भारत ने Vanuatu को पांच लाख डॉलर की आपदा सहायता प्रदान की
Vanuatu: भारत ने 17 दिसंबर को दक्षिणी प्रशांत महासागर में स्थित द्वीपीय देश वानुआतु को आई विनाशकारी भूकंप के बाद पांच लाख डॉलर की सहायता देने की घोषणा की है। इस भूकंप की तीव्रता 7.4 थी और इसके कारण वानुआतु के तट पर व्यापक तबाही हुई, जिससे बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हुआ। भारत ने वानुआतु सरकार और उसके नागरिकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और इस कठिन समय में हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
भारत की विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यह राहत सहायता वानुआतु के पुनर्निर्माण और पुनर्वास प्रयासों में सहायक होगी। भारत ने इस आपदा के दौरान वानुआतु के साथ अपनी मित्रता और साझेदारी को और मजबूत करने का संकल्प लिया। यह कदम भारत और Vanuatu के बीच सहयोग और समर्थन की गहरी भावना को दर्शाता है।
Vanuatu के साथ भारत की एकजुटता
भारत ने Vanuatu सरकार और उसके लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और इस कठिन समय में हर संभव समर्थन देने की इच्छा जाहिर की है। 17 दिसंबर को दक्षिणी प्रशांत महासागर में Vanuatu के तट के पास आए विनाशकारी भूकंप के बाद भारत ने इसे अपनी जिम्मेदारी समझते हुए Vanuatu के साथ मजबूती से खड़ा होने का संकल्प लिया है। भारत ने वानुआतु के राहत और पुनर्निर्माण प्रयासों में मदद करने के लिए पांच लाख अमेरिकी डॉलर की राशि प्रदान करने का निर्णय लिया है।
भारत की विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए बताया कि यह सहायता Vanuatu के लिए राहत, पुनर्वास और पुनर्निर्माण के कार्यों में सहयोग करेगी। मंत्रालय ने यह भी कहा कि इस सहायता से वानुआतु के साथ भारत की दोस्ती और साझेदारी को और मजबूत किया जाएगा। यह कदम भारत के “फोरम फॉर इंडिया-पैसिफिक आइलैंड्स कोऑपरेशन” (FIPIC) के तहत Vanuatu के साथ सहयोग को प्रगाढ़ करने का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है। भारत की यह सहायता Vanuatu के लिए एक सशक्त समर्थन और मित्रता का प्रतीक है।
सहायता का उद्देश्य और महत्त्व
भारत का यह कदम सिर्फ आर्थिक सहायता तक सीमित नहीं है, बल्कि यह Vanuatu के लिए एक मजबूती का संकेत है कि वह अकेला नहीं है, और उसके कठिन समय में भारत हर कदम पर उसके साथ खड़ा है। भारत ने बताया कि यह सहायता वानुआतु के राहत, पुनर्वास, और पुनर्निर्माण कार्यों में योगदान करेगी। साथ ही, यह सहायता भारतीय सरकार की “फोरम फॉर इंडिया-पैसिफिक आइलैंड्स कोऑपरेशन (FIPIC)” के तहत वानुआतु के साथ साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्राकृतिक आपदाओं के प्रति भारत का सहयोग
भारत ने हमेशा प्राकृतिक आपदाओं के समय में अपने पड़ोसी देशों के साथ सहयोग का हाथ बढ़ाया है। विशेष रूप से वानुआतु जैसे छोटे देशों के लिए, यह सहयोग और सहायता बहुत महत्वपूर्ण है। नवंबर 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई “इंडो-पैसिफिक ओशन इनिशिएटिव (IPOI)” के तहत आपदा प्रबंधन और जोखिम न्यूनीकरण को एक महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में स्थापित किया गया था। इस पहल के अंतर्गत भारत ने इस क्षेत्र में आपदा से प्रभावित देशों के लिए सहायता देने का वचन लिया है, और Vanuatu को दी गई यह पांच लाख डॉलर की मदद उसी दिशा में एक और कदम है।
क्षेत्रीय स्थिरता में भारत का योगदान
भारत की यह राहत सहायता न केवल एक मानवीय कदम है, बल्कि यह दक्षिणी प्रशांत क्षेत्र में भारत की जिम्मेदारी और स्थिरता बनाए रखने के प्रयासों का हिस्सा है। भारत ने हमेशा अपने सहयोगियों के लिए हर प्रकार की मदद देने के लिए तत्परता दिखायी है, चाहे वह प्राकृतिक आपदाओं के समय हो या अन्य किसी प्रकार के संकट में।
भारत की इस सहायता से Vanuatu को न केवल तात्कालिक राहत मिल सकेगी, बल्कि लंबे समय तक उसके पुनर्निर्माण में भी मदद मिलेगी। वानुआतु की सरकार और उसके लोग इस कठिन समय में भारत की सहायता को एक मजबूत और विश्वासपूर्ण दोस्ती के रूप में देखेंगे।
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