जयपुर का विकास क्षेत्र बढ़ेगा: 633 गांव JDA में शामिल, क्या होगा असर?

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जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) का क्षेत्र बढ़ा: 633 गांव होंगे शामिल, विकास को मिलेगा नया आकार

जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) ने हाल ही में अपनी सीमा क्षेत्र में विस्तार करने का अहम फैसला लिया है। इसके तहत जयपुर के आसपास की 13 तहसीलों के 630 से ज्यादा गांव को अब JDA के क्षेत्र में शामिल किया जाएगा। इस विस्तार से JDA का क्षेत्रफल 3000 वर्ग किलोमीटर से बढ़कर 6000 वर्ग किलोमीटर हो जाएगा, जो जयपुर के विकास को नई दिशा देने का एक बड़ा कदम है।

JDA क्षेत्र में 633 गांव शामिल: क्या होगा फायदा?
जयपुर का क्षेत्रफल पहले 3000 वर्ग किलोमीटर था, लेकिन अब इसमें 6000 वर्ग किलोमीटर का विस्तार होगा। इससे न केवल शहर के विकास में तेजी आएगी, बल्कि इन क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का भी विकास होगा। साथ ही, यह कदम जयपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक योजनाओं को लागू करने के लिए सहायक होगा। इस विस्तार से करीब 633 गांव जुड़ने जा रहे हैं, जिनमें जयपुर के आसपास के कई बड़े गांव भी शामिल हैं।

13 तहसीलों के गांव होंगे JDA के क्षेत्र में
JDA के क्षेत्र विस्तार के तहत 13 तहसीलों के गांवों को शामिल किया जा रहा है। इन तहसीलों में अमेर, बस्सी, चाकसू, चौमूं, दूदू, जमवारामगढ़, किशनगढ़ रैनवाल, कोटखावदा, मौजमाबाद, फागी, फुलेरा, शाहपुरा और विराट नगर शामिल हैं। विभिन्न तहसीलों के गांवों की संख्या इस प्रकार है:

  • आमेर तहसील के 51 गांव
  • बस्सी तहसील के 111 गांव
  • चाकसू तहसील के 58 गांव
  • चौमूं तहसील के 44 गांव
  • दूदू तहसील के 7 गांव
  • जमवारामगढ़ तहसील के 95 गांव
  • किशनगढ़ रैनवाल तहसील के 19 गांव
  • कोटखावदा तहसील के 14 गांव
  • मौजमाबाद तहसील के 49 गांव
  • फागी तहसील के 87 गांव
  • फुलेरा तहसील के 33 गांव
  • शाहपुरा तहसील के 55 गांव
  • विराट नगर तहसील के 9 गांव

क्यों हो रहा है JDA क्षेत्र का विस्तार?
JDA का यह क्षेत्र विस्तार जयपुर के विकास की दिशा में एक अहम कदम है। बढ़ते शहरीकरण, बढ़ती आबादी, और बढ़ती आवासीय मांग को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। इन गांवों को JDA के क्षेत्र में शामिल करने से इन क्षेत्रों में अधिक से अधिक विकास कार्य हो सकेंगे। इसके अलावा, विकास कार्यों का आसान तरीके से प्रबंधन और निगरानी भी हो सकेगी।

सर्वे और परीक्षण जारी: गांवों का राजस्व रिकॉर्ड भी होगा चेक
जयपुर विकास प्राधिकरण ने इस विस्तार के बाद सभी गांवों के राजस्व रिकॉर्ड और नामांतरण का सर्वे शुरू कर दिया है। साथ ही यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि इन गांवों में से कोई भी ऐसा गांव न छूट जाए, जो JDA सीमा में आ सकता है। सभी गांवों का परीक्षण किया जा रहा है ताकि इस प्रक्रिया में किसी प्रकार की कोई गलती न हो। इसके बाद JDA अधिकारियों द्वारा सरकार को 633 गांवों को JDA क्षेत्र में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा जाएगा।

2047 का नया मास्टर प्लान तैयार होगा
इस प्रक्रिया के संपन्न होने के बाद, JDA द्वारा इन गांवों को शामिल करने के लिए एक अधिसूचना जारी की जाएगी। इसके बाद एक नया मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा, जो 2047 तक के विकास की रूपरेखा प्रस्तुत करेगा। नया मास्टर प्लान जयपुर के भविष्य के विकास को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जाएगा और इसे सरकार की मंजूरी के बाद लागू किया जाएगा।

क्या होगा इन गांवों के विकास में बदलाव?
JDA क्षेत्र में शामिल होने के बाद इन गांवों में विभिन्न प्रकार के विकास कार्य किए जाएंगे। इससे इन गांवों में न केवल आवासीय योजनाओं का विकास होगा, बल्कि बुनियादी ढांचे जैसे सड़क, जल आपूर्ति, सीवेज, और अन्य सुविधाओं में भी सुधार होगा। इसके अलावा, इन गांवों में औद्योगिक और वाणिज्यिक क्षेत्र का भी विकास होगा, जो शहर की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा।

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