असम राइफल्स ने पूर्वोत्तर की चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया: Amit Shah

Update India
5 Min Read
Amit Shah

Amit Shah ने असम राइफल्स के स्थापना दिवस पर जवानों को दी बधाई, पूर्वोत्तर सुरक्षा में वीरता की सराहना

केन्द्रीय गृह मंत्री Amit Shah ने सोमवार को असम राइफल्स के स्थापना दिवस के अवसर पर बल के जवानों, अधिकारियों और उनके परिवारों को बधाई दी। इस विशेष मौके पर उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक संदेश साझा किया, जिसमें असम राइफल्स के वीर जवानों की वीरता और बलिदान की सराहना की। इस संदेश में उन्होंने असम राइफल्स को पूर्वोत्तर के सुरक्षा प्रहरी के रूप में संबोधित करते हुए बल की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया और जवानों के परिजनों की अहमियत को भी उजागर किया।

Amit Shah ने कहा कि असम राइफल्स के जवानों ने अपनी वीरता और निस्वार्थ सेवा से न केवल पूर्वोत्तर क्षेत्र की सुरक्षा को सुनिश्चित किया है, बल्कि उन्होंने वहां की जनता के बीच मानवीय सहायता के लिए भी कदम बढ़ाए हैं। Amit Shah ने विशेष रूप से उन जवानों को सलाम किया जिन्होंने कर्तव्य की राह पर अपनी जान की आहुति दी। Amit Shah के अनुसार, असम राइफल्स ने अपनी वीरता और प्रतिबद्धता से पूर्वोत्तर क्षेत्र के लोगों का दिल जीता है।

असम राइफल्स का ऐतिहासिक महत्व और भूमिका
असम राइफल्स, जिसे केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) के तहत एक महत्वपूर्ण बल के रूप में जाना जाता है, भारतीय सुरक्षा बलों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी स्थापना 1835 में ब्रिटिश शासन के दौरान हुई थी, और यह भारतीय सेना के साथ मिलकर पूर्वोत्तर भारत में कानून-व्यवस्था बनाए रखने, आतंकवाद और उग्रवाद का मुकाबला करने, और म्यांमार से लगती सीमा की सुरक्षा करने में अहम भूमिका अदा करता है।

असम राइफल्स का मुख्यालय शिलांग, मेघालय में स्थित है, और यह बल भारतीय सशस्त्र बलों के साथ मिलकर पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र की रक्षा करता है। असम राइफल्स को “पूर्वोत्तर के प्रहरी” के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह क्षेत्रीय सुरक्षा की एक महत्वपूर्ण इकाई है जो न केवल सुरक्षा प्रदान करती है बल्कि स्थानीय जनसंख्या के साथ भी मजबूत संबंध स्थापित करती है।

पूर्वोत्तर भारत में असम राइफल्स की भूमिका
Amit Shah: पूर्वोत्तर भारत एक संवेदनशील क्षेत्र है, जहां विविधता, संस्कृति और जातीयता के दृष्टिकोण से कई चुनौतियाँ उत्पन्न होती हैं। असम राइफल्स की उपस्थिति इस क्षेत्र में शांतिपूर्ण स्थिति बनाए रखने और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अनिवार्य है। यह बल न केवल सीमा पर आतंकवाद और उग्रवाद का मुकाबला करता है, बल्कि स्थानीय समुदायों की मदद और उनके विकास के लिए भी सक्रिय रूप से काम करता है।

असम राइफल्स का क्षेत्रीय विकास में योगदान अत्यधिक महत्वपूर्ण है। यह न केवल सुरक्षा का कार्य करता है, बल्कि विभिन्न मानवीय प्रयासों में भी शामिल होता है जैसे राहत और बचाव कार्य, शिक्षा और चिकित्सा सहायता, और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान लोगों की मदद करना। इस प्रकार असम राइफल्स ने न केवल अपनी सुरक्षा जिम्मेदारी निभाई है, बल्कि लोगों के दिलों में भी अपनी एक स्थायी पहचान बनाई है।

वीरता और बलिदान की गाथाएँ
Amit Shah: असम राइफल्स के जवानों की वीरता और बलिदान की अनेक गाथाएँ इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं। इन जवानों ने कर्तव्य निभाते हुए ना केवल अपनी जान गंवाई है, बल्कि कई बार अपनी जान पर खेलकर अपने कर्तव्यों को पूरा किया है। असम राइफल्स के सैनिकों की जाँबाजी ने उन्हें क्षेत्रीय सुरक्षा का एक सशक्त प्रतीक बना दिया है।

असम राइफल्स के जवानों ने अपनी वीरता से न केवल आतंकवादी गतिविधियों का मुकाबला किया है बल्कि घेराबंदी और संघर्ष के बीच स्थानीय लोगों के जीवन को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाली है। उनके बलिदान और प्रतिबद्धता की कोई भी मिसाल उनके साहस को कम नहीं कर सकती। गृह मंत्री Amit Shah के संदेश में भी इस बलिदान को विशेष रूप से याद किया गया है और असम राइफल्स के योद्धाओं की बहादुरी को सलाम किया गया है।

Read More: Justice Verma कैश विवाद: सफाई कर्मी ने किया खुलासा, बताया कैसे मिले 500 रुपये के जलते हुए नोट

Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

दिल्ली में भाजपा की ऐतिहासिक जीत, अगला मुख्यमंत्री कौन? Jasprit Bumrah भारतीय क्रिकेट में अभूतपूर्व ऊंचाई भारतीय महिला टीम की वेस्टइंडीज के खिलाफ रिकॉर्ड जीत BCCI के नए सचिव ! ERCP के भागीरथ… “भजनलाल” ड्रैगन के साथ Urfi Javed UI Movie Review: Upendra की असाधारण कहानी सिराज और जडेजा की गलती से भारत को बड़ा फायदा