🌧️ मौसमी बीमारियों की रोकथाम पर ज़ोर
चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए समुचित दवा, जांच और उपचार व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
- बारिश अधिक वाले जिलों में विशेष सतर्कता
- दवाओं की उपलब्धता, जांच उपकरणों की क्रियाशीलता अनिवार्य
- मानव संसाधन की कमी होने पर तत्काल रिपोर्ट
🏗️ नए चिकित्सा संस्थानों के लिए भूमि आवंटन प्राथमिकता में
- आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत
- मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला कलेक्टर के माध्यम से भूमि आवंटन प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण करें
- 70% से अधिक पूर्ण भवनों में उपकरणों और फर्नीचर की गैप असेसमेंट कर बजट प्रस्ताव भेजें
🧪 जांच सेवाओं और क्रॉनिक रोगियों की स्क्रीनिंग पर बल
- IPHL लैब, SDH, CHC, PHC में जांच सेवाओं का सुदृढ़ीकरण
- टीबी, डायबिटीज, सिलिकोसिस, HIV और 60+ आयु वर्ग के रोगियों की लाइनलिस्टिंग
- रेडियोग्राफर्स की मैपिंग और बायोमेडिकल वेस्ट सर्टिफिकेट का नवीनीकरण
🧑⚕️ टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान को गति
- अधिकाधिक पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित करने के निर्देश
- स्क्रीनिंग, जांच और उपचार की गतिविधियाँ तेज़
- जनजागरूकता के माध्यम से सामुदायिक भागीदारी
⚠️ आरजीएचएस योजना में पारदर्शिता अनिवार्य
- दवाएं और जांचें लिखते समय नियमों का पालन
- गड़बड़ी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई
- योजना की राज्य स्तर से गहन मॉनिटरिंग जारी
🧭 फील्ड एक्टिविज़्म और मॉनिटरिंग पर ज़ोर
- सीएमएचओ और संयुक्त निदेशक फील्ड में सक्रिय रहें
- स्वास्थ्य कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें
- स्टाफ की उपस्थिति, दवाओं की उपलब्धता और रिपोर्टिंग सिस्टम मजबूत किया जाए
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