प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर के साथ द्विपक्षीय वार्ता की, जिसमें जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन और साइबर सुरक्षा जैसी समकालीन चुनौतियों से मिलकर निपटने पर सहमति बनी। दोनों देशों ने भारत-CARICOM साझेदारी को और मजबूत करने का संकल्प लिया।
वार्ता के बाद फार्मा, ऊर्जा, संस्कृति और खेल जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए छह समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें भारतीय फार्माकोपिया, त्वरित प्रभाव वाली परियोजनाएं (QIP), सांस्कृतिक आदान-प्रदान, खेल, राजनयिक प्रशिक्षण और वेस्टइंडीज विश्वविद्यालय में हिंदी व भारतीय अध्ययन के लिए ICCR चेयर की पुनः स्थापना शामिल है।
मोदी ने पनहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत को मिले त्रिनिदाद के समर्थन की सराहना की। दोनों नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ साझा प्रतिबद्धता दोहराई और ग्लोबल साउथ के देशों के बीच एकजुटता बढ़ाने पर सहमति जताई।
भारतीय मूल की छठी पीढ़ी को OCI कार्ड की पेशकश सहित कई घोषणाएं की गईं। कृषि, स्वास्थ्य, डिजिटल परिवर्तन, UPI, क्षमता निर्माण और लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने पर भी चर्चा हुई।
बिसेसर ने मोदी की यात्रा को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इससे द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊर्जा मिलेगी। मोदी ने उन्हें भारत आने का निमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।
CARICOM (Caribbean Community and Common Market) 20 कैरीबियाई देशों का क्षेत्रीय संगठन है, जिसकी स्थापना 4 जुलाई 1973 को हुई थी और मुख्यालय जॉर्जटाउन, गुयाना में है। इसका उद्देश्य आर्थिक एकीकरण, विदेश नीति समन्वय, सामाजिक विकास और क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देना है।