संविधान के प्रति जागरूकता फैलाने में छात्रों को करनी चाहिए पहल : Ajit Pawar

Ajit Pawar

उपमुख्यमंत्री Ajit Pawar ने कानून के छात्रों से भारतीय संविधान और नागरिकों के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने की अपील की

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री Ajit Pawar ने सोमवार को कानून के छात्रों से भारतीय संविधान और देश के नियमों तथा विनियमों के बारे में नागरिकों में जागरूकता फैलाने की दिशा में पहल करने की अपील की। यह बयान उन्होंने मंत्रालय में श्री शिवाजी मराठा सोसाइटी लॉ कॉलेज, पुणे के 50 से अधिक छात्रों के साथ बैठक के दौरान दिया। इस बैठक में कॉलेज के प्रिंसिपल सिद्धकला भावसार, एसोसिएट प्रोफेसर भानुदास गर्जे और अन्य शैक्षिक स्टाफ भी मौजूद थे।

उपमुख्यमंत्री Ajit Pawar ने कहा कि कानून के छात्रों को न केवल कानूनी शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए, बल्कि उन्हें समाज के कमजोर और उपेक्षित वर्गों को अधिकार और न्याय दिलाने के लिए सक्रिय रूप से काम करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि लॉ कॉलेज के विद्यार्थियों को केवल अपने व्यक्तिगत करियर को ही प्राथमिकता नहीं देनी चाहिए, बल्कि समाज में बदलाव लाने के लिए भी उन्हें प्रेरित होना चाहिए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि भविष्य में यही छात्र न्यायप्रिय वकील बनकर समाज में सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।

समाज में बदलाव की दिशा में छात्रों की भूमिका

Ajit Pawar ने कहा, “आप लोग कानून की पढ़ाई करते हुए केवल अपने ज्ञान को बढ़ा नहीं रहे हैं, बल्कि समाज की सेवा करने के अवसर भी प्राप्त कर रहे हैं। इस दिशा में आपका कर्तव्य है कि आप समाज के कमजोर, वंचित और पीड़ित वर्ग को न्याय दिलाने के लिए आगे आएं। भारतीय संविधान और कानून के तहत हर नागरिक को समान अधिकार मिलते हैं, और इस परिप्रेक्ष्य में जागरूकता फैलाना बेहद महत्वपूर्ण है।”

उन्होंने आगे कहा कि कानून के छात्र अपनी शिक्षा का उपयोग समाज के लिए करें और जो लोग कानून की भाषा और प्रक्रिया को नहीं समझते, उन्हें इस बारे में शिक्षा देने का काम करें। “कानून के छात्रों को संविधान और कानूनी अधिकारों के बारे में जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी निभानी चाहिए, ताकि अधिक से अधिक लोग अपने अधिकारों के प्रति सचेत हो सकें,” Ajit Pawar ने कहा।

कानूनी शिक्षा का समाज में महत्व

उपमुख्यमंत्री Ajit Pawar ने यह भी कहा कि कानून की शिक्षा सिर्फ रोजगार प्राप्त करने के लिए नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह समाज में सुधार और बदलाव लाने का एक प्रभावशाली माध्यम है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि समाज में व्याप्त कई तरह की असमानताएं और अन्याय केवल कानूनी पहलुओं से हल नहीं हो सकते, बल्कि इसके लिए हमें कानून के प्रति सम्मान और जागरूकता की आवश्यकता है।

Ajit Pawar ने यह भी बताया कि महाराष्ट्र सरकार इस दिशा में विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं के माध्यम से नागरिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक कर रही है। “आप कानून के छात्र इन कार्यक्रमों का हिस्सा बनकर, इस जागरूकता को बढ़ावा दे सकते हैं और समाज में कानून और न्याय का महत्व समझा सकते हैं।”

कानूनी शिक्षा के विकास पर जोर

Ajit Pawar ने कानून के छात्रों से यह भी आग्रह किया कि वे अपनी शिक्षा के दौरान प्राप्त ज्ञान को समाज के विभिन्न पहलुओं में लागू करें, ताकि वे ना केवल एक अच्छे वकील बन सकें, बल्कि समाज के लिए एक सशक्त और सक्षम नागरिक भी बन सकें। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार कानून के छात्रों के लिए विभिन्न प्रशिक्षण और इंटर्नशिप के अवसरों की व्यवस्था कर रही है ताकि वे अपने पेशेवर जीवन की शुरुआत में ही वास्तविक दुनिया के कानूनी मुद्दों से परिचित हो सकें।

उन्होंने छात्र समुदाय को प्रेरित किया कि वे केवल अपने पाठ्यक्रम तक ही सीमित न रहें, बल्कि समाज के विभिन्न मुद्दों पर अपनी विचारधारा विकसित करें और एक न्यायपूर्ण समाज के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं। “आपकी शिक्षा का उद्देश्य केवल किताबों तक सीमित न हो, बल्कि इसे समाज के भले के लिए लागू किया जाए,”Ajit Pawar ने कहा।

न्यायप्रिय वकील बनने की दिशा में मार्गदर्शन

Ajit Pawar ने छात्रों को यह भी याद दिलाया कि एक वकील की सबसे बड़ी जिम्मेदारी न्याय का पालन करना है। “एक अच्छे वकील का काम केवल मुकदमे जीतने तक सीमित नहीं होता, बल्कि उसे यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर व्यक्ति को समान और निष्पक्ष न्याय मिले। एक न्यायप्रिय वकील समाज के कमजोर और वंचित वर्गों के लिए आवाज़ बन सकता है और उनके अधिकारों की रक्षा कर सकता है।” Ajit Pawar ने यह भी कहा कि एक न्यायप्रिय वकील को हमेशा ईमानदारी और न्याय के सिद्धांतों पर आधारित निर्णय लेने चाहिए।

उपमुख्यमंत्री का समापन संदेश

अपनी बातचीत के समापन में Ajit Pawarने छात्रों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और उन्हें इस दिशा में कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा, “आपका प्रयास समाज में बड़ा परिवर्तन ला सकता है। आपमें यह क्षमता है कि आप अपने देश और राज्य में कानून के माध्यम से बदलाव ला सकते हैं।”

यह बैठक छात्रों के लिए एक अनमोल अवसर था, जिसमें उन्हें कानून के महत्व को समझने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित किया गया। इस प्रकार, उपमुख्यमंत्री Ajit Pawar का यह संबोधन न केवल छात्रों के लिए एक मार्गदर्शन था, बल्कि यह समाज के विभिन्न वर्गों को न्याय और अधिकारों की दिशा में जागरूक करने की एक महत्वपूर्ण पहल भी थी।

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