षेत्रीय तनाव बढ़ रहा है। लेबनान-सीरियाई सीमा पर तनाव में वृद्धि और गाजा में चल रहे इजरायली सैन्य अभियानों के कारण इस हमले को एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के रूप में देखा जा रहा है। यह हमला इजरायली सैन्य रणनीति का हिस्सा हो सकता है, जो सीरिया में ईरान से जुड़े मिलिशिया, हथियारों के भंडारण और उनके परिवहन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के लिए किए गए हैं।
इजरायली हवाई हमलों का इतिहास और रणनीतिक उद्देश्य
इजरायल ने पिछले कुछ वर्षों में Syria में सैकड़ों हवाई हमले किए हैं, जिनका मुख्य उद्देश्य ईरान से जुड़े मिलिशिया, उनके हथियारों के भंडारण, और सैन्य परिवहन के ठिकानों को नष्ट करना रहा है। इजरायल का यह रणनीतिक उद्देश्य सीरिया में ईरान के सैन्य प्रभाव को कमजोर करना है, क्योंकि ईरान के समर्थक मिलिशिया सीरिया में सक्रिय हैं और ये इजरायल के लिए सुरक्षा खतरा बन सकते हैं।
इजरायली अधिकारियों का यह मानना है कि Syria में ईरान की उपस्थिति उनके लिए एक सीधा खतरा है, क्योंकि ईरान और इजरायल के बीच लंबे समय से संघर्ष चलता आ रहा है। सीरिया में ईरान के सैन्य ठिकानों और समर्थक मिलिशिया पर किए गए हमले इजरायल के सुरक्षा रणनीति का एक अहम हिस्सा बने हुए हैं। इसके अलावा, इजरायल का यह भी मानना है कि इन ठिकानों के खिलाफ हमले करने से सीरिया में हथियारों का वितरण और परिवहन रुक सकता है, जिससे क्षेत्रीय सुरक्षा में सुधार हो सकता है।
पल्मायरा और उसके आस-पास के सैन्य ठिकानों पर हमले का महत्व
पल्मायरा का प्राचीन शहर Syria का एक ऐतिहासिक स्थल है, और यह क्षेत्र सैन्य दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। पल्मायरा सैन्य हवाई अड्डे और इसके आस-पास के सैन्य ठिकाने रणनीतिक दृष्टिकोण से अहम माने जाते हैं। इन ठिकानों का उपयोग सीरिया सरकार और उसके सहयोगियों द्वारा सैन्य गतिविधियों के लिए किया जाता है।
पल्मायरा और उसके आसपास के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाना इजरायल के लिए एक कड़ा संदेश हो सकता है, जिसका उद्देश्य Syria के सैन्य प्रतिष्ठानों की क्षमता को कमजोर करना और ईरान के प्रभाव को खत्म करना है। हालांकि, इस हमले के बाद अब तक किसी प्रकार की हताहत या क्षति की कोई जानकारी नहीं मिली है, लेकिन ऐसे हमले क्षेत्रीय सुरक्षा को प्रभावित कर सकते हैं और इस क्षेत्र में तनाव को और बढ़ा सकते हैं।
Syria में बढ़ता क्षेत्रीय तनाव और उसके प्रभाव
इस हमले का समय भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह गाजा में चल रहे इजरायली सैन्य अभियानों और लेबनान-सीरियाई सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच हुआ है। गाजा में इजरायली सैन्य ऑपरेशन और क्षेत्रीय तनाव ने पहले ही मध्य-पूर्व में संकट की स्थिति को बढ़ा दिया है। Syria, लेबनान और इजरायल के बीच सीमाओं पर बढ़ता तनाव इस क्षेत्र में बड़ी संघर्ष की संभावना को बढ़ाता है।
इजरायली सैन्य अभियान गाजा में अपनी कार्रवाई को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना का सामना कर रहे हैं, जबकि Syria और लेबनान में भी स्थिति बिगड़ने के संकेत मिल रहे हैं। ऐसे में, इस प्रकार के हवाई हमले क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए और भी ज्यादा चिंता का कारण बन सकते हैं, क्योंकि यह घटनाक्रम बड़ी सैन्य कार्रवाई की दिशा में बढ़ सकता है।
Syria पर इजरायली हमलों के राजनीतिक और कूटनीतिक परिणाम
इजरायल के इन हवाई हमलों का Syria और अन्य क्षेत्रीय देशों पर राजनीतिक और कूटनीतिक प्रभाव भी हो सकता है। सीरिया और उसके सहयोगियों के लिए इजरायल के इस प्रकार के हमले एक चुनौती साबित हो सकते हैं, क्योंकि यह न केवल सैन्य दृष्टिकोण से बल्कि कूटनीतिक दृष्टिकोण से भी उनकी स्थिति को प्रभावित कर सकता है।
Syria के राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन के लिए यह हमले एक चुनौतीपूर्ण स्थिति उत्पन्न कर सकते हैं, जो पहले ही कई वर्षों से गृहयुद्ध और बाहरी सैन्य हस्तक्षेप का सामना कर रहे हैं। इन हमलों से न केवल सीरिया के सैन्य ठिकानों को नुकसान हो सकता है, बल्कि सीरिया के सहयोगियों को भी इससे नुकसान हो सकता है, जिनमें ईरान और रूस प्रमुख हैं।
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