Mahakumbh में तीसरा और आखिरी शाही स्नान: सुरक्षा, व्यवस्था और श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
Mahakumbh 2025 का तीसरा और आखिरी शाही स्नान (अमृत स्नान) चल रहा है, जिसमें लाखों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने पहुंचे हैं। इस बार की Mahakumbh में सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर कड़े इंतजाम किए गए हैं, खासकर मौनी अमावस्या पर भगदड़ जैसी घटनाओं के बाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निगरानी में इस बार श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सही दिशा में आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए ऑपरेशन-11 को लागू किया गया है।
सीएम योगी की वॉर रूम से निगरानी
इस बार की Mahakumbh के शाही स्नान पर सुरक्षा व्यवस्थाओं के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ स्थित अपने आवास पर वॉर रूम से निगरानी रखी। उन्होंने Mahakumbh के सफल आयोजन के लिए डीजीपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठकों का आयोजन किया। सीएम के निर्देश पर सुरक्षा के लिहाज से विभिन्न मार्गों पर वन-वे रूट और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। इस बीच श्रद्धालुओं के लिए ट्रैफिक प्रबंधन भी एक अहम मुद्दा बनकर उभरा है।
हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर बरसे फूल
Mahakumbh के इस महत्वपूर्ण अवसर पर श्रद्धालुओं पर आकाश से फूलों की बारिश भी की गई। नागा साधुओं, अखाड़ों के साधु-संन्यासियों और आम श्रद्धालुओं को हेलीकॉप्टर से पुष्पवृष्टि की गई, जो एक भव्य दृश्य था। इस फूलों की बारिश ने Mahakumbh के धार्मिक महत्व को और भी बढ़ा दिया और श्रद्धालुओं को मानसिक शांति का अहसास कराया।
आसमान से पुष्पवृष्टि और शाही स्नान
बसंत पंचमी के दिन हो रहे शाही स्नान के दौरान त्रिवेणी संगम में श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगाने पहुंच रहे थे। ब्रह्ममुहूर्त के समय, सुबह 4 बजे तक 16.58 लाख से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके थे। इस ऐतिहासिक क्षण को और भी भव्य बनाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था और श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं।
सुरक्षा के लिए ऑपरेशन-11 लागू
Mahakumbh के इस आयोजन में सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाए गए हैं, जिसमें ऑपरेशन-11 को लागू किया गया है। इस ऑपरेशन के तहत, Mahakumbh क्षेत्र में एक वन-वे सिस्टम लागू किया गया है ताकि श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ को सही दिशा में नियंत्रित किया जा सके। पांटून पुलों पर आवागमन को सुचारू बनाने के लिए विशेष उपाय किए गए हैं। सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती की गई है, और इस बार पुलों की रेलिंग भी मजबूत की गई है।
प्रमुख मार्गों पर डायवर्जन और ट्रैफिक कंट्रोल
भीड़ बढ़ने पर प्रमुख मार्गों पर डायवर्जन किया जा रहा है। पुलिस और पीएसी के विशेष दस्ते गश्त कर रहे हैं और ट्रैफिक नियंत्रण की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। सुरक्षा के लिहाज से प्रयाग जंक्शन और अन्य प्रमुख स्थानों पर विशेष प्रबंध किए गए हैं। पुलिस बल और पीएसी की दो कंपनियां इन जगहों पर तैनात की गई हैं ताकि कोई अप्रिय घटना न हो सके।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम
सुरक्षा के उपायों को और भी सख्त करते हुए Mahakumbh में श्रद्धालुओं की सुरक्षित यात्रा के लिए सभी प्रमुख मार्गों पर बैरियर और बेरिकेडिंग को मजबूत किया गया है। काली मार्ग, त्रिवेणी मार्ग, और अन्य प्रमुख मार्गों पर पुलिस की अतिरिक्त तैनाती की गई है। खासतौर पर त्रिवेणी घाटों पर श्रद्धालुओं की अधिक संख्या को देखते हुए सुरक्षा प्रबंध कड़े किए गए हैं।
मौनी अमावस्या से पहले हुए स्नान
Mahakumbh के तीसरे और आखिरी शाही स्नान से एक दिन पहले, रविवार रात 10 बजे तक 1.33 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में पुण्य की डुबकी लगाई थी। इन श्रद्धालुओं में एक फरवरी तक स्नान करने वाले 33.61 करोड़ श्रद्धालुओं को जोड़ते हुए कुल 34.90 करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में स्नान किया। Mahakumbh के इस तीसरे स्नान में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पुण्य लाभ के लिए स्नान किया। वसंत पंचमी का पुण्यकाल रविवार सुबह 11:53 बजे शुरू हुआ था, जिसके बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान किया।
विशेष सुरक्षा इंतजाम और व्यवस्थाएं
Mahakumbh के आयोजन को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए पूरे इलाहाबाद (प्रयागराज) में विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। शहर के सीमावर्ती क्षेत्रों को सील किया गया है और आवश्यकता अनुसार वहां अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है। ऑपरेशन-11 के तहत श्रद्धालुओं की आवाजाही पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है ताकि भीड़ प्रबंधन सही तरीके से हो सके।
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