Assam Rifles प्रमुख ने उभरती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयारियों पर जोर दिया

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Assam Rifles कमांडर सम्मेलन 2025: सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए सतर्कता और युद्ध क्षमता में वृद्धि की आवश्यकता पर बल

Assam Rifles के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेरा ने हाल ही में मेघालय में Assam Rifles कमांडर सम्मेलन 2025 को संबोधित करते हुए भारत-म्यांमार सीमा की सुरक्षा और कश्मीर घाटी में स्थिरता बनाए रखने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने उभरती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए सुरक्षा बलों की तैयारी को लेकर सतर्कता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।

इस सम्मेलन का उद्देश्य Assam Rifles के संचालन में सुधार, युद्ध क्षमता को बढ़ाने और विभिन्न प्रशासनिक एवं मानव संसाधन संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श करना था। सम्मेलन में Assam Rifles के विभिन्न स्तरों के अधिकारियों ने भाग लिया और सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर गंभीर चर्चा की।

भारत-म्यांमार सीमा की सुरक्षा और कश्मीर घाटी में स्थिरता

लेफ्टिनेंट जनरल लखेरा ने भारत-म्यांमार सीमा की सुरक्षा को अत्यधिक महत्वपूर्ण बताया और कहा कि यह क्षेत्र सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है, जहां Assam Rifles को अपनी भूमिका निभाने के लिए विशेष रूप से सजग रहना होगा।

उन्होंने सीमा पर आतंकवाद, तस्करी, मादक पदार्थों की तस्करी, और अन्य सुरक्षा खतरों के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता की ओर इशारा किया। साथ ही, उन्होंने कश्मीर घाटी में स्थिरता बनाए रखने के महत्व को भी रेखांकित किया और इस क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ बेहतर तालमेल बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया।

उभरती सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए तैयारी और सतर्कता

Assam Rifles के महानिदेशक ने सम्मेलन में कहा कि अस्थिर और गतिशील सुरक्षा वातावरण को देखते हुए जवानों को निरंतर सतर्क रहना होगा। उन्होंने सुरक्षा बलों के लिए उभरती चुनौतियों के प्रति तत्परता बनाए रखने के लिए विभिन्न रणनीतियों और प्रक्रियाओं को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उनका मानना था कि केवल एक संगठित और जागरूक बल ही इन चुनौतियों का सही तरीके से मुकाबला कर सकता है।

कमांडरों के प्रयासों की सराहना

इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल लखेरा ने विभिन्न क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनाए रखने में कमांडरों के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों के उच्चतम स्तर पर प्रत्येक कमांडर का योगदान महत्वपूर्ण होता है, और उन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में काम करने वाले जवानों की व्यावसायिकता और उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की।

उन्होंने विशेष रूप से उन जवानों की प्रशंसा की, जिन्होंने कठिन और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अपनी भूमिका को निभाते हुए असाधारण कार्य किया। यह जवानों की साहसिकता और समर्पण को दर्शाता है, जो Assam Rifles की एक मजबूत कार्यशैली को स्थापित करता है।

सम्मेलन में हुई महत्वपूर्ण चर्चा

Assam Rifles कमांडर सम्मेलन में विभिन्न फॉर्मेशन कमांडरों, बटालियन कमांडरों और स्टाफ अधिकारियों को प्रमुख परिचालन और प्रशासनिक मामलों पर विचार-विमर्श करने के लिए एक मंच प्राप्त हुआ।

इन चर्चाओं का उद्देश्य Assam Rifles की युद्ध क्षमता को और भी बढ़ाना, संचालन में तत्परता को सुनिश्चित करना और भविष्य में सुरक्षा को लेकर विभिन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए उपायों पर काम करना था। कमांडरों ने अपने-अपने क्षेत्रों में बल के संचालन के लिए रणनीतियाँ साझा की और यह तय किया कि Assam Rifles की ताकत को बढ़ाने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।

राजभाषा ट्रॉफी 2025 का वितरण

इस कार्यक्रम के दौरान हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में योगदान देने वाली इकाइयों को भी सम्मानित किया गया। असम राइफल्स ने हिंदी के प्रचार-प्रसार में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है और इस कार्य में सराहनीय योगदान देने वाली इकाइयों को प्रोत्साहित किया गया। 27वीं Assam Rifles को प्रतिष्ठित राजभाषा ट्रॉफी 2025 प्रदान की गई, जिसने प्रथम स्थान प्राप्त किया।

इसी तरह, मुख्यालय महानिरीक्षक Assam Rifles (दक्षिण) को दूसरे स्थान का पुरस्कार प्राप्त हुआ, और 28वीं Assam Rifles ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इस पुरस्कार वितरण से हिंदी भाषा के प्रसार और उसके प्रति असम राइफल्स के समर्पण का स्पष्ट संदेश मिला।

परिचालन तत्परता और प्रशासनिक चुनौतियाँ

सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य Assam Rifles के परिचालन तत्परता, प्रशासनिक चुनौतियों और मानव संसाधन प्रबंधन से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार करना था।

अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि जवानों को सभी आवश्यक प्रशिक्षण और संसाधन उपलब्ध कराए जाएं ताकि वे किसी भी ऑपरेशन या सुरक्षा स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया दे सकें। साथ ही, कार्यप्रणाली में सुधार और जटिलताओं को हल करने के लिए प्रशासनिक उपायों पर भी चर्चा की गई।

Assam Rifles कमांडर सम्मेलन 2025 ने इस बात को स्पष्ट किया कि संगठन को हमेशा बदलती सुरक्षा स्थिति के अनुसार खुद को अपडेट करना होगा और युद्ध की तत्परता को बनाए रखने के लिए सतर्कता बरतनी होगी। सुरक्षा, रणनीतिक निर्णय और प्रशासनिक समर्थन के मामले में असम राइफल्स की नेतृत्व भूमिका के महत्व को ध्यान में रखते हुए, यह सम्मेलन एक सकारात्मक कदम था।

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