भारत-अमेरिका रिश्तों का नया अध्याय: डोनाल्ड Trump और नरेंद्र मोदी की संभावित मुलाकात
Trump: भारत और अमेरिका के रिश्ते हमेशा से ही रणनीतिक और द्विपक्षीय सहयोग पर आधारित रहे हैं, लेकिन इस साल इन रिश्तों में एक नया मोड़ देखने को मिल सकता है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति Trump की वापसी के बाद, भारत और अमेरिका के राजनयिक अपने रिश्तों को और भी मजबूत बनाने के लिए सक्रिय हो गए हैं। फरवरी में दोनों नेताओं के बीच एक अहम मुलाकात हो सकती है, जो भारत और अमेरिका के संबंधों को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
Trump और नरेंद्र मोदी के रिश्ते का इतिहास
नरेंद्र मोदी और Trump की दोस्ती किसी से छिपी नहीं है। दोनों नेताओं के बीच कई बार वार्ताएं और मुलाकातें हो चुकी हैं, जिनमें दोनों देशों के लिए अहम रणनीतिक निर्णय लिए गए थे। 2019 में नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर गए थे, जहां डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनकी बैठक ने दोनों देशों के रिश्तों को और प्रगाढ़ किया। उस समय 50,000 भारतीय अमेरिकी नागरिकों की मौजूदगी में ‘हाउजी मोदी’ कार्यक्रम का आयोजन हुआ था, जो भारतीय मूल के अमेरिकियों के बीच खासा लोकप्रिय हुआ था।
इसके बाद फरवरी 2020 में Trumpभारत आए थे, और उन्होंने नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने के लिए कई पहलुओं पर चर्चा की थी। लेकिन उसके बाद Trump की सत्ता खत्म हो गई, और अमेरिका में नए प्रशासन के गठन के बाद दोनों नेताओं के बीच मुलाकातों का सिलसिला थम सा गया था। अब जब डोनाल्ड ट्रंप फिर से राजनीतिक मैदान में लौट आए हैं, तो भारत इस अवसर का फायदा उठाने के लिए सक्रिय हो गया है।
फरवरी में संभावित मुलाकात: क्या होगा अहम
सूत्रों के अनुसार, फरवरी में Trump और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच द्विपक्षीय वार्ता हो सकती है। इस साल भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों को नई दिशा देने के लिए दोनों देशों के राजनयिकों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। अगर दोनों नेता एक-दूसरे से मिलते हैं तो यह मुलाकात वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण साबित हो सकती है, क्योंकि दोनों देशों के बीच आर्थिक, रणनीतिक, और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने के कई मौके मिल सकते हैं।
फरवरी में फ्रांस में एक महत्वपूर्ण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समिट आयोजित की जा रही है, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी सुनिश्चित हो चुकी है। अगर Trump भी इस समिट में शिरकत करते हैं, तो दोनों नेताओं के बीच मुलाकात की संभावना प्रबल हो सकती है। हालांकि, अगर Trump इस समिट में शामिल नहीं होते हैं, तो पीएम नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरा भी संभावित है। सूत्रों के अनुसार, यह दौरा फरवरी के मध्य में हो सकता है, और इस दौरान मोदी और ट्रंप की मुलाकात हो सकती है।
भारत और अमेरिका के रिश्तों में नया अध्याय
भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते हुए रिश्ते इस साल नए आयाम तक पहुंच सकते हैं। Trump की वापसी और उनके साथ पीएम नरेंद्र मोदी की संभावित मुलाकात से यह साफ है कि दोनों देशों के बीच सहयोग का दायरा और मजबूत हो सकता है। खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य नई तकनीकों के क्षेत्र में भारत और अमेरिका के बीच साझा प्रयासों की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं।
भारत और अमेरिका के लिए यह समय काफी अहम है, क्योंकि दोनों देशों के रिश्ते केवल व्यापार या कूटनीति तक सीमित नहीं रहते। रणनीतिक साझेदारी, रक्षा सहयोग, और दोनों देशों के वैश्विक मुद्दों पर साझा दृष्टिकोण ने इन रिश्तों को और मजबूत किया है। इस बीच, पीएम मोदी और Trump की मुलाकात दोनों देशों के लिए और अधिक सकारात्मक परिणाम लेकर आ सकती है।
सार्वजनिक कार्यक्रमों में संभावित शिरकत
यह भी चर्चा है कि मोदी और Trump किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में भी एक साथ शामिल हो सकते हैं। जैसा कि 2019 में हुआ था, जब मोदी ने अमेरिका दौरे के दौरान Trump के साथ 50,000 भारतीय अमेरिकी नागरिकों के सामने कार्यक्रम में शिरकत की थी। ऐसी मुलाकातों से दोनों नेताओं के बीच व्यक्तिगत और राजनीतिक रिश्तों को और मजबूती मिलती है, जो दोनों देशों के बीच सहयोग को और गहरा करती है।
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