दिल्ली सीएम Atishi के खिलाफ FIR: चुनाव प्रचार में सरकारी वाहन के इस्तेमाल पर विवाद
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की सुगबुगाहट तेज हो गई है, और इस बीच दिल्ली की मुख्यमंत्री Atishi की मुश्किलें बढ़ गई हैं। चुनाव प्रचार में सरकारी वाहन के इस्तेमाल को लेकर उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है, जिसके बाद राजनीतिक बवाल मच गया है। इस घटना के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) और विपक्षी पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है।
FIR दर्ज होने की वजह: सरकारी वाहन का गलत इस्तेमाल
दिल्ली पुलिस ने चुनाव आयोग की शिकायत पर एक्जीक्यूटिव इंजीनियर संजय कुमार के खिलाफ FIR दर्ज की है। आरोप है कि Atishi ने अपने चुनावी प्रचार के लिए PWD (Public Works Department) और दिल्ली सरकार के सरकारी वाहन का उपयोग किया। दिल्ली के गोविंदपुरी पुलिस थाने में यह FIR दर्ज की गई है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि FIR सीएम Atishi के खिलाफ नहीं हुई है, बल्कि यह सिर्फ एक प्रशासनिक अधिकारी के खिलाफ है, लेकिन इस FIR ने दिल्ली की राजनीति में एक नया विवाद पैदा कर दिया है।
AAP का आरोप: सड़े-गले सिस्टम का हिस्सा हैं बीजेपी और कांग्रेस
इस पूरे घटनाक्रम पर आम आदमी पार्टी ने त्वरित प्रतिक्रिया दी। पार्टी के नेताओं ने इसे एक साजिश करार दिया और दावा किया कि यह FIR Atishi के खिलाफ नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी के खिलाफ राजनीतिक साजिश का हिस्सा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक्स (Twitter) पर पोस्ट करते हुए कहा, “इनके नेता खुलेआम पैसा बांटते हैं, साड़ी, कंबल, सोने की चैन आदि बांटते हैं, फर्जी वोट बनवाते हैं, फिर भी एक FIR तक दर्ज नहीं होती।
लेकिन मुख्यमंत्री Atishi के खिलाफ तुरंत FIR हो जाती है। हम पूरे सिस्टम के खिलाफ लड़ रहे हैं। यह सड़ा हुआ सिस्टम है, जिसे जनता के साथ मिलकर बदलना है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों इसी सड़े-गले सिस्टम का हिस्सा हैं।”
केजरीवाल ने अपनी बात में यह भी कहा कि चुनावी प्रक्रिया में भ्रष्टाचार और गड़बड़ियों का सामना आम आदमी पार्टी कर रही है, लेकिन पार्टी इससे डरने वाली नहीं है। उनका कहना था कि यह FIR केवल चुनावी प्रचार को नुकसान पहुंचाने की एक साजिश का हिस्सा है, ताकि उनकी पार्टी की छवि खराब की जा सके।
Atishi के लिए चुनावी नामांकन की चुनौती
इसी बीच, दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का समय भी नजदीक आ चुका है। मुख्यमंत्री Atishi को आज ही अपना नामांकन पत्र दाखिल करना है। हालांकि, सोमवार को नामांकन दाखिल करने का समय चूक जाने के कारण Atishi इसे मंगलवार के लिए टाल चुकी थीं। सोमवार को उन्होंने कालकाजी मंदिर में पूजा-अर्चना की थी और गुरुद्वारा में माथा भी टेका था। इसके अलावा, सोमवार को ही Atishi ने रोड शो भी निकाला था, जो उनके चुनावी प्रचार का एक अहम हिस्सा बन गया।
Atishi की इस घटनाक्रम के बाद चुनावी अभियान में एक नई दिशा देखने को मिल रही है। इस विवाद ने उन्हें विपक्षी दलों के निशाने पर लाकर उनके चुनावी प्रचार को एक नई गति दी है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव: AAP, बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान हो चुका है। 70 विधानसभा सीटों के लिए नामांकन प्रक्रिया जारी है और दिल्ली की मुख्यमंत्री Atishi ने कालकाजी विधानसभा सीट से अपनी उम्मीदवारी भी घोषित की है। चुनाव आयोग के अनुसार, दिल्ली में 5 फरवरी 2025 को मतदान होगा और चुनाव नतीजे 8 फरवरी 2025 को घोषित किए जाएंगे।
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में 2 बार जीत हासिल की है और तीसरी बार सत्ता में वापसी करने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है। इस बार, दिल्ली की सियासी लड़ाई में बीजेपी और कांग्रेस भी पूरी तरह से मैदान में हैं। बीजेपी ने इस चुनाव को दिल्ली में सत्ता की वापसी का एक अहम अवसर माना है और पार्टी इस बार किसी भी हाल में दिल्ली की सत्ता हासिल करने के लिए पूरा जोर लगा रही है। वहीं, कांग्रेस भी अकेले ही इस चुनाव में ताल ठोक रही है और वह दिल्ली में अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है।
आम आदमी पार्टी की चुनावी रणनीति
आम आदमी पार्टी की रणनीति साफ है—वह चुनावी मैदान में जनता के मुद्दों को लेकर मजबूती से उतरने का इरादा रखती है। इस FIR के बावजूद पार्टी ने यह स्पष्ट किया है कि वह इस मुद्दे को अपनी चुनावी सफलता में रुकावट नहीं बनने देगी। पार्टी की तरफ से यह बयान भी आया कि सरकारी वाहन का इस्तेमाल एक सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया के तहत किया गया था और इसमें कोई गलती नहीं थी।
Atishi की स्थिति इस समय काफी चुनौतीपूर्ण हो सकती है, क्योंकि चुनाव से पहले उन्हें ऐसी FIR का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन AAP का दावा है कि पार्टी इस साजिश का सामना करेगी और जनता का विश्वास जीतने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
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