राज्यसभा में Mallikarjun Kharge का तीखा पलटवार: ‘मैं झुकूंगा नहीं, टूट जाऊंगा लेकिन डरूंगा नहीं’
राज्यसभा में गुरुवार को वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष Mallikarjun Kharge और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। लोकसभा में अनुराग ठाकुर ने खरगे पर वक्फ की जमीन हड़पने का आरोप लगाया था, जिसे खरगे ने पूरी तरह से निराधार और बेबुनियाद बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यदि ये आरोप सही साबित हो जाते हैं, तो वे तुरंत राजनीति से इस्तीफा दे देंगे।
भाजपा के हथकंडों से डरने वाले नहीं: Mallikarjun Kharge
कांग्रेस अध्यक्ष Mallikarjun Kharge ने सदन में भाजपा पर जमकर निशाना साधा और कहा कि भाजपा उन्हें झुकाना चाहती है, लेकिन वह झुकेंगे नहीं। उन्होंने बॉलीवुड फिल्म ‘पुष्पा’ का मशहूर डायलॉग “मैं झुकूंगा नहीं” दोहराते हुए कहा कि वे किसी भी साजिश से डरने वाले नहीं हैं।
उन्होंने अपने लंबे राजनीतिक जीवन का हवाला देते हुए कहा, “मैंने अपना जीवन संघर्ष और ईमानदारी से जिया है। राजनीति में लगभग 60 साल बिताने के बाद, मुझ पर ऐसे झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाना न केवल मेरी छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास है, बल्कि यह लोकतांत्रिक मूल्यों पर भी हमला है।”
अनुराग ठाकुर ने क्या आरोप लगाए?
लोकसभा में भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि Mallikarjun Kharge ने वक्फ की जमीन हड़प रखी है। अनुराग ठाकुर ने कहा, “वक्फ संशोधन विधेयक तुष्टिकरण की राजनीति के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा।”
भाजपा सांसद ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने वक्फ बोर्ड को अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया और इसे वोट बैंक की राजनीति का जरिया बना दिया। उनका कहना था कि वक्फ बोर्ड का उद्देश्य मुस्लिम समुदाय के कल्याण के लिए संपत्तियों का प्रबंधन करना था, लेकिन कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने इसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया।
Mallikarjun Kharge की सफाई: 60 साल के राजनीतिक जीवन पर सवाल उठाना अनुचित
Mallikarjun Kharge ने भाजपा सांसद के आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद बताया और कहा कि उनके राजनीतिक जीवन पर सवाल उठाना पूरी तरह अनुचित है। उन्होंने कहा, “मेरा जीवन हमेशा एक खुली किताब की तरह रहा है। मैंने हमेशा सार्वजनिक जीवन में सर्वोच्च मूल्यों को बरकरार रखा है। अगर कोई यह साबित कर दे कि वक्फ की एक भी जमीन पर मेरा या मेरे परिवार का कब्जा है, तो मैं तुरंत इस्तीफा दे दूंगा।”
उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि जब उनके सहयोगियों ने अनुराग ठाकुर को चुनौती दी, तो उन्हें अपनी टिप्पणी वापस लेनी पड़ी। लेकिन तब तक उनकी छवि को नुकसान पहुंच चुका था। उन्होंने यह भी कहा कि अनुराग ठाकुर के इस तरह के बयान न केवल उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि यह दर्शाते हैं कि भाजपा बिना किसी आधार के विपक्ष के खिलाफ गलत प्रचार करने में लगी हुई है।
कांग्रेस की मांग: अनुराग ठाकुर माफी मांगें
Mallikarjun Kharge ने संसद में अनुराग ठाकुर के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए उनसे माफी की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर अनुराग ठाकुर अपने आरोपों को साबित नहीं कर सकते, तो उन्हें संसद में बैठने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा, “अगर उनके आरोप सही साबित नहीं होते, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। लेकिन अगर आरोप सही साबित होते हैं, तो मैं खुद इस्तीफा दे दूंगा।”
विपक्ष और सत्ता पक्ष में बढ़ता टकराव
इस मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा के बीच टकराव बढ़ता दिख रहा है। कांग्रेस ने इसे भाजपा की साजिश बताया, जबकि भाजपा ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। यह पहली बार नहीं है जब संसद में इस तरह का आरोप-प्रत्यारोप हुआ हो। लेकिन इस बार मामला व्यक्तिगत आरोपों तक पहुंच चुका है, जिससे राजनीतिक तनाव और बढ़ सकता है।
क्या है वक्फ संशोधन विधेयक?
वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर भाजपा का कहना है कि इससे वक्फ बोर्ड का सही प्रबंधन हो सकेगा और सरकार संविधान के अनुसार फैसले लेगी। भाजपा के मुताबिक, कांग्रेस सरकारों ने वक्फ बोर्ड को अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया और इसमें पारदर्शिता की कमी रही है।
कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा इस विधेयक के जरिए मुसलमानों के खिलाफ राजनीति कर रही है। पार्टी का मानना है कि भाजपा इस मुद्दे को धार्मिक रंग देकर अपने राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ा रही है।
संसद में गरमा सकती है सियासत
Mallikarjun Kharge और ठाकुर के बीच इस विवाद के बाद यह तय माना जा रहा है कि संसद में इस मुद्दे पर और हंगामा होगा। कांग्रेस जहां अनुराग ठाकुर से माफी की मांग पर अड़ी है, वहीं भाजपा अपने रुख पर कायम है।
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