Jaipur में बड़ी पुलिस कार्रवाई: जमीन धोखाधड़ी का मास्टरमाइंड और मोबाइल स्नैचिंग गैंग के बदमाश गिरफ्तार
Jaipur पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में बड़ी कार्रवाई की है, जिसमें 86 लाख रुपये की जमीन धोखाधड़ी के मास्टरमाइंड और उसके साथी को गिरफ्तार किया गया है। वहीं दूसरी ओर, पुलिस ने एक मोबाइल स्नैचिंग गैंग के दो शातिर बदमाशों को पकड़ा है। इन गिरफ्तारियों से पुलिस ने कई अन्य वारदातों का भी खुलासा किया है और आगे की जांच जारी है।
86 लाख की जमीन धोखाधड़ी का खुलासा
Jaipur Crime: सदर थाना पुलिस ने एक बड़े धोखाधड़ी के मामले का खुलासा किया है, जिसमें आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए 86 लाख रुपये की जमीन धोखाधड़ी की। पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी सुनील पारीक और उसके साथी प्रमोद पारीक को गिरफ्तार किया है। सुनील पारीक Jaipur के नरैना क्षेत्र का निवासी है, जबकि प्रमोद पारीक महुआ, दौसा का निवासी है।
पुलिस उपायुक्त Jaipur पश्चिम, अमित कुमार के अनुसार, आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर प्रॉपर्टी कारोबारी को झांसा दिया। सौदे के दौरान पीड़ित से 13.30 लाख रुपये के चेक ले लिए गए और फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल कर जमीन का बेचान करने का प्रयास किया। मामले की जांच के दौरान पुलिस ने पहले ही पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें रामोवतार शर्मा, शंकरलाल शर्मा, विक्रम राठौड़, पूजा चौधरी, और भंवर लाल शर्मा शामिल हैं।
पुलिस ने इन आरोपियों से पूछताछ की है और इसके बाद यह स्पष्ट हो रहा है कि ये लोग कई अन्य धोखाधड़ी के मामलों में भी शामिल हो सकते हैं। पुलिस अब इनसे अन्य वारदातों के बारे में जानकारी जुटा रही है, ताकि और भी मामलों का खुलासा किया जा सके।
मोबाइल स्नैचिंग गैंग के दो बदमाश गिरफ्तार
Jaipur Crime: दूसरी ओर, गांधीनगर थाना पुलिस ने मोबाइल स्नैचिंग गैंग के दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों के पास से 11 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं, जिनकी कुल कीमत 1.50 लाख रुपये बताई जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों में लाला उर्फ रतन बैरवा और जगदीश उर्फ लाला शामिल हैं, जो जवाहर नगर कच्ची बस्ती के निवासी हैं।
पुलिस उपायुक्त Jaipur पूर्व, तेजस्विनी गौतम ने बताया कि यह गैंग शहर के विभिन्न इलाकों में मोबाइल छीनने की वारदातों को अंजाम देता था। इन दोनों आरोपियों के बारे में पुलिस ने बताया कि ये शातिर बदमाश सुनसान और कम भीड़-भाड़ वाले इलाकों में लोगों को अपना शिकार बनाते थे।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इनसे पूछताछ की, जिसमें यह सामने आया कि आरोपियों ने शहर में कई मोबाइल स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम दिया है। पुलिस का संदेह है कि यह गैंग अभी तक और भी वारदातों में शामिल हो सकती है।
पुलिस कार्रवाई और आगे की जांच
Jaipur पुलिस ने इन दोनों मामलों में त्वरित कार्रवाई की है और आरोपियों को गिरफ्तार कर कई महत्वपूर्ण साक्ष्य बरामद किए हैं। दोनों मामलों में पुलिस अब अन्य आरोपियों और वारदातों की जानकारी हासिल करने के लिए जांच जारी रखे हुए है।
सदर थाना पुलिस और गांधीनगर थाना पुलिस दोनों मामलों में सक्रिय रूप से काम कर रही हैं और इन गिरफ्तारियों को शहर में अपराधों को नियंत्रित करने के एक अहम कदम के रूप में देखा जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की आपराधिक गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
जांच के दौरान बरामद किए गए साक्ष्य से यह भी प्रतीत होता है कि यह दोनों गैंग और अधिक अपराधों में शामिल हो सकते हैं। पुलिस इन मामलों को गंभीरता से लेकर अधिक गहराई से जांच कर रही है, ताकि इन आरोपियों और उनके नेटवर्क से जुड़ी और भी वारदातों का खुलासा किया जा सके।
Jaipur में बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण की जरूरत
Jaipur में लगातार हो रही इस तरह की धोखाधड़ी और मोबाइल स्नैचिंग जैसी वारदातों से स्थानीय नागरिकों में डर का माहौल बना हुआ है। पुलिस की कार्रवाई से जरूर राहत मिली है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी करने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस तरह के अपराधों को रोका जा सके। पुलिस को अपराधियों की पहचान करने और उनके नेटवर्क तक पहुंचने में मदद मिलने की संभावना है, जिससे इन अपराधों पर नियंत्रण पाया जा सके।
इसके अलावा, शहर के नागरिकों को भी सतर्क रहने की आवश्यकता है। सार्वजनिक स्थानों पर मोबाइल का उपयोग करते वक्त सावधानी बरतनी चाहिए, और धोखाधड़ी के मामलों में फर्जी दस्तावेजों से बचने के लिए सही कानूनी सलाह लेनी चाहिए।
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